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    कड़ी सुरक्षा के बीच लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह संपन्न, पुलिस आयुक्त ने दिल्ली पुलिस को दी बधाई

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 04:50 PM (IST)

    दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। लाल किले पर आयोजित कार्यक्रम के लिए जमीन से आसमान तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। हजारों सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने राहत की सांस ली।

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    कड़ी सुरक्षा के बीच लाल किले पर संपन्न हुआ स्वतंत्रता दिवस समारोह।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार को लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह संपन्न हुआ। दो माह से भी अधिक समय से सभी एजेंसियां रक्षा व गृह मंत्रालय की निगरानी में दिन रात सुरक्षा तैयारी में जुटी हुई थीं।

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    शुक्रवार मध्य रात्रि से ही पैरा ग्लाइडर, ड्रोन, पतंग, आत्मघाती दस्ता व अन्य तरीके से होने वाले आतंकी खतरों को लेकर सेना, अर्द्ध सैनिक बलों व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां समेत दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल का स्वाट दस्ता पूरी तरह अलर्ट मोड में रहा।

    उत्तरी, मध्य, नई दिल्ली व दक्षिण दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर अर्द्ध सैनिक बलों व पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। हजारों की संख्या में रूटों व समारोह स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, इन तीसरी आंखों के जरिये सैकड़ों सुरक्षा कर्मी हर तरह नजर रख रहे थे।

    कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालकिले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया।पुलिस आयुक्त एसबीके सिंह ने एक बार फिर बेहतर सुरक्षा बंदोबस्त के लिए दिल्ली पुलिस के समस्त अधिकारियों व कर्मियों को बधाई दी।

    दिल्ली पुलिस के जिम्मे बाहरी घेरे की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी वहीं आंतरिक सुरक्षा घेरे में एसपीजी, सेना, एनएसजी व स्पेशल सेल स्वाट दस्ता के कमांडो व अर्द्ध सैनिक बलों के जवान तैनात थे। सुरक्षा में इस बार भी कई नए तरह के रोबोट मशीनों का भी इस्तेमाल किया गया था।

    बुधवार देर रात 12 बजे दिल्ली की सभी सीमाएं सील कर दी गई थीं। व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। आतंकी खतरों की आशंका के मद्देनजर राजधानी में जगह-जगह बैरिकेड लगाकर दिल्ली पुलिस व अर्द्ध सैनिक बलों के जवान कई हफ्ते पहले से जांच में जुटे हुए थे।

    राष्ट्रीय राज्य मार्ग से लेकर लाल किला जाने वाले सभी मार्गाें पर दिल्ली पुलिस, रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान तैनात किए गए थे। सघन चेकिंग के बाद ही वीवीआईपी के वाहनों को भी लालकिला के पास स्थित निर्धारित पार्किंग स्थल तक जाने दिया गया। लाल किला के चारों तरफ की दो हजार से अधिक ऊंची इमारतों की खिड़कियों को सील कर दिया गया था।

    आसमान से कोई लालकिला व उसके आसपास हमला न कर दे इसके लिए लालकिला, आईएसबीटी, गीता काॅलोनी फ्लाईओवर, सिविक सेंटर आदि 300 से अधिक ऊंची इमारतों की छतों पर एंटी एयरक्राफ्ट व एयर डिफेंस गन लगाए गए थे।

    लालकिला पर डीआरडीओ द्वारा दो एंटी ड्रोन रडार भी लगाए गए थे। तीसरी आंखों से भी हर व्यक्ति पर नजर रखने के लिए बड़ी संख्या में एचडी व चेहरा पहचानने वाले कैमरे लगाए गए थे।

    कैमरे पर नजर रखने के लिए सात कंट्रोल रूम बनाए गए थे। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की महिला स्वाट दस्ता को भी सुरक्षा में तैनात किया गया था।

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