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    चोरी के मोबाइल नेपाल में बेचने वाले पांच गिरफ्तार, फोन अनलॉक कर UPI से बैंक खाते कर देते थे साफ

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 10:58 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने चोरी के 224 मोबाइल फोन बरामद कर एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह चोरों से सस्ते दामों पर मोबाइल खरीदकर उन्हें अनलॉक करवाकर नेपाल में बेचते थे। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो मुंगेर के रास्ते नेपाल में मोबाइल पहुंचाने की फिराक में थे। पूछताछ में पता चला कि वे यूपीआई के माध्यम से पैसे भी निकालते थे।

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    झपटमारों व जेबकतरों से मोबाइल खरीद कर नेपाल में बेचने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो चोरों व झपटमारों से सस्ते दामों पर मोबाइल फोन खरीदकर उन्हें बिहार के मुंगेर के रास्ते नेपाल में बेच देते थे।

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    इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से चोरी के 224 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इन मोबाइल फोन को आजाद मार्केट और गफ्फार मार्केट में बैठे रिपेयरिंग करने वालों से अनलाॅक किया जाता था और उनके खातों से यूपीआई के माध्यम से पैसे भी निकाल लिए जाते थे।

    हाल ही में नेपाल में जारी हिंसा के कारण मोबाइल फोन की खेप पहुंचाने में देरी हुई थी और गिरोह हालत स्थिर होने के इंतजार में था। मौका देखकर 12 सितंबर को आरोपी ट्रेन के जरिये मोबाइल की खेप मुंगेर ले जाने की काेशिश में थे, तभी उन्हें दबोच लिया गया।

    गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुंगेर, बिहार के बृंदावन, मुकेश कुमार, विक्की बिंद, सीतामढ़ी, बिहार के विक्की कुमार और न्यू अशोक नगर के विकास पांडे के रूप में हुई है। इनमें बृंदावन, मुकेश और विक्की बिंद झपटमारों से मोबाइल फोन खरीदते थे और रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले विक्की कुमार और विकास इन मोबाइल को अनलाक करते थे।

    उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, गिरोह के बारे में मिली जानकारी के बाद टीम ने अपने गुप्त सूत्रों को तैनात किया और चोरी के मोबाइल फोन की बिक्री व खरीद में शामिल व्यक्तियों के बारे में स्थानीय खुफिया जानकारी एकत्र की।

    इस दौरान कांस्टेबल सचिन को सूचना मिली कि कुछ लोग डीआरपी लाइन्स, पुल मिठाई रेलवे ट्रैक पर विभिन्न झपटमारों और जेबकतरों से चोरी के मोबाइल फोन खरीदते हैं और इन मोबाइल फोन को आगे नेपाल भेजते हैं।

    इस दौरान गुप्त सूचना मिली कि 12 सितंबर को बृंदावन और मुकेश नामक दो आरोपी बड़ी संख्या में चोरी के मोबाइल फोन लेकर आनंद विहार से मुंगेर जाने वाली ट्रेन में सवार होने वाले हैं।

    टीम ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर जाल बिछाया और वहां से दोनों को दबोच लिया और उनके कब्जे से 98 मोबाइल फोन बरामद किए गए। बरामद मोबाइल फोन के आईएमईआई नंबरों की जांच करने पर इनमें से कुछ फोन दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में हुई चोरी और झपटमारी की घटनाओं से जुड़े पाए गए।

    इनके मालिकों से संपर्क करने पर पता चला कि कुछ के फोन से यूपीआई आईडी के जरिए उनके खातों से पैसे निकाल लिए गए। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे आजाद मार्केट और गफ्फार मार्केट की अलग-अलग दुकानों से उनके लाॅक तुड़वाकर मुंगेर के रास्ते नेपाल भेज देते थे, जहां उन्हें अच्छी कीमत मिल जाती थी।

    उनकी निशानदेही पर विक्की कुमार को गिरफ्तार किया गया जो आजाद मार्केट में मोबाइल फोन रिपेयर की दुकान चलाता है। वह मोबाइल अनलाॅक करने में माहिर था। उसके पास से 38 मोबाइल फोन बरामद हुए। पूछताछ में उसने बताया कि जो मोबाइल वह अनलाॅक नहीं कर पाता था वह उन्हें गफ्फार मार्केट में विकास को दे देता था।

    उसकी निशानदेही पर, विकास को भी गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 66 मोबाइल फोन बरामद हुए। आगे की जांच में चोरी के मोबाइल फोन के एक अन्य रिसीवर, विक्की बिंद को भी डीआरपी लाइंस से गिरफ्तार किया गया और उसके कब्जे से 22 मोबाइल फोन बरामद किए गए। पुलिस उनसे पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी है।

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