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    अब गूगल मैप बताएगा दिल्ली में कहां हैं ब्लैक स्पॉट, Accident Prone Area का मिलेगा रियलटाइम अलर्ट

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 07:38 PM (IST)

    दिल्ली ट्रैफिक पुलिस सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए गूगल मैप पर ब्लैक स्पॉट चिह्नित करेगी। हादसा संभावित इलाकों के पास वाहन चालकों को रियल टाइम अलर्ट मिलेगा। 2024 में 111 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए थे जिनमें 1132 हादसे हुए। जुलाई 2025 तक 25 नए ब्लैक स्पॉट और जुड़े हैं। ट्रैफिक पुलिस गूगल के साथ मिलकर तकनीकी सुधार कर रही है।

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    गूगल मैप पर दिखेंगे दिल्ली के ब्लैक स्पाट

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस राजधानी में सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए अब एक नई तकनीकी पहल करने जा रही है।

    जल्द ही गूगल मैप पर सभी ब्लैक स्पाॅट चिह्नित किए जाएंगे, जिससे वाहन चालकों को हादसा संभावित इलाकों के पास पहुंचते ही रियल टाइम अलर्ट मिलेगा।

    ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, यदि यह सुविधा 2025 में शुरू होती है तो इसमें सबसे पहले वर्ष 2024 की अंतिम सूची के ब्लैक स्पाॅट जोड़े जाएंगे क्योंकि वार्षिक सूची हर वर्ष के अंत में तैयार होती है।

    ब्लैक स्पाॅट वह स्थान हैं, जिसके 500 मीटर के दायरे में बार-बार सड़क हादसे होते हैं। वर्ष 2024 में ऐसे 111 ब्लैक स्पाॅट चिह्नित किए गए थे, जहां 1,132 हादसे हुए थे।

    इसमें से 483 लोगों की मौत हुई थी और 649 लोग घायल हुए थे। सबसे अधिक हादसे आजादपुर सब्जी मंडी (20) पर दर्ज हुए, जिनमें 11 घातक थे।

    इसके बाद अक्षरधाम मंदिर और भलस्वा चौक में 19-19 हादसे, जबकि आईएसबीटी कश्मीरी गेट, एसजीटी नगर, लिबासपुर बस स्टैंड, आनंद विहार आईएसबीटी और राजकोरी फ्लाईओवर भी इसमें शामिल रहें।

    जुलाई 2025 तक 25 नए ब्लैक स्पाॅट और जुड़े हैं, जहां कुल 176 हादसे हुए, जिनमें 88 घातक रहे। रिंग रोड, आउटर रिंग रोड और जीटी करनाल रोड जैसे व्यस्त काॅरिडोर में ब्लैक स्पाॅट की संख्या सबसे ज्यादा है।

    डीसीपी (ट्रैफिक मुख्यालय) शिव केशरी सिंह ने बताया कि ब्लैक स्पाॅट बनने के कई कारण होते हैं, जैसे टूटी या धुंधली यातायात संकेत पट्टिकाएं, घिसी हुई जेब्रा क्राॅसिंग, सड़क की खराब स्थिति।

    ट्रैफिक पुलिस इन स्थानों पर कर्मियों की तैनाती कर सड़क एजेंसियों के साथ मिलकर साइनबोर्ड, सड़क डिजाइन और इंजीनियरिंग खामियां दूर कर रही है।

    अब इसमें गूगल मैप के जरिये तकनीकी स्तर पर सुधार जोड़ा जा रहा है। इसके लिए गूगल के साथ टाई-अप की प्रक्रिया चल रही है। इसका उद्देश्य है कि समय पर सूचना मिले, ड्राइविंग सुरक्षित हो और हादसों में कमी आए।

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