दिल्ली की काॅलोनियों के लिए नजफगढ़ ड्रेन बनी मुसीबत, चार दिन से इलाकों में भरा पानी; नहीं हो रही सुनवाई
यमुना में उफान के चलते नजफगढ़ ड्रेन के नाले बंद होने से दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। उत्तम नगर जहांगीरपुरी और हकीकत नगर जैसे क्षेत्रों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। हकीकत नगर में प्रदर्शन के बाद महापौर ने जल्द समाधान का आश्वासन दिया। जल निकासी व्यवस्था चरमराने से लोगों को भारी परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। यमुना के उफान के बाद एहतियात के तौर पर बंद किए नाले अब परेशानी का सबब बन गए हैं। नजफगढ़ ड्रेन में गिरने वाले नाले बंद होने से दिल्ली के एक बड़े हिस्से की जन निकासी व्यवस्था पंगु हो गई।
इस कारण, उत्तम नगर के हस्तसाल से लेकर जहांगीरपुरी, हकीकत नगर (मुखर्जी नगर) और सिविल लाइंस तक कई रिहायशी इलाकों में तीन से चार दिन दिन पानी भरा हुआ है। कहीं एक फीट तो कहीं दो फीट पानी होने से लोग परेशानी में हैं।
पूरे क्षेत्र में सैकड़ों घरों के भीतर पानी पहुंच गया। हकीकत नगर में जल निकासी न होने से परेशान लोगों ने सुनवाई न होने से सड़क पर उतरना पड़ा। महिलाओं ने जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के सामने बीच सड़क बैठकर विरोध जताया तो नगर महापौर राजा इकबाल सिंह व स्थानीय विधायक सूर्य प्रकाश खत्री समझाने पहुंचे।
महिला प्रदर्शनकारी महिलाओं को सड़क से हटाने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। इससे करीब 45 मिनट तक यातायात बाधित रहा।
उल्लेखनीय है कि यमुना में 57 किलोमीटर लंबा नजफगढ़ ड्रेन से नालियों का पानी गिरता है। नजफगढ़ से शुरू होने वाले इस नाले की निकासी वजीराबाद से गुजरने वाली यमुना में है। इसमें करीब 122 छोटे बड़े नाले गिरते हैं।
यमुना में जलस्तर बढ़ने से नालों के जरिये यमुना का पानी शहर में न घुसे इसके लिए नालों के फाटक बंद कर दिए हैं। जिसकी वजह से समस्या रिहायशी इलाको में बढ़ गई है। जल निकासी प्रणाली ध्वस्त हो गई है।
चाहे मध्य दिल्ली का सिविल लाइंस इलाका हो या फिर उत्तरी दिल्ली का मुखर्जी नगर क्षेत्र के हकीकत नगर और एसएफएस फ्लैट्स की निकासी व्यवस्था ध्वस्त हो गई। हकीकत नगर में वर्ष 2023 में भी दो फीट पानी भर गया था। ऐसा ही हाल इस बार भी देखने को मिला।
हकीकत नगर में 384 फ्लैट हैं, ग्राउंड फ्लोर पर बने ज्यादातर घरों की देहरी व भीतर तक पानी पहुंच गया। कालोनी की सभी गलियों में एक से लेकर दो फीट तक पानी जमा है। ज्यादातर लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए।
आरडब्ल्यूए महासचिव नमन अरोड़ा ने बताया कि कल सुबह 10 बजे से कालोनी की बिजली आपूर्ति काट दी है। इससे परेशानी और बढ़ गई।
उधर, एसएफएस फ्लैट्स की गलियां जलमग्न हैं। लोगों की आवाजाही लगभग बंद है। इंदिरा विहार और नेहरू विहार के मुख्य रोड पानी में डूबे हैं। मुखर्जी नगर थाने के मुख्य द्वार पर भी दो फिट तक पानी जमा हो रखा है।
नाले बंद होने का असर बाहरी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके की जल निकासी पर भी देखने को मिल रहा है। जहांगीरपुरी की ई-ब्लाॅक झुग्गी बस्ती में लगभग दो फीट भर गया।
इसके अलावा जहांगीरपुरी के ई-ब्लाॅक व डी-ब्लाॅक और एमसीडी फ्लैट्स की गलियों में एक फीट तक पानी जमा होने से लोग दो दिन से परेशान हैं। जहांगीरपुरी पुलिस थाना परिसर भी जलमग्न हो गया। थाने के बाहर और भीतर एक फीट तक जलजमाव देखने को मिला।
ऐसी स्थिति पश्चिमी दिल्ली उत्तम नगर के हस्तसाल की है। जहां नजफगढ़ ड्रेन का जलस्तर बढ़ने से पंखा रोड ड्रेन के फाटक बंद कर दिए है। जिसकी वजह से हस्तसाल की डीडीए काॅलोनी की जलनिकासी की व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
काॅलोनी के हर हिस्से में पिछले चार दिनों से पानी भरा है। यह पानी सड़कों से लेकर गलियों, पार्कों हर जगह भरा नजर आता है। पानी नालियों, नालों या सीवर लाइन में जाने के बजाय सड़क पर एकत्रित हो रहा है।
पूरी काॅलोनी काले गंदे व बदबूदार पानी से भरा है। एक ही कई दिनों से एकत्रित इस पानी से तेज बदबू निकल रही है। लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
यमुना नदी निकटवर्ती विभिन्न क्षेत्रों में आई बाढ़ की स्थिति को गंभीरता से लिया गया है तथा प्रभावित नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि जलभराव को यथाशीघ्र समाप्त कर जनजीवन को सामान्य किया जाए। जहां -जहां जल निकासी बाधित हुई है हम वहां पर अतिरिक्त संसाधन लगाकर स्थिति को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।
- राजा इकबाल सिंह, महापौर, दिल्ली
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