दिल्ली के चिड़ियाघर में 66 साल बाद देखने को मिलेंगी मछलियां, इनकी 17 प्रजातियां लाई जाएंगी
दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में अब 66 साल बाद जलीय जीवों को शामिल किया जा रहा है। यहां पर्यटकों को रंग-बिरंगी मछलियां देखने को मिलेंगी। मास्टर प्लान के तहत 17 तरह की मछलियां लाई जाएंगी जिससे यह चिड़ियाघर देश के खास जूलॉजिकल पार्कों में गिना जाएगा। आने वाले वर्षों में 254 नई प्रजातियां भी देखने को मिलेंगी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली राष्ट्रीय प्राणी उद्यान अब पर्यटकों के लिए और ज्यादा आकर्षक बनने जा रहा है। अब तक यहां आने वाले पर्यटक शेर, बाघ, हाथी, हिरण और अन्य स्थलीय जीवों का दीदार करते रहे, लेकिन अब यहां उन्हें रंग-बिरंगी मछलियों की दुनिया भी देखने को मिलेगी।
लगभग 66 साल के लंबे इंतजार के बाद चिड़ियाघर में पहली बार जलीय जीवन को शामिल करने की तैयारी की जा रही है। चिड़ियाघर प्रबंधन ने मास्टर प्लान के तहत यहां 17 तरह की मछलियों को लाने की योजना बनाई है।
यह पहल चिड़ियाघर को देश के उन चुनिंदा जूलाजिकल पार्कों की सूची में शामिल कर देगी। जहां स्थलीय और जलीय दोनों ही प्रजातियों का अनोखा संगम मौजूद होगा। मास्टर प्लान के तहत आने वाले वर्षों में यहां लगभग 254 जानवरों और जीवों की नई प्रजातियां देखने को मिलेंगी।
जिनमें 49 तरह के कीड़े और 9 तरह के जलचर जीव भी शामिल होंगे। चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार का कहना है कि यह योजना पर्यावरण शिक्षा और वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में सकारात्मक पहल है।
दिल्ली चिड़ियाघर में फिलहाल 94 प्रजातियां
दिल्ली चिड़ियाघर में फिलहाल जानवरों की कुल 94 प्रजातियां मौजूद हैं। इनमें शेर, बाघ, हाथी, हिरण स्तनपायी, पक्षी और सरीसृप प्रमुख हैं।
ज्ञात रहें कि ओडिशा के नंदनकानन, चेन्नई का अरिग्नर अन्ना जूलाजिकल पार्क और पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान पहले से ही मछलियां और जलीय पौधे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है।
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