DU Election: बाहरी राज्यों के छात्रों के लिए ABVP शुरू करेगी 'अंतरराज्यीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ'
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नजदीक आते ही एबीवीपी ने बाहरी छात्रों के लिए अंतर-राज्यीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ बनाने की घोषणा की है। यह प्रकोष्ठ भाषा आवास और वित्तीय समस्याओं का समाधान करेगा। एबीवीपी पहले से ही छात्रों के लिए कई योजनाएं चला रही है और इसका उद्देश्य है कि कोई भी छात्र खुद को उपेक्षित महसूस न करे।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, छात्र संगठनों की रणनीतियाँ भी तेज़ हो गई हैं। इसी क्रम में, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने एक नई पहल की घोषणा की है, जिसके तहत बाहरी राज्यों से आने वाले छात्रों की समस्याओं के समाधान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
एबीवीपी ने कहा है कि वह जल्द ही एक "अंतर-राज्यीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ" का गठन करेगी, जो भाषा संबंधी समस्याओं, आवास, वित्तीय चुनौतियों और प्रशासनिक जटिलताओं जैसी समस्याओं का सामना कर रहे छात्रों के लिए एक एकीकृत मंच प्रदान करेगा। यह प्रकोष्ठ हेल्पलाइन नंबरों, ऑनलाइन पोर्टल और परिसर स्तर पर गठित नोड्स के माध्यम से छात्रों को त्वरित सहायता प्रदान करेगा।
हर साल देश के विभिन्न राज्यों से छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेते हैं। लेकिन विभिन्न भाषाई और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से आने वाले इन छात्रों को न केवल शुरुआत में भाषा और संचार की समस्या का सामना करना पड़ता है, बल्कि छात्रावास आवंटन, मकान का किराया, भोजन का खर्च और अकेलेपन जैसी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है।
एबीवीपी ने दावा किया है कि यह प्रकोष्ठ इन सभी मुद्दों पर एक सुव्यवस्थित प्रणाली विकसित करेगा। अब तक एबीवीपी प्रवेश के दौरान हेल्प डेस्क स्थापित करके प्रवेश प्रक्रिया, दस्तावेज़ सत्यापन और छात्रावास से संबंधित जानकारी प्रदान करता रहा है।
इसके साथ ही, बुक बैंक, नोट्स एक्सचेंज और सहायता कोष जैसी योजनाएँ पहले से ही चल रही हैं। एबीवीपी की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खारवाल ने कहा, "परिषद हमेशा से हर छात्र की आवाज़ रही है। डीयू की असली ताकत इसकी विविधता है। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी छात्र भाषा, संसाधनों या आर्थिक कारणों से उपेक्षित महसूस न करे। नया अंतर-राज्यीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ हर छात्र को डीयू को अपना घर जैसा महसूस कराएगा।"
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