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    DU PhD Admissions: डीयू में पीएचडी प्रवेश की घोषणा, दो चरणों में पूरी होगी प्रक्रिया

    दिल्ली विश्वविद्यालय ने 2025-26 सत्र के लिए पीएचडी प्रवेश की घोषणा की है। प्रवेश प्रक्रिया दो चरणों में होगी जिसमें यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार भाग ले सकते हैं। पात्रता मानदंड यूजीसी के नवीनतम दिशानिर्देशों पर आधारित हैं जिसमें तीन श्रेणियां शामिल हैं। सीटों का वितरण और मेरिट सूची के नियम भी स्पष्ट किए गए हैं जिसमें नेट अंकों और साक्षात्कार को वेटेज दिया जाएगा।

    By uday jagtap Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Wed, 20 Aug 2025 10:22 PM (IST)
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    डीयू पीएचडी प्रवेश 2025-26 अधिसूचना, पात्रता और महत्वपूर्ण तिथियां जारी। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए पीएचडी प्रवेश के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। विश्वविद्यालय के अनुसार इस बार प्रवेश प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की जाएगी। दिसंबर 2024 और जून व दिसंबर 2025 में यूजीसी नेट परीक्षा देने वालों को आवेदन का अवसर दिया जाएगा।

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    जारी अधिसूचना के मुताबिक प्रवेश की पात्रता मानदंड हाल ही में जारी यूजीसी अधिसूचना (दिनांक 27 मार्च 2024) के आधार पर तय किए गए हैं। इसके अंतर्गत तीन श्रेणियां बनाई गई हैं। पहली श्रेणी में वे अभ्यर्थी होंगे जिन्हें जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) प्राप्त है और जो असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के योग्य हैं।

    दूसरी श्रेणी में वे उम्मीदवार आएंगे जो असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पात्र हैं और पीएचडी में भी दाखिला ले सकते हैं। तीसरी श्रेणी केवल पीएचडी प्रवेश के लिए योग्य अभ्यर्थियों की होगी। विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि दूसरी श्रेणी (ब्लाक-बी) के उम्मीदवारों के लिए यूजीसी- सीएसआइआर-नेट के अंक एक वर्ष तक ही मान्य रहेंगे।

    इसी आधार पर चरणवार प्रवेश होंगे। पहले चरण में वे उम्मीदवार शामिल होंगे जिन्होंने दिसंबर 2024 और जून 2025 में नेट परीक्षा उत्तीर्ण की है। जबकि दूसरे चरण में वे उम्मीदवार शामिल होंगे जिन्होंने जून 2025 और दिसंबर 2025 में नेट पास किया है। प्रवेश के लिए सीटों का वितरण भी तय कर दिया गया है।

    विश्वविद्यालय के प्रत्येक विभाग को उपलब्ध सीटों की संख्या हर साल पहले से घोषित करनी होगी। इनमें से कुल 60 प्रतिशत सीटें पहले चरण के लिए और शेष 40 प्रतिशत सीटें दूसरे चरण के लिए रखी जाएंगी। यदि पहले चरण की सीटें खाली रह जाती हैं तो उन्हें भी दूसरे चरण में जोड़कर भरा जाएगा।

    मेरिट सूची बनाने के नियम भी अधिसूचना में स्पष्ट किए गए हैं। इसके अनुसार राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा यानी नेट में प्राप्त अंकों को 70 प्रतिशत और साक्षात्कार को 30 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा। यह नियम सभी श्रेणियों, कैटेगरी-एक, कैटेगरी-दो और कैटेगरी- तीन पर समान रूप से लागू होगा।

    प्रत्येक चरण में सबसे पहले कैटेगरी-एक के उम्मीदवारों को प्रवेश का अवसर मिलेगा। यदि सीटें बची रहती हैं तो कैटेगरी-दो और कैटेगरी-तीन के अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।