Delhi Crime: बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर तीन लाख रुपये ठगने वाले दो बदमाश गिरफ्तार
पूर्वी दिल्ली में साइबर ठगी का मामला सामने आया है जिसमें सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त अधीक्षक को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर तीन लाख रुपये वसूले गए। उत्तर पूर्वी जिले की साइबर पुलिस ने गुजरात से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान विशाल भाई और वाजा हिरेन के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल और सिम बरामद किए हैं।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त अधीक्षक को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर डिजिटल अरेस्ट करके तीन लाख रुपये जबर वसूलने वाले दो ठगों को उत्तर पूर्वी जिले के साइबर थाना ने गुजरात से गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान गुजरात निवासी विशाल भाई व वाजा हिरेन के रूप में हुई है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल मोबाइल व सिम बरामद कर लिया है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संदीप लांबा ने बताया कि ब्रह्म सिंह अपने परिवार के साथ गोकलपुरी में रहते हैं। तीन साल पहले वह सुप्रीम कोर्ट से अधीक्षक की पोस्ट से सेवानिवृत्त हुए हैं। पीड़ित ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया था कि दिसंबर 2024 में उनके पास अज्ञात नंबर से वाट्सएप वीडियो काल आया। काल करने वाले ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का डीसीपी बताते हुए उन्हें डराना धमकाना शुरू कर दिया।
वीडियो में किसी का चहरा नजर नहीं आया। पीड़ित ने फोन काट दिया। उसके बाद अलग-अलग नंबर से बुजुर्ग को वीडियो काल आने लगे। पीड़ित ने डरते हुए फोन उठाया। ठग ने खुद को डीसीपी बताता हुए बुजुर्ग से कहा उनके नाम से छह बैंक खाते खुले हुए हैं, जिसमें ठगी की रकम आई है। ठगों ने उन्हें डराया कि जिस खाते में उनकी पेंशन आती है उसे वह सीज कर रहे हैं। ठगों ने धमकाकर पीड़ित से तीन लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया। थानाध्यक्ष राहुल कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई। पुलिस को जांच में पता चला कि जिस खाते में रकम गई है वह गुजरात के रहने वाले विशाल भाई के नाम पर पंजीकृत है। ठगी की रकम को खाते से चेक के जरिये निकाला गया है। पुलिस ने गुजरात में छापेमारी कर विशाल व उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया।
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