पूर्वी दिल्ली में एयू बैंक के सामने दिनदहाड़े लूट, बर्तन कारोबारी को दो बदमाशों ने बनाया निशाना
पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में एक बर्तन कारोबारी से दिनदहाड़े 39 हजार रुपये की लूट हो गई। व्यापारी बैंक में पैसे जमा कराने आया था तभी स्कूटी सवार बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित राजन खुरेजी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इलाके में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी लगा रहता है जहाँ खुलेआम शराब पी जाती है और पुलिस पर रिश्वत लेने के आरोप लगते हैं।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। प्रीत विहार थाना क्षेत्र के पटपड़गंज रोड पर प्रियदर्शनी विहार स्थित एयू बैंक के बाहर दिनदहाड़े एक बर्तन कारोबारी से लूट का मामला सामने आया है। बर्तन कारोबारी अपनी दुकान की रकम को बैंक में जमा करवाने आए थे।
बदमाशों ने जबरन उनकी जेब से 39 हजार रुपये जबरन निकाल लिए। स्कूटी सवार दो बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। कारोबारी राजन की शिकायत पर प्रीत विहार थाना पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
पीड़ित राजन खुरेजी की रशीद मार्केट में बर्तन की दुकान चलाते हैं। पीड़ित ने बताया कि दुकान पर दिनभर में हुई कमाई को जमा कराने के लिए वह स्कूटी से अकेले प्रियदर्शनी विहार स्थित एयू बैंक के बाहर पहुंचे। बैंक में पार्किंग की सुविधा नहीं है।
बैंक के बाहर अवैध रूप से गाड़ियां खड़ी थी। उन्होंने भी अपनी स्कूटी खड़ी कर दी और बैंक की सीढ़ियां चढ़ने लगे। तभी पीछे से एक युवक ने उन्हें आवाज दी कि स्कूटी कैसे खड़ी की है, हटाओ इसे।
पीड़ित लौटा और स्कूटी को हटाने लगा। तभी एक बदमाश ने जबरन उनकी जेब से रकम निकाल ली। पास की उसका साथी स्कूटी स्टार्ट करके खड़ा था। वारदात के बाद दोनोें बदमाश वीथ्रीएस माॅल की तरफ भाग गए।
शाम होते ही छलकने लगते हैं जाम
पटपड़गंज रोड पर प्रियदर्शनी विहार में मक्कड़ अस्पताल से लेकर खुरेजी लालबत्ती तक शाम होते ही असामाजिक तत्व जुटने शुरू हो जाते हैं। खुले में शराब पीने पर भले ही प्रतिबंध हो। लेकिन यहां अवैध रूप से लगने वाली अस्थायी दुकानों पर जुटने वाले लोग शराब के जाम छलकाने लगते हैं।
देर रात यह सब चलता है। दस बजे के बाद तक दुकानें खुलती हैं। आरोप है कि शराब पीने के बाद वह लोग आपस में लड़ाई करते हैं। ऐसा नहीं है कि पुलिस व जन प्रतिनिधियों को यह सब नजर नहीं आता है। लेकिन कुछ करने को तैयार नहीं है।
आरोप है लक्ष्मी नगर व प्रीत विहार थाने के बीट अफसर क्षेत्र में दिखाई नहीं देते हैं। अगर वह क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं तो उनके रहते हुए यह सब हो कैसे रहा है। जो लोग अवैध रूप से शराब बेचने हैं उनका खुला कहना है बीट असफर को रुपये देते हैं, तभी तो वह खुलेआम सबकुछ कर रहे हैं।

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