दिल्ली में गर्मी का कहर, आसमान से बरस रही आग; कागजों में ही 'ठंडा' पड़ा हीट एक्शन प्लान
दिल्ली में गर्मी से बचने के लिए सरकार का हीट एक्शन प्लान बेअसर साबित हो रहा है। कई बस स्टॉप पर ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं है जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। जलदूत भी हर जगह उपलब्ध नहीं हैं और वाटर कूलर खराब पड़े हैं या उनमें गर्म पानी आ रहा है। ऐसे में दिल्ली वासियों को गर्मी में पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। दिल्ली वासियों को भीषण गर्मी और लू से बचाने के लिए 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा जारी किया गया हीट एक्शन प्लान कागजों में ही ''ठंडक'' देता नजर आ रहा है। अब जबकि राजधानी में झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है तो इस प्लान में की गई ज्यादातर घोषणाएं कहीं भी राहत देती नजर नहीं आतीं।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली सचिवालय व कश्मीरी गेट आईएसबीटी सहित कहीं कहीं भले ही ठंडे पानी के लिए वाटर एटीएम मशीन लगा दी गई हों, लेकिन इस चिलचिलाती धूप में किसी बस स्टाप अथवा सड़क पर ऐसा कुछ देखने को नहीं मिलता। जलदूत भी कहीं- कहीं गर्म पानी पिलाते नजर आते हैं।
कूलिंग शेड की बात छोड़िए, कितनी ही जगह बस स्टाप पर धूप में खड़ा होना पड़ रहा है। विभिन्न निर्माण स्थलों पर कामगार भरी दोपहरी में भी काम करते देखे जा सकते हैं तो अपने लिए पीने के पानी का प्रबंध भी उन्हें स्वयं ही करना पड़ रहा है।
जब इस संदर्भ में हीट एक्शन प्लान से जुड़े दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने नाम न छापने के अनुरोध पर कहा, भाजपा सरकार के कार्यकाल में हीट एक्शन प्लान के तौर पर एक पहल की गई है।
विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी तय की गई है। सभी के स्तर पर काम चल भी रहा है, लेकिन सभी व्यवस्थाएं होने में समय लगता है। एक से डेढ़ माह के अल्प समय में सब कुछ हो जाना संभव नहीं।
लोकेशन : यमुना विहार व आनंद विहार, समय दो बजे दोपहर
यमुनापार में बस स्टैंड व बस टर्मिनल के पास ठंडे पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। यमुना विहार और आनंद विहार बस टर्मिनल के अंदर ही पानी की व्यवस्था है। सड़कों पर जगह-जगह बने बस स्टैंड पर पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। कई बस स्टैंड पर शेड तक नहीं है। लोगों को दुकानों से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।
समय: दोपहर 2:30 से 3:00 बजे
ढाई से तीन किमी लंबे इस रास्ते के दोनों ओर नौ बस स्टाप हैं। तपती दोपहरी में हर बस स्टाप पर 8-10 से लेकर 15-20 तक सवारियां बस के लिए इंतजार करते हुए दिखीं। नौ में से किसी भी बस स्टापेज पर न तो कहीं पानी की व्यवस्था नजर आई और न ही कहीं जलदूत दिखे।
रोहिणी पश्चिम मेट्रो स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित बस स्टाप पर बस का इंतजार कर रहे सरदार सत्येंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें किसी भी बस स्टाप पर पानी की व्यवस्था नहीं मिली। पल्ला गांव की एक महिला ने बताया कि पल्ला से रोहिणी तक कहीं बस स्टापेज पर पीने के पानी का प्रबंध नहीं है।
समय: 3:15, स्थान: बाहरी रिंग रोड प्रशांत विहार बस स्टॉपेज
यहां 25 से अधिक हर उम्र की सवारियां बस का इंतजार कर रही थीं। यहां भी सवारियों ने यही बताया कि आसपास रेहड़ी-दुकान से पानी खरीदकर प्यास बुझानी पड़ती है, शासन-प्रशासन की ओर से पानी का प्रबंध नहीं है।
समय: 5:00 बजे, स्थान: अलीपुर बस स्टॉप
सुबह से शाम तक हर समय 50 से 100 सवारियों की मौजूदगी वाले इस बस स्टाप पर पीने के पानी का कोई इंतजाम नहीं है। मुसाफिरों के साथ-साथ यहां से गुजरने वाली सभी सवारी बसों के चालक-परिचालकों की प्यास कहीं बुझती है तो वह स्थान है- अलीपुर पुलिस थाना।
पल्ला-बख्तावपुर, या फिर नरेला की ओर जाने वाली अधिकांश सवारी बसें अलीपुर पुलिस स्टेशन के पास रूकती हैं और परिचालक अपना कैंपर-बोतल लेकर थाना परिसर स्थित वाटर कूलर से पानी भरते हैं। पुलिस थाने के पानी से चालक-परिचालक व सवारियों की प्यास बुझती है।
लोकेशन नेहरू प्लेस बस टर्मिनल, समय : दोपहर एक बजे
दक्षिणी दिल्ली में एक महीने पहले नेहरू प्लेस बस टर्मिनल में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह की मौजूदगी में बड़ वाटर कूलर स्थापित किया गया था। यहां पर यात्रियोंं को ठंडा पानी पिलाने वाले जलदूत भी तैनात किए थे। अब यहां पर वाटर कूलर में पानी तो आ रहा है, लेकिन ठंडा नहीं है।
इसके अलावा बस टर्मिनल पर मंगलवार को जलदूत भी नजर नहीं आए। यात्री वैभव ने बताया कि वाटर कूलर से सामान्य पानी आ रहा है। इसी तरह बदरपुर बस टर्मिनल पर न तो वाटर कूलर लगाया गया है और न ही कोई जलदूत तैनात है। यात्रियों को भीषण गर्मी में खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है।
समय: दोपहर 3:00 बजे, स्थान: आइटीओ लाला राम चरण अग्रवाल बस स्टॉप पर तपती दोपहरी में धूप से बचने के लिए बस स्टाप के पीछे हर रोज 20 से 25 सवारियां खड़े होकर बस का इंतजार करती है। इस बस स्टाप पर न तो कहीं पानी की व्यवस्था की गई है और न ही कूलिंग शेड लगाए गए है।
समय: 5:15, स्थान: आईटीओ बस स्टॉप
यहां बस के इंतजार में खड़े यात्रियों ने बताया कि यहां जल बोर्ड द्वारा सालों पहले यात्रियों के पानी पीने के लिए दो वाटर मशीनें लगाई गई थी। जिसमें से एक खराब पड़ी है और एक में ठंडे की बजाए गर्म और खारा पानी आता है। बस स्टाप पर बस के इंतजार में खड़े यात्रियों को पानी खरीदकर प्यास बुझानी पड़ती है।
इसी बस स्टॉप पर शाम 5: 45 बजे हाथ में गर्म पानी का जग और गिलास लिए पहुंचे जलदूत भी नजर आए। जलदूत की टीम से उनके काम के बारे में पूछने पर उन्होंने अपना दुखड़ा रोते हुए बताया कि इस योजना के लिए सरकार की ओर से कोई स्थायी न तो साधन दिए गए है और न ही किसी एक बस स्टाप पर स्थायी ड्यूटी लगाई गई है।
समय: 6: 00 बजे, स्थान: कनॉट प्लेस बस स्टॉप
सुबह से शाम तक हर समय 60 से 100 सवारियों की मौजूदगी वाले इस बस स्टाप पर पीने के पानी का कोई इंतजाम नहीं है। मुसाफिरों के साथ-साथ यहां से गुजरने वाली सभी सवारी बसों के चालक-परिचालकों को पानी की बोतले खरीदकर अपनी प्यास बुझानी पड़ती है। हालांकि यहां पर वाटर कूलर लगाए गए है। लेकिन उन में भी गर्म पानी आता है।

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