देश जल्द जर्मनी को पीछे छोड़ बन जाएगा विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था : हरदीप पुरी
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि भारत जल्द ही जर्मनी को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने ICAI द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही और देश के विकास में ICAI की भूमिका की सराहना की। पुरी ने ऊर्जा क्षेत्र में डिजिटल बदलाव पर जोर दिया। उन्होंने ICAI के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ‘ICAI AI’ को भी लॉन्च किया जो वित्तीय कार्यों में मदद करेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि देश बहुत जल्द जर्मनी को पीछे छोड़ विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। कहाकि अभी हम चौथे नंबर हैं, अमेरिका, चीन तथा जर्मनी ही हमसे आगे हैं।
इससे पहले हमने देश पर करीब दो सौ वर्ष शासन करने वाले ब्रिटेन को पीछे छोड़ पांचवा तथा जापान को पीछे छोड़ चौथा स्थान हासिल किया था, आज ब्रिटेन छठे स्थान पर है। हरदीप पुरी मंगलवार को भारत मंडपम में चार्टर्ड अकाउंटेंड दिवस पर भारतीय सनादी लेखाकार संस्थान (इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स आफ इंडिया, आइसीएआइ) द्वारा आयोजित समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने भारत को विश्व की आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए ऊर्जा क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन पर जोर दिया और आइसीएआइ की भूमिका की सराहना की। कहाकि जैसे-जैसे राष्ट्र 2047 तक विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है, मुझे विश्वास है कि आइसीएआइ और चार्टर्ड अकाउंटेंड हर क्षेत्र में विकास, विश्वास और स्थिरता को बढ़ावा देती रहेगी। भारत की विकास गाथा का अगला अध्याय लिखने में मदद करेगी।
उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र और सरकारी नीतियों पर अपने विचार साझा करते हुए ईरान-इजराइल संघर्ष के संदर्भ में कच्चे तेल की कीमतों के स्थिर रहने और तेल कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना न होने की बात एक बार फिर दोहराई। उन्हैोंने प्राकृतिक गैस और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं की प्रगति उल्लेख करते हुए कहाकि इस कारण देश की कच्चे तेल पर दिन पर दिन निर्भरता कम होती जा रही है।
आइसीएआइ की सराहना करते हुए कहाकि आज हम न केवल एक संस्थान की विरासत की स्थापना दिवस का उत्सव मना रहे हैं, बल्कि हम यहां अखंडता, परिश्रम और राष्ट्र निर्माण की उस भावना का उत्सव मना रहे हैं जो इस पेशे को परिभाषित करती है। यह राष्ट्रीय शासन में विश्वसनीय भागीदार होने के साथ-साथ कार्पोरेट रणनीति, स्थिरता और देश-विदेश में निवेशक विश्वास को आकार देती है।
इससे पहले अपने अपने संबोधन में आइसीएआइ अध्यक्ष सीए चारणजोत सिंह नंदा ने कहाकि राष्ट्र निर्माण में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में आइसीएआइ ने हमेशा सरकारी नीति का समर्थन करते हुए विकसित भारत बनने की यात्रा में योगदान दे रहा है। अंत में आभार प्रकट करते हुए आइसीएआइ उपाध्यक्ष सीए प्रसन्ना कुमार डी ने सनदी लेखाकार भारतीय अर्थव्यवस्था के स्तंभ हैं और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में राष्ट्र निर्माण में भागीदार बने रहेंगे।
लॉन्च किया ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ‘आइसीएआइ एआइ’
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने इस मौके पर इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स आफ इंडिया के ओपन एआई के सहयोग से तैयार ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ‘आइसीएआइ एआइ’ को लॉन्च किया। इसे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और इसकी पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है।
यह आइसीएआइ के 75 वर्षों के डाटा पर प्रशिक्षित है। आइसीएआइ ने बताया कि यह टूल वित्तीय रिपोर्टिंग, आडिटिंग, कराधान और अन्य जटिल प्रश्नों का मानव-समान जवाब देता है, जिससे कार्यकुशलता बढ़ती है और पेशेवर सेवाएं बेहतर होती हैं। बताया कि वर्तमान में आइसीएआइ के करीब पांच सदस्य तथा 10 लाख छात्र हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।