JNU लाइब्रेरी में JStor शुरू न होने से छात्र परेशान, विरोध प्रदर्शन जारी
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पुस्तकालय में जेस्टोर (JStor) पिछले पांच महीनों से बंद है जिससे छात्रों को पत्रिकाओं तक पहुंचने में परेशानी हो रही है। छात्र संघ ने विरोध प्रदर्शन किया और जेस्टोर को जल्द शुरू करने की मांग की। पुस्तकालय प्रशासन ने एक महीने में इसे फिर से शुरू करने का आश्वासन दिया है लेकिन छात्रों को अभी भी स्थायी समाधान का इंतजार है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पुस्तकालय में जेस्टोर (JStor) के बंद होने से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वे कई पत्रिकाओं तक नहीं पहुँच पा रहे हैं। यह पिछले पांच महीनों से बंद है।
जेएनयू छात्र संघ ने मंगलवार को इसका विरोध किया। उन्होंने जेस्टोर को जल्द शुरू करने की मांग की। उन्हें आश्वासन दिया गया कि इसे एक महीने के भीतर फिर से शुरू कर दिया जाएगा।
जेएनयू पुस्तकालय में जेस्टोर अप्रैल से बंद है। छात्र इसके माध्यम से 3,000 पत्रिकाओं तक पहुँच सकते हैं। जेएनयूएसयू उपाध्यक्ष मनीषा ने बताया कि कुछ पत्रिकाएँ अन्य माध्यमों से उपलब्ध हैं, लेकिन छात्र लगभग 2,000 पत्रिकाओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
इसलिए, उन्होंने इसे फिर से शुरू करने की मांग की है। पुस्तकालय प्रमुख का कहना है कि वह इसे एक महीने के भीतर फिर से शुरू कर देंगी। तब तक, वह अनुरोध करने पर उपलब्ध नहीं होने वाली किसी भी पत्रिका के लिंक उपलब्ध कराएंगी।
मनीषा ने कहा कि जेएनयू में हजारों छात्र हैं। व्यक्तिगत छात्रों को लिंक भेजना कैसे संभव होगा? वह स्थायी समाधान की बात नहीं कर रही हैं। फॉल्स सीलिंग पहले भी गिर चुकी है।
इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। लाइब्रेरी प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। उनके पास कोई जवाब नहीं है। जब लाइब्रेरी की कार्यवाहक प्रमुख प्रोफेसर मनोरमा त्रिपाठी से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
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