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    Delhi UER-2: महापंचायत में मुंडका बक्करवाला टोल का सर्वसम्मति से हुआ विरोध, आरपार की लड़ाई का एलान

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 07:44 AM (IST)

    मुंडका बक्करवाला टोल के विरोध में बिंदापुर गांव में महापंचायत हुई। पालम 360 के प्रधान चौ सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि टोल को लेकर आर-पार की लड़ाई होगी। 13 सितंबर को टोल पर महापंचायत का एलान किया गया जिसमें दिल्ली से लोग शामिल होंगे। सोलंकी ने नेताओं पर निशाना साधा रिठाला के विधायक कुलवंत राणा ने समर्थन किया।

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    महापंचायत को संबोधित करते पालम 360 के प्रधान चौ सुरेंद्र साेलंकी

    गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली। मुंडका बक्करवाला टोल के विरोध में बिंदापुर गांव में आयोजित महापंचायत में दिल्ली देहात के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग जुटे। महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे पालम 360 के प्रधान चौ सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि टोल को लेकर अब शांतिपूर्ण तरीके से आरपार की लड़ाई होगी।

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    सरकार टोल को या तो पूरी तरह खत्म करे या दिल्ली से बाहर लेकर जाए। एक बात सरकार समझ ले कि दिल्ली देहात के लोगों को टोल टैक्स देना किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है। महापंचायत में सर्वसम्मति से तय किया गया कि आगामी 13 सितंबर को टोल पर ही महापंचायत होगी, जिसमें पूरी दिल्ली से लोग शामिल होंगे और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज बुलंद करेंगे।

    महापंचायत में चौ सुरेंद्र सोलंकी ने दिल्ली देहात के नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि बिंदापुर की महापंचायत की सूचना देहात से जुड़े सांसद, विधायक, मंत्री सभी को दी गई थी, लेकिन किसी ने शामिल होना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि सांसदों के बारे में इतना जरुर कहा कि देहात से ताल्लुक रखने वाले बाहरी, पश्चिमी व दक्षिणी दिल्ली के सांसदों ने जीएसटी काउंसिल की बैठक का हवाला दिया।

    उनकी यह बात सही भी लगी, लेकिन किसी विधायक का शामिल नहीं होना आखिर क्या दर्शाता है। इस संबोधन के बाद जब महापंचायत अंतिम पड़ाव की ओर था, तब रिठाला के विधायक कुलवंत राणा पहुंचे।

    उन्होंने कहा कि वे महापंचायत की सभी न्यायपूर्ण मांगों का समर्थन करते हैं। ये मांग केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तक पहुंचे ताकि समाधान हो, इसके लिए 13 सितंबर से पहले ही एक बैठक हो, इसकी वे पूरी कोशिश करेंगे। कुलवंत राणा ने कहा कि टोल सही है या गलत, इस पर सभी की अपनी अपनी राय है, लेकिन देश भर की टोल में जो आसपास बसे गांव के लिए जो प्रविधान रखा जाता है, उसकी शायद यहां अनदेखी हुई है।

    इस अनदेखी को दूर किया जाना चाहिए। इस दौरान बवाना 52 के प्रधान चौ धारा सिंह प्रधान, लाडोसराय 96 के प्रधान चौ नरेश प्रधान, कराला 17 के प्रधान चौ समुंदर प्रधान, नरेला 17 के प्रधान रणबीर, तिहाड़ 28 के प्रधान जस्सा नंबरदार सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित रहे।

    टोल को लेकर दिखा आक्रोश 

    महापंचायत में जुटे लोगों के बीच टोल को लेकर आक्रोश साफ साफ नजर आ रहा था। लोगों ने कहा कि टोल पर आए दिन झगड़े होते हैं। गांव के लोग टोल को अन्यायपूर्ण करार देते हुए टोल नहीं देने की बात कहते हैं। इसपर वहां झगड़ा होता है। यदि कभी यह झगड़ा उग्र रूप ले ले तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।

    मुंडका व बक्करवाला गांव के लोगों ने कहा कि सरकार ने सड़क निर्माण के लिए हमलोगों से जो जमीन ली, वह बाजार कीमत से काफी कम थी। क्या इसी दिन के लिए हमलोगों से हमारी जमीन ली गई। जब जमीन ली गई थी, तब शानदार सड़क व इलाके के शानदार विकास का ख्वाब दिखाया, लेकिन यह कैसा विकास है, जो एक गांव के निवासी को दूसरे गांव के निवासी से मिलने पर टाेल टैक्स देने को विवश कर रहा है। हमें ऐसा विकास मंजूर नहीं है।

    हरेक चक्कर में कटता हैं 235 रुपये

    टोल टैक्स का गणित समझाते हुए महापंचायत में जुटे लोगों ने कहा कि आप जैसे ही टोल पार करेंगे आपके फास्टटैग अकाउंट से न्यूनतम 235 रुपये कट जाएंगे। हर चक्कर में 235 कटने के बाद आप पर क्या बीतेगी। गांव के लोग अपने काम से एक दिन में कई चक्कर लगाएंगे। हर बार उनके खाते से रकम कटती रहेगी। यह कहां का न्याय है। यह पूरी तरह अराजकता है।

    एक शहर में एक हिस्से से दूसरे हिस्से से जाने के लिए आपको टोल टैक्स देना पड़े, यह शर्मनाक बात है। टोल की व्यवस्था अविलंब समाप्त हो।

    अनूप शौकीन, निलोठी

    एक गांव के लोग यदि दूसरे गांव अपने वाहन से जाएंगे तो उन्हें टोल देना पड़ेगा। यह व्यवस्था कितनी अन्यायपूर्ण है। इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

    सतपाल सोलंकी, बापरौला

    दिल्ली के लोग दिल्ली में ही एक हिस्से से दूसरे हिस्से में जाएंगे तो आपको टोल देना होगा। यह तो तुगलकी व्यवस्था है। सरकार को टोल पर पुनर्विचार करना ही होगा।

    अंजू अहलावत, बिंदापुर

    टोल की व्यवस्था अन्यायपूर्ण है। सड़क बनाने का उद्देश्य आवाजाही को सुगम बनाना है। लेकिन टोल की व्यवस्था आवाजाही को खर्चीला बना रहा है।

    राजेंद्र प्रधान, झाड़ौदा कलां

    बक्करवाला गांव के लोग टोल को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। आखिर हम टोल क्यों दें। यूईआर 2 के निर्माण में सरकार ने गांव की जमीन ली, वह भी सस्ती कीमत पर। उसके बदले में हम पर टोल थोप दिया गया

    वजीर सिंह, बक्करवाला

    यूईआर 2 को लेकर दिल्ली देहात ही नहीं पूरा शहर खुश था। लेकिन टोल की व्यवस्था ने इस खुशी पर ग्रहण लगा दिया। यह ग्रहण दूर होना चाहिए।

    त्रिभुवन प्रधान, सुरहेड़ा

    दिल्ली पंचायत संघ ने किया टोल का किया विरोध

    यूईआर 2 पर मुंडका–बक्करवाला टोल टैक्स को तुरंत समाप्त करने की मांग को लेकर दिल्ली पंचायत संघ के तत्वावधान में पंचायत प्रमुखों की पंचायत हुई। पूर्व परिवहन एवं विकास मंत्री देवेंद्र सिंह शौकीन ने कहा कि दिल्ली के अंदरूनी क्षेत्रों में टोल नाके थोपना अनुचित है।

    पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उत्तर-पश्चिम दिल्ली सांसद योगेंद्र चांदोलिया, पश्चिमी दिल्ली सांसद कमलजीत सहरावत व दिल्ली देहात के विधायकों को ज्ञापन देकर इस टोल टैक्स को खत्म करने का आग्रह किया जाएगा। पंचायत संघ के प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा कि यह टोल दिल्ली देहात,गांव ग्रामीण इलाकों के विकास को बाधित करेगा, इसलिए इसे तत्काल हटाया जाना चाहिए।

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