मौलाना साजिद रशीदी ने अपनी पिटाई पर मुस्लिम संगठनों की चुप्पी पर उठाए सवाल, सपा नेताओं पर दर्ज कराई एफआईआर
मौलाना साजिद रशीदी ने सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पिटाई के मामले में मुस्लिम संगठनों की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने जमीयत उलेमा-ए-हिंद जैसे संगठनों पर आरोप लगाया कि वे भाजपा का डर दिखाकर अब चुप क्यों हैं। रशीदी ने इकरा हसन के मामले में भी सपा और मुस्लिम संगठनों की चुप्पी पर सवाल उठाया और अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: एक टीवी डिबेट में सपा कार्यकर्ताओं की ओर से खुद की पिटाई के मामले में ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन (एआईईए) के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद व मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड जैसे मुस्लिम संगठनों की चुप्पी पर सवाल उठाया है।
उन्होंने पूछा कि देश के मुस्लिम समाज को भाजपा का डर दिखाने वाले अब सपा कार्यकर्ताओं की ओर से उनकी पिटाई पर चुप क्यों हैं? यही चुप्पी पूर्व में करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेंद्र राणा की ओर से उत्तर प्रदेश के कैराना से सपा सांसद इकरा हसन पर अभद्र टिप्पणी पर भी थी।
रशीदी ने कहा कि उस मामले में न मुस्लिम संगठनों और न सपा ने कोई विरोध किया था। जबकि, इकरा सपा की सांसद हैं। उन्होंने कहा कि सपा व मुस्लिम संगठनों पर आरोप लगाया कि इकरा हसन और उनके मामले पर यह चुप्पी इसलिए है, क्योंकि वह दोनों मुस्लिम समुदाय से आते हैं।
सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी व सांसद डिंपल यादव पर विवादित टिप्पणी मामले में सपा सांसदों ने मौलाना साजिद रशीदी की तब पिटाई की थी, जब वह मंगलवार को नोएडा में एक समाचार टीवी के डिबेट कार्यक्रम में भाग ले रहे थे।
रशीदी ने इसे लेकर नोएडा में प्राथमिकी दर्ज कराई है। साथ ही मध्य दिल्ली के डीसीपी को शिकायत दी है। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से जान का खतरा बताते हुए कहा है कि उन्हें लगातार फोन पर धमकियां मिल रही हैं।
इस बीच, संसद परिसर में अखिलेश यादव की उनपर हुई हिंसा को गलत बताए जाने पर रशीदी ने कहा कि इतना कहने से काम नहीं चलेगा, बल्कि दोषियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना होगा।
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