दिल्ली में आवारा कुत्तों के लिए बनाए जाएंगे 1000 फीडिंग प्वाइंट, हर वार्ड में चुने जाएंगे तीन से चार स्थान
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हर वार्ड में आवारा कुत्तों के लिए तीन से चार फीडिंग प्वाइंट बनाने का निर्णय लिया है। स्थायी समिति की अध्यक्ष ने सभी जोन उपायुक्तों को स्थानीय पार्षदों और सफाई निरीक्षकों के साथ मिलकर स्थान चिह्नित करने और एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राजधानी में Feeding Point बनाने को लेकर MCD ने आदेश जारी किए है। इसके लिए निगम के 250 वार्ड में एक हजार स्थान तय किए जाएंगे।
निगम ने प्रत्येक वार्ड में तीन से चार Dogs Feeding Point एक सप्ताह के भीतर चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एक सप्ताह में इस पर क्या कार्य हुआ इसकी जानकारी सभी क्षेत्रीय उपायुक्तों से भी मांगी है।
निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि Feeding Point (Stray Dogs को खाना खिलाने का स्थान) स्थानीय पार्षद के साथ मिलकर तय किया जाए। वहीं, वार्ड के सफाई निरीक्षक को भी इसमें शामिल किया जाए।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने निगम ने छह सप्ताह के भीतर अपने आदेशों के अनुपालन की रिपोर्ट मांगी थी। ऐसे में निगम ने अब इस दिशा में कार्य शुरू किया है।
इसमें निगम खूंखार कुत्तों को पकड़ कर शेल्टर होम में रख रहा है, वहीं सामान्य कुत्तों का बंध्याकरण करके उसी स्थान पर छोड़ रहा है जहां से उसे उठाया गया था।
निगम की स्थायी समिति की चेयरपर्सन सत्या शर्मा ने बताया कि कुत्तों को खाना जहां-तहां खिलाने से गंदगी तो होती ही है साथ ही यहां से गुजरने वाले लोग इन कुत्तों के काटने के शिकार भी हो जाते हैं।
चूंकि सुप्रीम कोर्ट ने अब निगम को अधिकार दे दिए हैं कि वह Feeding Point बनाए इसके लिए हमने सभी जोन उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वह हर वार्ड फिलहाल तीन से चार फीडिंग प्वाइंट बनाए।
साथ ही सभी की सहमति से कार्य हो इसके लिए फीडिंग प्वाइंट बनाने के लिए जरुरी है कि स्थानीय पार्षद और वार्ड के सफाई निरीक्षक को जरुर इस प्रक्रिया का हिस्सा बनाए।
शर्मा ने कहा कि हम अभी देख रहे हैं कि कहां-कहां फीडिंग प्वाइंट बन सकते हैं। इसलिए हमने सभी जोन उपायुक्तों को इस पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा है। साथ ही एक सप्ताह में कितना कार्य हुआ उसकी रिपोर्ट देने को भी कहा है।
शर्मा ने कहा कि हम अपने वर्तमान बंध्याकरण केंद्रों की क्षमता को बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। ताकि खूंखार कुत्तों को रखा जा सके। जो भी शिकायत आए हम उन को कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम में रख सके।
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