दिल्ली की सड़कों पर फिर से दौड़ेंगी यू-स्पेशल बसें, सफर के दौरान चलेगा लाइव रेडियो
दिल्ली में डीटीसी ने छात्रों के लिए 25 नई यू-स्पेशल बसें शुरू की हैं। ये बसें दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी और दक्षिणी परिसर जेएनयू आईआईटी दिल्ली और आसपास के इलाकों को जोड़ेंगी। इन बसों में लाइव रेडियो भी चलेगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बसों को हरी झंडी दिखाई। 2020 में बंद हुई यह सेवा अब फिर से शुरू हुई है जिससे छात्रों को काफी सुविधा मिलेगी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्व़विद्यालय (डीयू) और आसपास के कॉलेजों के छात्रों के लिए परिवहन का नया अध्याय शुरू हुआ है। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने 25 नई यू-स्पेशल बसों की शुरुआत की है।
यह बसें उत्तरी परिसर, दक्षिणी परिसर, जेएनयू, आईआईटी दिल्ली और प्रमुख रिहायशी इलाकों को जोड़ेगी। बृहस्पतिवार को डीयू के उत्तरी परिसर से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर इन बसों की शुरुआत की। इस दौरान डीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह उपस्थित रहे।
इन बसों के रूट इस तरह से तय किए गए हैं कि छात्रों को कॉलेज आने-जाने में अधिकतम सुविधा मिले। नरेला से पटेल चेस्ट, नजफगढ़ से अरबिंदो कॉलेज, पूर्वांचल हास्टल से रामजस कॉलेज और रिठाला मेट्रो से अदिति कॉलेज तक सीधी कनेक्टिविटी होगी।
शेड्यूल भी कॉलेजों की समयावधि के हिसाब से तैयार किया गया है। पहले जो डीटीसी बसें चलती थीं, उनको भी कॉलेज के समयानुसार ही चलाया जाता था। 1971 में यू- स्पेशल बस सेवा की शुरुआत हुई थी।
1990 का दशक आते-आते 400 बसें राजधानी की सड़कों पर चलने लगीं थीं। 2009 के बाद धीरे-धीरे कमी आती गई। 2020 में बिल्कुल बंद हो गईं। बाद में स्वयं की गाड़ियों के चलन, मेट्रो की शुरुआत के बाद बस सेवा धीमी होती गई।
सड़कों से बसें गायब होने लगीं। कोविड-19 महामारी के दौरान 2020 में बस सेवा पूरी तरह से बंद हो गई। अब पांच साल बाद फिर इसे शुरू किया गया है।
युवाओं को सार्वजनिक बसों से जोड़ने की कवायद
डीटीसी का उद्देश्य है कि छात्र निजी वाहनों पर निर्भर रहने के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। इससे न सिर्फ सड़कों पर भीड़ कम होगी बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा में भी योगदान मिलेगा।
यू-स्पेशल सेवा को छात्र-अनुकूल, टिकाऊ और आधुनिक परिवहन प्रणाली की ओर एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
बसों में पहली बार संगीत
दिल्ली-एनसीआर में यह पहली बार होगा जब बसों में लाइव रेडियो चैनल की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे छात्रों का सफर न केवल आसान बल्कि मनोरंजक भी बनेगा।
इस चैनल के माध्यम से संगीत के साथ-साथ सरकारी संदेश और सामाजिक अभियानों की जानकारी भी दी जाएगी। साथ ही यात्रियों से क्यूआर कोड और व्हाट्सएप के जरिए सीधा जुड़ाव होगा।
दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों की स्थिति
राजधानी दिल्ली आज देश का अग्रणी शहर है जहां सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। 2025 के मध्य तक कुल 2,949 इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं।
इनमें से 2,210 बसें डीटीसी के पास और 739 बसें क्लस्टर योजना के तहत संचालित हैं। यह प्रदूषण-मुक्त बसें सरकार की स्वच्छ और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन के प्रति गंभीरता को दर्शाती हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।