हर चुनाव से पहले उठती थी मांग मगर पूरी नहीं होती थी... 42 वर्ष बाद DSGMC ने लिया अहम निर्णय
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव के लिए फोटो वाली मतदाता सूची बनेगी। 46 वार्डों में सहायक निर्वाचन अधिकारी कार्यालय स्थापित किए गए हैं जहां 1 ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, नई दिल्लीः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) चुनाव के लिए फोटो वाली मतदाता सूची तैयार होगी। अगले कुछ दिनों में आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू होगी।
इससे पहले वर्ष 1983 में डोर-टू-डोर सर्वेक्षण करके मतदाता सूची तैयार की गई थी। उसके बाद उसमें संशोधन कर चुनाव होते रहे हैं। अब हाई कोर्ट के निर्देश पर नई मतदाता सूची तैयार की जा रही है।
प्रत्येक चुनाव से पहले नई मतदाता सूची बनाने की मांग उठती है, लेकिन समय की कमी व अन्य कारण देकर उसे पूरा नहीं किया गया। वर्ष 1995, 2002, 2007, 2013, 2017 और 2021 में संशोधित मतदाता सूची के आधार पर चुनाव हुए थे।
हाई कोर्ट ने नई वोटर लिस्ट बनाने का दिया था आदेश
इस बार शिरोमणि अकाली दल के नेता व डीएसजीएमसी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके और अकाली नेता गुरमीत सिंह शंटी की याचिका पर हाई कोर्ट ने 18 अप्रैल को गुरुद्वारा निदेशालय को नई मतदाता सूची बनाने का निर्देश दिया था।
गुरुद्वारा निदेशालय ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीएसजीएमसी के 46 वार्डों में स्थित गुरुद्वारों में सहायक निर्वाचन अधिकारी (एईआरओ) कार्यालय स्थापित किया गया है।
18 वर्ष की उम्र के सभी पात्र किए जाएंगे शामिल
जहां पर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी पात्र सिख नागरिक मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए आवेदन दे सकेंगे।
प्रत्येक चार वर्ष के बाद डीएसजीएमसी के आम चुनाव में 46 सदस्य चुने जाते हैं। उसके बाद सदस्य प्रत्येक दो वर्ष में कार्यकारिणी का चुनाव करते हैं।
वर्ष 2021 में सदस्यों का चुनाव हुआ था, लेकिन इसकी पहली कार्यकारिणी का गठन जनवरी, 2022 में किया गया था। कार्यकारिणी का दूसरा चुनाव का जनवरी, 2024 में होना चाहिए था लेकिन यह लगभग डेढ़ वर्ष के देरी से 25 जून को हुआ।
गुरुद्वारा निदेशालय ने एईआरओ की सूची की जारी
शिरोमणि अकाली दल ने इसे चार वर्ष बाद होने वाले आम चुनाव को टालने की साजिश बताते हुए इसका बहिष्कार किया था। शिरोमणि अकाली दल बादल के प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना व जीके ने कहा, गुरुद्वारा निदेशालय ने एईआरओ की सूची जारी कर दी है।
इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया है। कहा, उन्होंने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को भेज दिया था। अब प्रधानमंत्री ने चुनाव में आने वाली बाधा को दूर कर दी है।
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