MCD उपचुनाव की तारीखों का एलान जल्द, दिल्ली के 11 पार्षद बन चुके विधायक और एक सांसद
दिल्ली में एमसीडी की 12 खाली सीटों पर उप चुनाव की घोषणा जल्द हो सकती है। राज्य चुनाव आयोग तैयारियों में जुटा है और सितंबर तक प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश है। ये सीटें पार्षदों के विधायक और सांसद बनने से खाली हुई हैं। राजनीतिक दल भी चुनाव की तैयारी में लगे हैं और मतदाताओं की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं।

जागरण संवाददादा, नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एमसीडी की खाली पड़ी 12 सीटों पर कभी भी उप चुनाव की घोषणा हो सकती है। ऐसे में सितंबर तक इस प्रक्रिया को पूरा भी किया जा सकता है।
चुनाव की तैयारियों में राज्य चुनाव आयोग तैयारियों में युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है। ऐसे में कभी भी इसकी घोषणा कर सकता है।
दिल्ली में जिन 12 सीटों पर उप चुनाव होने हैं उसमें 11 सीटें पार्षदों के विधायक बनने और एक पार्षद के सांसद बनने से रिक्त हुई थी।
इसलिए अप्रैल में राज्य चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों से लेकर रिटर्निंग आफिसर की नियुक्ति कर दी थी। इसके साथ ही आयोग ने अयोग्य उम्मीदवारों की सूची जारी की है।
इससे वह लोग इन चुनावों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे जिन्होंने 2022 के चुनाव में अपने चुनाव प्रचार में खर्च का ब्यौरा आयोग को तय समय-सीमा में जमा नहीं कराया था।
सितंबर 2025 तक चुनाव कराने की कोशिश
सूत्र बताते हैं कि तैयारियां चल रही है। सितंबर 2025 तक आयोग की कोशिश हैं कि चुनाव प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।
इसमें चुनाव की घोषणा करने से लेकर मतदान कराने के लिए 40 दिन का समय चाहिए होता है। ऐसे में अगर इस माह के आखिर या अगस्त में चुनाव की घोषणा होती है तो दिल्ली में नगर निगम का दंगल शुरू हो जाएगा।
चुनाव में तैयारियों के लिए राजनीतिक दल भी अंदर खाने तैयारियों में जुटे हुए हैं। साथ ही इन वार्ड में मतदाताअों की समस्याओं को विशेष तौर पर समाधान का प्रयास राजनीतिक दल कर रहे हैं।
ताकि चुनाव में अपने पक्ष में दल इसके लिए माहौल बना सके। कांग्रेस ने तो अधिकारिक रूप से चुनावों की तैयारियों के लिए पर्यवेक्षकों की घोषणा पहले ही कर दी है।
यह चुनाव कांग्रेस के लिए करो या मरो का चुनाव है जबकि भाजपा और आप को अपनी शक्ति प्रदर्शित करने का चुनाव हो सकता है। क्योंकि जो 12 सीट खाली हुई है उसमें नौ सीटें भाजपा के पास थी और तीन सीटें आप के पास थी।
ऐसे में भाजपा को इन सीटों को जीतने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होगी। हालांकि जो तीन सीटें आप के पास हैं वह पारंपरिक रूप से आप के पास ही रहती है।
इन सीटों पर कांग्रेस की संभावना बन सकती है। इसलिए कांग्रेस इन सीटों पर ध्यान केंद्रित करके काम कर रही है।
इन सीटों पर होने हैं निगम में उप चुनाव
मुंडका, शालीमार बाग-बी, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, द्वारका बी, ढिचाऊं कलां, नारायणा, संगम विहार ए, दक्षिणपुरी, ग्रेटर कैलाश, विनोद नगर
यह भी पढ़ें: IIT दिल्ली तैयार करेगी DTC बसों के नए रूट, छोटे इलाकों के साथ ही मेट्रो स्टेशन को बस सेवा से जोड़ा जाएगा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।