गरीब रथ एक्सप्रेस अब होगा सिर्फ थर्ड एसी Economy कोच, रेलवे बोर्ड का पुराने कोच को हटाने का आदेश
रेलवे बोर्ड ने गरीब रथ एक्सप्रेस में आईसीएफ कोच की जगह एलएचबी रेक लगाने का फैसला किया है। सभी कोच थर्ड एसी Economy श्रेणी के होंगे। 2006 में शुरू हुई इन ट्रेनों में पहले पारंपरिक कोच थे जिससे यात्रियों को परेशानी होती थी। अब एलएचबी कोच लगने से यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी और यात्रा आरामदायक होगी। पुराने कोच विशेष ट्रेनों में इस्तेमाल होंगे।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। गरीब रथ एक्सप्रेस में पारंपरिक आईसीएफ (इंटिग्रेटेड कोच फैक्ट्री) की जगह अब सिर्फ एलएचबी रैक लगेंगे। इसके सभी कोच थर्ड एसी Economy श्रेणी के होंगे।
गरीब रथ के पारंपरिक कोच का निर्माण बंद कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय रेलवे को पुराने कोच को हटाने का आदेश दिया है।
वर्ष 2006 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव ने गरीब रथ ट्रेनों की शुरुआत की थी। अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों का तुलना में इसका किराया कम होता है।
पूरे देश में अलग-अलग रूट पर 26 गरीब रथ एक्सप्रेस चलती है। पहले इनमें पारंपरिक रैक लगाए जा रहे थे, जिसमें थर्ड एसी के साथ ही चेयरकार के भी कोच होते थे।
थर्ड एसी कोच के एक केबिन में आठ सीट (बर्थ) होते हैं, लेकिन गरीब रथ के परंपरागत कोच में नौ सीट होती है। इसके साइड में दोनों बर्थ के बीच में भी एक और यात्री के सोने की व्यवस्था रहती है।
इससे यात्रियों को परेशानी होती थी। अब यह परेशानी दूर हो जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि पिछले वर्ष जुलाई से इन्हें बदलकर एलएचबी रेक लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।
दिल्ली से चलने वाली सभी गरीब रथ ट्रेनों में यह बदलाव हो गया है। कई क्षेत्रीय रेलवे में अभी भी पुराने रेक का उपयोग किया जा रहा था। अब उस पर पूरी तरह से रोक लगाने का आदेश जारी हो गया है। पुराने कोच का उपयोग आवश्यकता अनुसार विशेष ट्रेनों में किया जाएगा।
थर्ड एसी इकोनामी श्रेणी के कोच में अग्निरोधक उपकरण, फोल्डेबल स्नैक टेबल, आधुनिक शौचालय, रीडिंग लाइट और यूएसबी चार्जिंग पाइंट लगे रहते हैं।
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