सौम्या, राधिका और जिगिषा हत्याकांड की जांच का नेतृत्व करने वाले धालीवाल को मिला 'राष्ट्रपति पुलिस पदक'
स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर अंडमान और निकोबार पुलिस के चार अधिकारियों को सम्मानित किया गया है। पुलिस महानिदेशक हरगोबिंदर सिंह धालीवाल को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला है। धालीवाल आतंकवाद-रोधी अभियानों और संगठित अपराध से निपटने में माहिर हैं। उन्होंने दिल्ली में कई सनसनीखेज मामलों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। 79वें स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर अंडमान और निकोबार पुलिस के चार अधिकारियों को उनकी शानदार और बेदाग सेवा के लिए सम्मानित किया गया है।
इनमें पुलिस महानिदेशक हरगोबिंदर सिंह (एचजीएस) धालीवाल को प्रतिष्ठित ''विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक'' प्रदान किया गया है। यह घोषणा गृह मंत्रालय ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर की गई।
1997 बैच के आइपीएस अधिकारी धालीवाल अपने पूरे करियर में आतंकवाद-रोधी अभियानों और संगठित अपराध से निपटने में संचालन कुशलता, नेतृत्व और व्यावसायिकता के लिए जाने जाते हैं।
वे वीरता के लिए पुलिस पदक प्राप्त करने वाले चुनिंदा अधिकारियों में से हैं। दिल्ली में तैनाती के दौरान उन्होंने सौम्या विश्वनाथन, राधिका तंवर और जिगिषा घोष हत्याकांड जैसे सनसनीखेज मामलों को सुलझाने वाली टीमों का नेतृत्व किया।
दिल्ली सीरियल ब्लास्ट केस में इंडियन मुजाहिदीन के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी, बाइकर्स गैंग और सत्ते गैंग के साथ मुठभेड़ों में अपराधियों को बेअसर करने, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड, मैक्सिको से दीपक बॉक्सर की गिरफ्तारी और आस्ट्रेलिया से मोस्ट वांटेड राजविंदर सिंह की गिरफ्तारी में उनकी विशेष भूमिका रही।
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