Delhi News: मिंटो ब्रिज अंडरपास में हुए जलभराव पर दिल्ली सरकार की बड़ी कार्रवाई, पीडब्ल्यूडी का जूनियर इंजीनियर निलंबित
दिल्ली में बारिश के बाद मिंटो ब्रिज अंडरपास में हुए जलभराव के कारण मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सख्त कार्रवाई की है। पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर को निलंबित कर दिया और असिस्टेँट इंजीनियर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी दी है।

राज्य ब्यूरो, जागरण. नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में गत 24 मई की रात हुई भारी वर्षा के बाद मिंटो ब्रिज अंडरपास में हुए जलभराव पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
सीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए लापरवाही बरतने के आरोप में पीडब्ल्यूडी की इलेक्ट्रिकल विंग के जूनियर इंजीनियर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही इसी विंग के असिस्टेंट इंजीनियर को कारण बताओ नोटिस देकर 48 घंटे में जवाब मांगा है। इसके साथ ही इसी विंग के अधिशासी अभियंता से भी जवाब मांगा गया है।
अंडरपास में जलभराव पर पहली बार की गई कार्रवाई
यहां बता दें कि यह पहली बार है कि मिंट्रो ब्रिज अंडरपास में जलभराव होने पर इतनी सख्त कार्रवाई की गई है।सीएम गुप्ता ने कहा है कि कोई अधिकारी काम में लापरवाही करेगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने साफ किया है कि सार्वजनिक जीवन को बाधित करने वाली कोई भी घटना होने पर सरकार लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी।
सीएम ने कहा है कि कड़े निर्देश के बावजूद जलभराव की समस्या का समुचित समाधान नहीं करने के चलते हमारी सरकार ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला लिया है।
सीएम का निर्देश, जल्द सीवर और नालों की सफाई पूरी हो
गुप्ता ने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि बरसात के मौसम से पहले राजधानी दिल्ली में जल निकासी की समुचित व्यवस्था करने के साथ ही जल्द से जल्द सभी सीवर और नालों की सफाई की जाए।
उन्होंने कहा कि जलभराव के लिए जिम्मेदार संबंधित सभी विभागों कि नोडल अधिकारियों को साफ निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर उनके ऊपर सीधी जवाबदेही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में दिल्ली में कहीं पर भी जलभराव के हालात पैदा नहीं हों। इसके लिए ग्राउंड लेवल पर माॅनीटरिंग और सतत निगरानी करने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें: पांच महिला विज्ञानियों ने बनाई भारत पूर्वानुमान प्रणाली, केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री ने किया शुभारंभ
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।