भाई राहुल गांधी के बाद प्रियंका वाड्रा ने भी SC के निर्णय को कहा गलत, मेनका गांधी बोलीं- गुस्से का निर्णय
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सुप्रीम कोर्ट के आवारा कुत्तों संबंधी आदेश की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कुत्तों को शेल्टर में स्थानांतरित करना अमानवीय होगा क्योंकि पर्याप्त शेल्टर मौजूद नहीं हैं। मेनका गांधी ने भी इस निर्देश का विरोध किया है आशंका जताई है कि यह कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा कर सकता है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी भाई राहुल गांधी के सुर में सुर मिलाते हुए सुप्रीम कोर्ट के आवारा कुत्तों संबंधी आदेश की आलोचना की है। मंगलवार को प्रियंका ने दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर चिंता व्यक्त की और कहा, "उन्हें इस तरह की क्रूरता का सामना नहीं करना चाहिए।" वहीं, पशुप्रेमी मेनका गांधी ने भी विरोध जताया है।
एक्स पर एक पोस्ट में प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा, "कुछ ही हफ्तों में शहर के सभी आवारा कुत्तों को शेल्टर में स्थानांतरित करना उनके साथ बेहद अमानवीय व्यवहार का कारण बनेगा। पर्याप्त शेल्टर मौजूद नहीं हैं जो उन्हें ले सकें। पहले से ही शहरी क्षेत्रों में जानवरों के साथ दुर्व्यवहार और क्रूरता होती है।"
The moving of all the city’s stray dogs to shelters within a matter of weeks is going to result in horrendously inhumane treatment of them. Enough shelters do not even exist to take them on.
As it is animals in urban surroundings are subjected to ill treatment and brutality.…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 12, 2025
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उन्होंने आगे लिखा, "निश्चित रूप से स्थिति को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने का कोई रास्ता होगा और इन मासूम जानवरों की देखभाल और सुरक्षा के लिए एक मानवीय तरीका खोजा जा सकता है। कुत्ते सबसे खूबसूरत और कोमल प्राणी हैं, उन्हें इस तरह की क्रूरता का सामना नहीं करना चाहिए।"
वहीं, पशु अधिकार कार्यकर्ता और भाजपा नेता मेनका गांधी ने आशंका जताई कि यह निर्देश कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह लागू करने योग्य आदेश नहीं है, यह केवल कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा करेगा। सरकार ने कभी सरकारी शेल्टर नहीं बनाया, सभी शेल्टर निजी तौर पर संचालित हैं। यह निर्णय गुस्से में दिया गया था।"
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सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की प्राधिकरणों को तुरंत सभी इलाकों से आवारा कुत्तों को उठाकर शेल्टर में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया। यह निर्देश नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद पर भी लागू होते हैं। इस निर्णय की पशु अधिकार संगठनों ने आलोचना की है। उन्होंने सोमवार को दिल्ली के इंडिया गेट के सामने इस आदेश के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
एक कुत्ता पालने वाले ने पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के दौरान यह बात कहा, "वे नहीं चाहते कि हम बोलें। ये लोग हर किसी को जेल में डाल रहे हैं। मैं जानवरों को खिलाने के पुण्य कार्य के लिए हिरासत में लिया जा रहा हूं।"
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