Delhi UER 2: सड़क परिवहन राज्य मंत्री से बातचीत बेनतीजा, बिंदापुर में महापंचायत आज; आंदोलन की बनेगी रणनीति
यूईआर-2 टोल को लेकर सड़क परिवहन राज्य मंत्री से वार्ता विफल रही जिसके बाद बिंदापुर में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। खाप पंचायत और सामाजिक संगठनों ने टोल हटाने की मांग की है। रोहिणी सोसायटी के लोगों ने भी टोल वसूली को अनुचित बताते हुए इसका विरोध किया है। उनका कहना है कि दिल्ली की सीमा के भीतर टोल नहीं होना चाहिए।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। यूईआर-2 टोल को लेकर क्षेत्र के दो सांसद व दो विधायकों की बैठक के नौ दिन बाद शनिवार को खाप पंचायत व सामाजिक संगठनों के लोगों ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा से मुलाकात की और मुंडका-बक्करवाला टोल हटाने की मांग रखी। बातचीत में टोल को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई।
प्रतिनिधिमंडल अब केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेगा। उधर, इस मसले को लेकर रविवार को बिंदापुर में होने वाली महापंचायत को लेकर पालम 360 खाप व अन्य संगठनों ने सारी तैयारी पूरी कर ली है।
खाप के प्रधान सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने दावा किया कि महापंचायत में पूरे दिल्ली-देहात व आरडब्ल्यूए के लोग हिस्सा लेंगे और आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा। टोल हटने तक आंदोलन चलाया जाएगा। बिंदापुर महापंचायत में आंदोलन की रुपरेखा बनाई जाएगी।
शनिवार को पालम 360 खाप व अन्य संगठनों के लोग नई दिल्ली स्थित ट्रांसपोर्ट भवन में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा से मिले और मुंडका-बक्करवाला टोल को लेकर अपना मांग-पत्र सौंपा। बाद में खाप नेता सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि बातचीत में इस मुद्दे पर सकारात्मक चर्चा हुई, लेकिन अभी समाधान नहीं निकल पाया है।
अब इस मसले पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के लिए समय मांगा है। जल्द केंद्रीय मंत्री से मुलाकात कर स्थायी समाधान के बारे में बात की जाएगी। उधर, कल सुबह बिंदापुर में होने वाली महापंचायत को लेकर आयोजक दिनभर सक्रिय रहे। गांवों में जनसंपर्क कर लोगों को महापंचायत में आने का निमंत्रण दिया गया।
नजफगढ़ जाट भवन में खाप प्रधान सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने मौजिज लोगों के साथ बैठक की और महापंचायत को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कल आंदोलन की रणनीति का एलान किया जाएगा। बैठक में ओमप्रकाश सहरावत, सुरहेड़ा से राव त्रिभुवन सिंह, श्रीराम यादव भुमनहेड़ा, प्रीतम डागर मिलकराम, साहब सिंह ईशापुर, मास्टर कान्हा राम झाडौदा आदि मौजूद रहे।
रोहिणी सोसायटी के लोग भी नहीं चाहते टोल
- सोसायटी के लोगों ने कहा कि टोल वसूली से रोहिणी सोसायटी के लोगों पर भी सीधा असर
- रोहिणी की 152 सोसायटी के संगठन के पदाधिकारियों ने टोल वसूली को अनुचित बताया
- कहा- दिल्ली की सीमा के भीतर कभी नहीं हुई टोल वसूली, यह केवल एक क्षेत्र का मसला नहीं, पूरी दिल्ली से जुडा मामला
यूईआर-2 पर टोल से केवल ग्रामीण क्षेत्र के लोग ही असहमत नहीं हैं, बल्कि शहरी इलाके में रहने वाले लोग भी टोल वसूली के विरोध में हैं। रोहिणी क्षेत्र की सोसायटी में रहने वाले लोगों ने यूईआर-2 परियोजना को वरदान बताया, लेकिन दिल्ली के लोगों से दिल्ली के भीतर टोल वसूली के प्रति असहमति व्यक्त की।
लोगों का कहना है कि यातायात दबाव कम करने के लिए यूईआर-2 का निर्माण किया गया है, अगर इस पर महंगा टोल लगेगा तो कोई क्यों इस मार्ग का इस्तेमाल करेगा। महंगे टोल के डर से लोग पुराने रास्तों का ही इस्तेमाल करेंगे तो फिर दिल्ली की सड़कों से दबाव कैसे कम होगा। इसलिए, राजधानी की सीमा के भीतर टोल नहीं होना चाहिए।
रोहिणी की 152 सोसायटी के संगठन रोहिणी फेडरेशन आफ कोआपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसाइटीज के अलावा क्षेत्र की सामाजिक, धार्मिक संगठन के पदाधिकारियों ने भी टोल को लेकर नाखुशी जाहिर की है।
दिल्ली के बड़े शहरी क्षेत्र का भी यूईआर-2 से सीधा संबंध है। बाहरी दिल्ली के गांव-देहात के इलाके के अलावा रोहिणी, पीतमपुरा, शालीमारबाग, अशोक विहार की सोसायटी व शहरी क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों का रोजाना यूईआर-2 से आवागमन होता है। लोगों का प्रतिदिन द्वारका, एयरपोर्ट, गुरुग्राम की ओर आना-जाना होता है।
रोहिणी में ज्यादातर निवासियों की यह राय है कि जो टोल यूईआर–2 पर लगाया गया है, बहुत ज्यादा है। इसे तुरंत कम किया जाना अति आवश्यक है। दिल्ली के इतिहास में राजधानी की सीमा के भीतर कभी टोल नहीं लिया गया, इस पहलू को देखते हुए सरकार को राहत देनी चाहिए।
आर्य मुनि, प्रधान, रोहिणी फेडरेशन आफ कोआपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसाइटीज
यूईआर-2 जहां एक तरफ़ बहुत उपयोगी सिद्ध हुई है, वहीं दूसरी तरफ़ 235 रुपये टोल टैक्स के कारण एनसीआर में कार्यरत लोगों को नित्य इतना टैक्स देना आर्थिक रूप से तंगी की ओर ढकेल रहा है इसलिए, सरकार को चाहिए कि दिल्ली-गुरुग्राम रोड एवं दिल्ली-नोएडा रोड की भांति कर मुक्त कर देना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग इस रोड से आवागमन कर सकें ।
डा. एसएल सागर, प्रधान, ओवरसीज अपार्टमेंट्स, सेक्टर–9, रोहिणी
सरकार द्वारा दिल्लीवासियों की सुविधा के लिए यूईआर–2 रोड बनाई गई है, जो ट्रैफिक कम करने में बहुत अधिक सहायता करेगी। यदि सरकार दिल्लीवासियों के लिए इस पर टोल माफ कर दे तो सोने पे सुहागा हो जाए।
हर्ष जींदगर, प्रधान, राजस्थान मिलेनियम क्लब
यह परियोजना न केवल राजधानी के लिए बल्कि पूरे एनसीआर क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी। इससे लोगों को सुविधा, समय की बचत और पर्यावरण को राहत मिलेगी। हम सरकार और संबंधित एजेंसियों से मांग करते हैं कि इस पर टोल रेट कर किया जाए, जो अभी बहुत ज्यादा है।
विनीता जैन, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, जैन एकता मंच
दिल्लीवासियों की सुविधा के लिए बनाई गई यूईआर–2 अधिक टोल की वजह से रोहिणी वासियों के कोई काम नहीं आ पा रही है। दिल्लीवासियों से टोल वसूलना समझ से बाहर है।
संजय गोयल, सेक्टर–22, रोहिणी
यूईआर–2 रोड रोहिणी वासियों के लिए फ्री कर देनी चाहिए। इतना ज्यादा टोल टैक्स होने की वजह से रोहिणी के निवासी इसका पूरा उपयोग करने से कतराने लगे हैं।
रवीना गुप्ता, रोहिणी सेक्टर-9
यूईआर-2 रिंग रोड है और इसे यातायात का बोझ हल्का करने के लिए बनाया गया है। रिंग रोड पर टोल लगाया गया है तो लोग इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे। यानि, टोल बचाने के लिए लोग पुराने मार्ग (अंदरुनी मार्ग) पर ही अपनी आवाजाही रखेंगे। ऐसे में भला कैसे यातायात का बोझ हल्का होगा। यूईआर-2 का ज्यादा इस्तेमाल तभी करेंगे, जब टोल टैक्स नहीं होगा। दिल्ली की सीमा के भीतर टोल टैक्स अनुचित है, इसे हटाया जाना चाहिए।
राकेश सहरावत, प्रधान, जाट समाज एजुकेशन सोसायटी
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