रामलला के आंगन से होगा हिंदू पुनर्जागरण का अभ्युदय, बैठक में मथुरा-काशी मंदिर पर तय होगी रणनीति
विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति व प्रन्यासी मंडल की तीन दिवसीय शीर्ष बैठक 25 से 27 फरवरी तक होगी। बैठक में मथुरा-काशी मंदिर विवाद मामले की कोर्ट में मौ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नव्य, भव्य, दिव्य रामलला के आंगन से ही वैश्विक स्तर पर हिंदू पुनर्जागरण का अभ्युदय होगा। अयोध्या में अगले माह विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति व प्रन्यासी मंडल की तीन दिवसीय शीर्ष बैठक में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राम मंदिर केंद्रित व्यापक जागरण अभियान की रणनीति तैयार की जाएगी।
करीब 300 प्रतिनिधि होंगे शामिल
यह बैठक 25 से 27 फरवरी तक है। इसमें विहिप के देश-विदेश के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ प्रबुद्ध संतों की मौजूदगी रहेगी। करीब 300 प्रतिनिधियों में कई ऐसे होंगे जो पहली बार अयोध्या पहुंचेंगे और वे रामलला के दर्शन पूजन करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनाव के पूर्व विहिप की इस शीर्ष बैठक में यह तय किया जाएगा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद कैसे राम मंदिर को केंद्र में रखकर देशभर के जन-जन का जागरण हो और इसके लिए आगे का व्यापक रोडमैप तैयार किया जाएगा। कार्यक्रम तय किए जाएंगे।
कई मुद्दों पर तय की जाएगी रणनीति
इसी तरह राम लला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के सफलतम अनुष्ठान का अवलोकन करने के साथ ही विहिप के सभी आयामों के छह माह में हुए कार्यों की समीक्षा की जाएगी तथा आगे के छह माह का कार्यक्रम तय होगा। बैठक में मथुरा-काशी मंदिर विवाद मामले की कोर्ट में मौजूदा स्थिति, देशभर के मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने, मतांतरण तथा लव जिहाद जैसे सम सामयिक मुद्दों पर भी विमर्श और रणनीति तय की जाएगी।
इस संबंध में विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि इस बैठक में समाज को रामराज्य के प्रति बोध कराने पर जोर देने के साथ ही वर्तमान राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विषयों पर चर्चा होगी। इसी तरह इस बैठक में विहिप के साथ ही दुर्गा वाहिनी, बजरंग दल व मातृ शक्ति के अभ्यास वर्ग के कार्यक्रम भी तय होगा। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने पूछे जाने पर बताया कि प्रति वर्ष मई- जून में अभ्यास वर्ग होते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।