दिल्ली में तंत्र-मंत्र के नाम पर ठगी, जालसाज गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो 'तंत्र-मंत्र' और 'अनुष्ठान' के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठगता था। आरोपी, राहुल, इंस्टाग्राम पर 'अघोरी जी राजस्थान' के नाम से अकाउंट बनाकर खुद को तांत्रिक बताता था। वह लोगों से उनकी समस्याओं को दूर करने के बहाने पैसे लेता था। पुलिस ने उसे राजस्थान से गिरफ्तार किया और उसके पास से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की हैं। जांच में पता चला है कि उसने 50 से ज्यादा लोगों को ठगा है।

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो 'तंत्र-मंत्र' और 'अनुष्ठान' के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठगता था।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नई दिल्ली जिले के साइबर थाने की एक टीम ने एक जालसाज को गिरफ्तार किया है, जिसने इंटरनेट पर "तंत्र-मंत्र" और "अनुष्ठान" के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी की। उसकी पहचान राजस्थान के झुंझुनू निवासी राहुल के रूप में हुई है।
उसने इंस्टाग्राम पर "अघोरी जी राजस्थान" नाम से अकाउंट बनाया और खुद को एक प्रसिद्ध तांत्रिक बताया। उसके पेज पर लिखा था कि वह प्रेम, विवाह, संतान, व्यवसाय और जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने के लिए "विशेष अनुष्ठान" करता है। वह भय और भ्रम फैलाने के लिए साधना, भस्म और दीपक की फर्जी तस्वीरें पोस्ट करता था, जिससे लोगों को लगता था कि वे किसी बुरी आत्मा या ग्रहों के प्रभाव में हैं। जब कोई उससे संपर्क करता, तो वह पहले उनकी समस्याएं सुनता और फिर महायज्ञ या तांत्रिक साधना करने के बहाने पैसे मांगता।
अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी 50 से ज़्यादा लोगों को ठग चुका है। पुलिस के अनुसार, आरोपी इंटरनेट पर सक्रिय था और खास तौर पर व्यक्तिगत या पारिवारिक संकटों से जूझ रहे लोगों को निशाना बनाता था। उपायुक्त के अनुसार, चाणक्यपुरी निवासी पीड़िता ने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी।
उसने बताया कि वह "अघोरी जी राजस्थान" नामक एक पेज के बहकावे में आकर अपने घर की एक समस्या के समाधान के लिए ₹1.14 लाख भेजे थे। आरोपी को पैसे मिलते ही उसने कॉल और मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया। शिकायत के बाद, साइबर अपराध थाने ने जाँच शुरू की। निरीक्षक हरीश चंद्र के नेतृत्व में एक टीम ने मोबाइल नंबरों, बैंक खातों और तकनीकी विवरणों की जाँच की।
जाँच में पता चला कि राहुल ने धोखाधड़ी का नेटवर्क फैलाने के लिए कई फर्जी पेज और वेबसाइट बनाए थे। धोखाधड़ी की रकम उसके और उसके परिवार के खातों में ट्रांसफर की जाती थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए वह बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहता था।
हालांकि, साइबर जांचकर्ताओं ने लगातार तकनीकी निगरानी बनाए रखी और आखिरकार उसका पता लगा लिया। 9 अक्टूबर की सुबह, पुलिस की एक टीम ने झुंझुनू में छापा मारा और राहुल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, उसने तांत्रिक बनकर धोखाधड़ी करने की बात स्वीकार की। उसने यह भी बताया कि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचने के लिए, वह छोटे-छोटे प्रमोशनल वीडियो बनाता था ताकि लोग उस पर ज़्यादा यकीन करें।
ये चीजें हुईं बरामद
आगे की पूछताछ में उसने बताया कि उसने न सिर्फ़ दिल्ली में, बल्कि दूसरे राज्यों में भी लोगों को ठगा है। पुलिस को अब तक 50 से ज़्यादा पीड़ितों के बारे में जानकारी मिल चुकी है। आरोपी के पास से तीन मोबाइल फ़ोन, पाँच सिम कार्ड, तीन बैंक कार्ड, तीन चेकबुक और धोखाधड़ी में इस्तेमाल की गई फर्जी वेबसाइटों का पूरा डेटा बरामद किया गया है। पुलिस फिलहाल आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि इस धोखाधड़ी में उसके साथ और कौन-कौन शामिल था।
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