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    दिल्ली वासियों के लिए खत्म होने वाला है साइंस पार्क का इंतजार, एनडीएमसी अगले महीने कर सकता है उद्घाटन

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 09:24 PM (IST)

    दिल्ली के लुटियंस क्षेत्र में राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र के सहयोग से निर्मित साइंस पार्क बनकर तैयार है। 29 लाख रुपये की लागत से बने इस पार्क में एनडीएमसी के छात्रों को मुफ्त प्रवेश मिलेगा। यहाँ शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण केंद्र भी होगा। पार्क का उद्देश्य खेल-खेल में विज्ञान सिखाना और विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष उपाय किए जा रहे हैं।

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    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लुटियंस दिल्ली में साइंस पार्क शुरू होने का इंतजार जल्द ही खत्म हो सकता है। साइंस पार्क का आखिरकार निर्माण पूरा हो गया है। अगामी माह में इसका उद्धाटन कराने की तैयारी है।

    29 लाख रुपये की राशि से 3642 वर्ग मीटर में फैले इस साइंस पार्क को बनाया गया है। पूर्व में इस स्थान पर एनडीएमसी का स्कूल हुआ करता था लेकिन छात्रों की कमी से बच्चों को दूसरे स्कूल में स्थानांतरित करके एनडीएमसी ने इस पार्क को तैयार किया है। यहां पर साइंस पार्क के साथ ही शिक्षकों का प्रशिक्षण केंद्र भी शुरू किया जाएगा।

    एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि 30 नवंबर 2022 को राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र के साथ इस पार्क के निर्माण के लिए समझौता हुआ था। उन्होंने बताया कि इस पार्क में माध्यम से विद्यार्थी खेल-खेल में विज्ञान के विभिन्न आयामों को समझ सकेंगे।

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    इसके माध्यम से विद्यार्थियों में दैनिक जीवन में उपयोगी वैज्ञानिक तथ्यों की समझ एवं दृष्टिकोण, विश्लेषणात्मक सोच एवं सृजनात्मक प्रतिभा का विकास होगा। साइंस पार्क खेल के माध्यम से विज्ञान सीखने के लिए ओपन-एयर साइंस गैजेट्स का एक समूह है। साइंस पार्क अनौपचारिक तरीके से विज्ञान पढ़ाने की एक अभिनव प्रयोग है। जो कि बच्चों को पढ़ने की अपेक्षा विज्ञान को खेल के जरिये समझने की प्रवृत्ति को बढ़ाता है

    चहल ने बताया कि इस पार्क में 16 विज्ञान प्रदर्शनी माॅडल जैसे इको ट्यूब, प्रोजेक्टिव जियोमेट्री, लीवर रिड्यूस एफर्ट (तीन प्रकार), कैमरा ऑबस्क्युरा, व्हिस्परिंग गार्डन, एक्शन रिएक्शन, सिम्पेथेटिक स्विंग, म्यूजिकल ट्यूब, लिफ्ट सेल्फ, सोलर एक्लिप्स, ग्रेविटी चैयर, बकी बाल क्लाइंबर, पेरिस्कोप, इंटरएक्टिव सनडायल, वैल्यू ऑफ पाई और झुका हुआ विमान विकसित किए गए हैं।

    एनडीएमसी उपाध्यक्ष ने कहा कि एनडीएमसी के सभी स्कूलों के साथ-साथ अन्य स्कूलों के छात्र नियमित रूप से इस पार्क का दौरा कर सकेंगे। जहां विज्ञान के सिद्धांतों को अनुभवात्मक के लिए विज्ञान पार्क में समझाया जाएगा।

    उन्होंने कहा कि साइंस पार्क की स्थापना के पीछे हमारा उद्देश्य वैज्ञानिक संस्कृति को बढ़ावा देना और विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रतिभा के पोषण के लिए वैज्ञानिक सोच को विकसित करना और विज्ञान को प्रौद्योगिकी में बदलने के लिए वैज्ञानिक विषयों में अनुसंधान करना है।

    वैसे तो साइंस पार्क का निर्माण 2023 में ही पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन विभिन्न कारणों से यह परियोजना पूरी करने में देरी हुई। हालांकि काम पूरा होने के बाद सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने इसे अब शिक्षा विभाग को सौंप दिया है।

    चूंकि इस पार्क में स्कूली बच्चों के आने की ज्यादा संभावना है इसलिए इसमें सुरक्षा के दृष्टि से उपाय किए जा रहे हैं। जरूरत हिसाब से कई स्थानों पर ग्रिल आदि को लगाया जा रहा है।

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