पुलिस की ऐसी मुनादी सुनकर चोर के छूटे पसीने, अगले दिन चोरी का सामान घर के दरवाजे पर रखकर भागा
दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके में एक चोर ने पुलिस के डर से चोरी किए गए सोने के गहने पीड़ित के घर के बाहर रख दिए। आरोपी ने 200 ग्राम सोने के आभूषणों से भरा बैग चुराया था। पुलिस ने इलाके में सख्ती बढ़ाई और घोषणा की कि गहने वापस न करने पर सख्त कार्रवाई होगी। इससे डरकर चोर ने सुबह होते ही गहनों से भरा बैग वापस रख दिया और फरार हो गया।

पुलिस के डर से चोरी किए गए सोने के गहने पीड़ित के घर के बाहर रख दिए।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मध्य जिले के आनंद पर्वत थाना क्षेत्र में पुलिस के डर से बदमाश चोरी किए गए सोने के आभूषण पीड़ित के दरवाजे के बाहर ही छोड़कर फरार हो गया।
दरअसल, आरोपी ने मौका पाकर लगभग 200 ग्राम वजन के सोने के आभूषण घर से चाेरी किए थे, जब पुलिस ने इलाके में सख्ती बरती तो आरोपी डर गया और शिकायतकर्ता के घर के दरवाजे पर पूरे आभूषण रखकर फरार हो गया।
उपायुक्त निधिन वल्सन के मुताबिक, पांच अक्टूबर को आनंद पर्वत पुलिस थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराते हुए शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी बेटी मुख्य द्वार पर ताला लगाकर ट्यूशन पढ़ने गई थी। वापस लौटने पर देखा तो गेट खुला था और अलमारी का सामान बिखरा हुआ था।
जांच की तो पता चला कि अलमारी में रखा आभूषणों से भरा बैग गायब था। बैग में दो मंगलसूत्र, एक सोने का सेट (लगभग 61 ग्राम), सोने की चेन, झुमके और अंगूठियां थीं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
टीम ने स्थानीय निवासियों से बातचीत कर सुराग जुटाए और संभावित संदिग्धों के बारे में स्थानीय खुफिया जानकारी जुटाई। पूछताछ के दौरान, पुलिस ने निवासियों को बताया कि घटनास्थल से अंगुलियों के निशान एकत्र कर लिए गए हैं।
सोसायटी के सभी निवासियों के अंगुलियों के निशान लेकर उनका मिलान किया जाएगा और अपराधी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। थाना प्रभारी ने पूरे इलाके में स्पीकर से घोषणा भी करवाई कि अगर गहने वापस नहीं किए तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पुलिस की इस कार्रवाई देखकर चोर डर गया और वारदात के अगले दिन सुबह-सुबह उसने चोरी के सभी गहनों से भरा बैग शिकायतकर्ता के घर के बाहर दरवाजे के पास रख दिया और मौके से फरार हो गया।
यह भी पढ़ें- दिल्ली में दिनदहाड़े 18 लाख की चांदी लूटने वाले चार बदमाश दबोचे, CCTV फुटेज से हुई पहचान
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।