यूपी रोडवेज की बसों में खाने में नींद की गोलियां मिलाकर लूटपाट, दो गिरफ्तार
पूर्वी दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो यूपी रोडवेज की बसों में यात्रियों को नशीला पदार्थ खिलाकर लूटपाट करते थे। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से चोरी के मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद हुए हैं। पूछताछ में पता चला कि आरोपी बुलंदशहर से नींद की गोलियां मंगाते थे और लूटे हुए पैसों से अय्याशी करते थे।
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पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। पटपड़गंज औद्योगिक थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो अपनी अय्याशी के लिए यूपी रोडवेज की बसों में यात्रियों के खाने में नींद की गोलियां मिलाकर उन्हें लूटते थे। इसके बाद वे यात्रियों के मोबाइल फोन, गहने, पर्स, जूते-चप्पल और अन्य सामान लेकर फरार हो जाते थे। लूटे गए पैसों को वे बार में उड़ा देते थे। लूटे गए पैसों से वे दो आईफोन, एक कार और एक मोटरसाइकिल भी खरीदते थे।
बदमाशों की पहचान हरदोई के पाली गांव निवासी आदिल और लोनी निवासी आलोक मिश्रा के रूप में हुई है। पुलिस ने बदमाशों के पास से 16 मोबाइल फोन, लैपटॉप और गहने बरामद किए हैं। उन्होंने चोरी के मोबाइल फोन और सिम कार्ड का इस्तेमाल करके लगभग 14 लाख रुपये ऑनलाइन निकाल लिए थे। वे पांच महीने से इस वारदात को अंजाम दे रहे थे। दिल्ली पुलिस ने 29 बदमाशों का पता लगा लिया है और बाकी की तलाश जारी है।
पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अभिषेक धानिया ने बताया कि उस्मान नाम के एक युवक ने 18 अगस्त को पटपड़गंज औद्योगिक थाने में लूट की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि 13 अगस्त की रात वह आनंद विहार बस अड्डे से मुरादाबाद जाने वाली यूपी रोडवेज की बस में सवार हुआ था। उसके बगल में एक और यात्री बैठा था। दोनों बातें करने लगे।
यात्री ने उसे बोतल से पानी दिया। पानी पीने के कुछ देर बाद ही वह बेहोश हो गया। 14 अगस्त को जब उसे होश आया, तो उसे मुरादाबाद के सिविल लाइंस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका मोबाइल फोन, पर्स और अन्य सामान गायब था। अस्पताल से घर लौटने पर उसे पता चला कि उसके बैंक खाते से एटीएम के ज़रिए 40,000 रुपये और ऑनलाइन 5,000 रुपये ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल हर्षित, अनुज और सुनील की टीम ने उस एटीएम की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जिससे पैसे निकाले गए थे। तकनीकी निगरानी का इस्तेमाल करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों को शास्त्री पार्क से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आदिल ने बताया कि उसने लखनऊ, रामपुर और कानपुर समेत लंबे रूटों पर चलने वाली यूपी रोडवेज की बसों में अपराध किए थे। वह चोरी किए गए मोबाइल फोन की जांच करता था कि किन फोन में यूपीआई और नेट बैंकिंग है। वह एक नया पिन बनाता और खाता खाली कर देता।
आदिल ने यह तरीका अपने रिश्तेदारों से सीखा
पुलिस पूछताछ में, आदिल ने खुलासा किया कि वह शुरुआत में अपने रिश्तेदारों के साथ यात्रियों को लूटता था। उसने उसे खाने में नींद की गोलियाँ मिलाना सिखाया था। चोरी के सामान में हिस्से को लेकर उसका अपने रिश्तेदारों से झगड़ा हो गया था। इसके बाद, उसने आलोक के साथ मिलकर अपराध करना शुरू कर दिया।
वह बुलंदशहर से नींद की गोलियां मंगवाता था
पुलिस जाँच में पता चला है कि अपराधी बुलंदशहर के एक मेडिकल स्टोर से नींद की गोलियाँ मँगवाते थे। नींद की गोलियों के लिए डॉक्टर के पर्चे की ज़रूरत होती है। अपराधियों ने बाड़ा हिंदू राव अस्पताल के एक डॉक्टर के पर्चे में बदलाव किया था। जब उन्हें दवा की ज़रूरत होती, तो वे पर्चे को मेडिकल स्टोर पर भेज देते और कूरियर से मँगवा लेते।

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