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    कीबोर्ड के F और J बटन पर क्यों बनी होती हैं छोटी लाइनें? 99% लोग नहीं जानते होंगे सही जवाब!

    क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि आपके कंप्यूटर या लैपटॉप के कीबोर्ड पर ‘F’ और ‘J’ बटन पर हल्के से उभरे छोटे-छोटे निशान बने होते हैं? ज्यादातर लोग या तो इन्हें नोटिस ही नहीं करते और अगर देखा भी है तो शायद यह नहीं जानते कि इनका काम क्या है। यह मामूली-सा दिखने वाला फीचर दरअसल आपकी टाइपिंग को तेज और आसान बनाने का एक खास तरीका है।

    By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Mon, 11 Aug 2025 10:12 AM (IST)
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    कीबोर्ड के 'F' और 'J' बटन पर बनी छोटी लकीरें क्यों होती हैं? (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप कंप्यूटर या लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं, तो आपने शायद कीबोर्ड पर बनी इन छोटी-सी उभरी हुई लकीरों को देखा होगा। ये निशान 'F' और 'J' बटन पर होते हैं। हो सकता है कि आपने इन पर ध्यान ही न दिया हो, या ध्यान दिया भी हो तो इनके काम के बारे में न जानते हों। बहुत से लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता। आइए, जानते हैं कि इन निशानों का क्या काम होता है।

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    क्यों बनाए जाते हैं ये निशान?

    इन निशानों को Tactile Guides कहा जाता है। इनका काम टाइप करते समय आपकी उंगलियों को सही जगह पर रखने में मदद करना है, वो भी बिना कीबोर्ड को देखे। टाइपिंग की एक खास तकनीक होती है- टच टाइपिंग, जिसमें आप उंगलियों की मांसपेशियों की याददाश्त (Muscle Memory) के जरिए टाइप करते हैं, न कि बार-बार कीबोर्ड को देखकर।

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    ‘F’ और ‘J’ क्यों चुने गए?

    स्टैंडर्ड QWERTY कीबोर्ड लेआउट में, बाईं हाथ की तर्जनी उंगली (Index Finger) को ‘F’ पर और दाईं हाथ की तर्जनी को ‘J’ पर रखा जाता है। बाकी उंगलियां अपने-अपने होम रो (Home Row) के बटन पर सेट रहती हैं-

    बायां हाथ: A-S-D-F

    दायां हाथ: J-K-L-;

    इन छोटे उभार की मदद से, टाइपिस्ट बिना देखे तुरंत सही पोज़िशन पकड़ सकते हैं।

    क्या हैं इसके फायदे?

    • कीबोर्ड देखने की जरूरत नहीं- आप सीधा स्क्रीन पर ध्यान दे सकते हैं और टाइपिंग तेज़ हो जाती है।
    • मसल मेमोरी मजबूत होती है- लगातार सही जगह पर उंगलियां रखने से आपका दिमाग और हाथ आदत डाल लेते हैं, जिससे गलती कम होती है।
    • पोश्चर और एर्गोनॉमिक्स बेहतर होते हैं- सही हाथ की पोजिशन से उंगलियों और कलाई पर दबाव कम पड़ता है, जिससे चोट या स्ट्रेस इंजरी का खतरा घटता है।

    हर कीबोर्ड पर मौजूद

    ये निशान लगभग हर फिजिकल कीबोर्ड पर पाए जाते हैं, चाहे वो डेस्कटॉप का हो या लैपटॉप का। कुछ टचस्क्रीन कीबोर्ड और ब्रेल डिवाइस में भी इसी तरह के टैक्टाइल फीचर होते हैं, ताकि यूजर्स को बिना देखे टाइप करने में आसानी हो।

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