मॉल हो या थिएटर, Toilet Doors के नीचे आखिर क्यों रहता है गैप? आपको हैरान कर देगी वजह
क्या आपने कभी सोचा है कि जब भी आप किसी मॉल थिएटर या ऑफिस के टॉयलेट में जाते हैं तो उनके दरवाजों के नीचे एक बड़ा-सा गैप (Gap Under Toilet Door) क्यों होता है? दरअसल यह कोई डिजाइन की गलती नहीं है बल्कि इसके पीछे कई दिलचस्प और जरूरी कारण छिपे हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आपकी जिंदगी में ऐसी कई छोटी-छोटी चीजें होंगी जिन पर आपका ध्यान तो जाता है, लेकिन आप उनके पीछे की वजह नहीं जानते। ऐसा ही एक सवाल है पब्लिक टॉयलेट के दरवाजों का। आपने देखा होगा कि मॉल, थिएटर या ऑफिस के टॉयलेट के दरवाजे नीचे जमीन तक नहीं होते, बल्कि उनमें एक गैप होता है।
क्या आपने कभी सोचा है यह गैप क्यों है? क्या ये सिर्फ एक डिजाइन है या इसके पीछे कोई गहरी वजह है? आज हम आपको 5 ऐसे कारण (Why Public Toilet Doors Have Gap) बताएंगे जिन्हें जानकर आप भी कहेंगे, 'वाह, यह तो मैंने सोचा ही नहीं था!'
साफ-सफाई में आसानी
मॉल या थियेटर जैसे स्थानों में टॉयलेट का इस्तेमाल लगातार होता है। ऐसे में, सफाईकर्मियों को बार-बार वहां सफाई करनी पड़ती है। अगर दरवाजे पूरे नीचे तक बंद हों, तो हर बार उन्हें खोलना पड़ेगा, लेकिन जब नीचे खाली जगह होती है, तो झाड़ू-पोंछा आसानी से बिना दरवाजा खोले ही किया जा सकता है। पानी या गंदगी को भी उसी जगह से बाहर निकाला जा सकता है, जिससे सफाई जल्दी और अच्छी हो जाती है।
इमरजेंसी में राहत
कभी-कभी लोग टॉयलेट में बेहोश हो सकते हैं या तबीयत बिगड़ सकती है। ऐसे में, दरवाजे के नीचे से देखा जा सकता है कि अंदर क्या हो रहा है। अगर कोई जरूरतमंद हो, तो तुरंत मदद पहुंचाई जा सकती है और अगर किसी का दरवाजा अंदर से लॉक हो जाए या फंस जाए, तो वह नीचे की जगह से बाहर निकल भी सकता है।
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गलत इस्तेमाल पर नजर रखना आसान
कुछ लोग पब्लिक टॉयलेट का गलत इस्तेमाल भी करते हैं, जैसे सिगरेट पीना या और कोई अनुचित गतिविधि। ऐसे में, नीचे की जगह से हलचल दिखाई देती है, जिससे सुरक्षा कर्मचारी यह देख सकते हैं कि अंदर सब कुछ सामान्य है या नहीं, और बिना किसी की गोपनीयता भंग किए निगरानी रखी जा सकती है।
कम लागत और कम रखरखाव
पूरे फर्श तक के दरवाजे बनाना महंगा होता है और वो नमी से जल्दी खराब भी हो सकते हैं, लेकिन आधे दरवाजे सस्ते भी होते हैं और टिकाऊ भी। गीली जमीन से दरवाजा जल्दी सड़ता नहीं, जिससे बार-बार मरम्मत की जरूरत भी नहीं पड़ती।
वेंटिलेशन भी है वजह
पब्लिक टॉयलेट में अक्सर वेंटिलेशन यानी हवा की निकासी का इंतज़ाम ठीक नहीं होता। ऐसे में, नीचे और ऊपर से खुला दरवाजा हवा के प्रवाह को बनाए रखता है, जिससे बदबू कम होती है और जगह घुटनभरी नहीं लगती। रोशनी भी अंदर तक पहुंच जाती है, जिससे स्टॉल में अंधेरा नहीं रहता।
आपातकाल में बाहर निकलने का रास्ता
अगर कभी आग लग जाए या पानी भर जाए, तो ऐसे दरवाजों को आसानी से खोला या तोड़ा जा सकता है। नीचे की जगह से बाहर निकलने का भी मौका रहता है। इससे संकट के समय कीमती समय बचाया जा सकता है।
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