बिहार चुनाव में शहरी मतदाताओं की उदासीनता दूर करने की तैयारी, प्रशासन ने उठाए ये कदम
पटना में मतदान के प्रति शहरी मतदाताओं की उदासीनता को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने एक व्यापक अभियान शुरू किया है। इस अभियान में नगर निगम के कर्मचारियों के माध्यम से घर-घर जाकर मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। युवाओं महिलाओं और पहली बार मतदान करने वालों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, पटना। शहरी मतदाताओं की उदासीनता दूर करने के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डॉ. त्यागराजन ने सघन अभियान शुरू किया है। शहरी मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने की जिम्मेदारी नगर निगम के सभी छह अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारियों को सौंपी गई है।
वे अपने क्षेत्र के 75-75 सफाई निरीक्षकों व 375-375 सफाई पर्यवेक्षकों व उनके स्मार्ट उपकरणों की मदद से कम मतदान वाले क्षेत्रों के हर दरवाजे, हर मतदाता तक जागरूकता की आवाज पहुंचाएंगे।
इसमें भी युवाओं, महिलाओं व पहली बार मतदाता बने लोगों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि कुल 5,665 मतदान केंद्रों में से करीब 1,811 बूथ नगर निगम के क्षेत्र में हैं।
निगम क्षेत्र में दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार व पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इन सीटों पर पूर्व में मतदान प्रतिशत 35 के आसपास रहा है। इसे 66 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए विशेष रणनीति के तहत काम किया जा रहा है।
शहरी क्षेत्र में मतदान के प्रति उदासीनता को दूर करने के लिए नगर निगम के 75 वार्डों को पांच-पांच सेक्टर में बांटा गया है। कुल 375 सेक्टर बनाए गए हैं। हर एक में एक-एक सैनिटेशन सुपरवाइजर तैनात हैं।
डोर-टू-डोर आइईसी (सूचना, शिक्षा एवं संचार) गतिविधियों के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। निगम क्षेत्र में चलने वाले एक हजार से अधिक कचरा संग्रहण वाहनों, 105 ओपन टीपर, 375 क्लोज टीपर व 332 ई-कार्ट पर चुनाव संबंधी जिंगल बजा प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
युवाओं, प्रथम बार मतदान करने वालों, महिला मतदाताओं, पीडब्ल्यूडी व वरिष्ठ नागरिकों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कराने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर के 15 प्रमुख स्थानों पर मौजूद वैरियेबल मैसेज डिस्प्ले सिस्टम से मतदान को लेकर संदेश चलाएगा जबकि 12 अन्य स्थलों पर नए डिस्प्ले सिस्टम लगाए जा रहे हैं।
69 पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से भी जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनएयूएलएम) के तहत कार्यरत 20 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन व 796 स्वयं सहायता समूहों के 7,960 सदस्य भी इस अभियान का हिस्सा होंगे।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सहभागितापूर्ण, सुरक्षित व समावेशी चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी मतदान केंद्रों पर रैंप, पेयजल, शौचालय, विद्युत, साइनबोर्ड व हेल्पडेस्क जैसी न्यूनतम सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं ताकि कोई भी मतदाता अपने अधिकार से वंचित नहीं रहे।
बूथ पर पहुंचने में समस्या, 1950 नंबर करें डायल
डीएम ने कहा कि बहुत से मतदाता जानकारी के अभाव में मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पाते हैं। उनके पास तक जागरूकता अभियान में लगे कर्मचारी पहुंचे और उन्हें टोल फ्री नंबर 1950 की जानकारी दें।
मतदाताओं को बीएलओ के माध्यम से भी इसकी जानकारी मुहैया कराएं। मतदान प्रतिशत में वृद्धि के लिए एक भी निर्वाचक छूटने नहीं पाए इसके लिए हरसंभव मदद उपलब्ध करा मतदाताओं की समस्याओं काे दूर करें। बेहतर प्रयास होंगे तो इस बार पटना के हर क्षेत्र में मतदान प्रतिशत का रिकार्ड स्थापित होगा।
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