Bihar Politics: इन सात HOT सीटों के चौंकाने वाले हो सकते परिणाम! एनडीए व महागठबंधन दोनों की पैनी नजर
Bihar Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति में अप्रत्याशित परिणाम संभव हैं। कुछ खास सीटों पर एनडीए और महागठबंधन दोनों की कड़ी नजर है। राजनीतिक पंडित भी इन सीटों पर भविष्यवाणी करने से बच रहे हैं, क्योंकि मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है। इन सात सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हैं, जहाँ परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं और राज्य की राजनीति को बदल सकते हैं।

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
मुकेश कुमार श्रीवास्तव, दरभंगा। Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जोरदार मुकाबला देखने को मिल रहा है। बावजूद लोगों की नजर मिथिलांचल पर है। यहां की 30 सीटों के बारे में कहा जाता है कि इससे सरकार की दिशा तय होगी।
यहां की सात सीटें हाट बनी हुई हैं। एनडीए इन सीटों को अपने झोली डालना चाहती है तो आइएनडीआइए इसे किसी कीमत पर गंवाने को तैयार नहीं है। दोनों तरफ से शक्ति की आजमाइश जारी है।इसमें दरभंगा के एक, समस्तीपुर के चार और मधुबनी के दो सीटें शामिल हैं। जहां छह सीट पर राजद और एक पर माकपा का कब्जा है।
इसमें दरभंगा ग्रामीण से राजद के ललित कुमार यादव, समस्तीपुर के समस्तीपुर से राजद के अख्तारूल इस्लाम, हसनपुर से तेजप्रताप यादव, मोरवा से रंजय कुमार साह, विभूतिपुर से माकपा के अजय कुमार सहित मधुबनी के मधुबनी से राजद के समीर कुमार महासेठ और लौकहा से भरत भूषण मंडल विधायक हैं।

पिछली बार लोजपा फैक्टर
मिथिलांचल के शेष 23 सीटों पर एनडीए का कब्जा है। लेकिन, जिन सात सीटों पर एनडीए को सफलता नहीं मिली उस पर 2020 के चुनाव में लोजपा के उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।
कड़ा मुकाबला
इस कारण घाटे का सामना करना पड़ा। इस बार लोजपा रामविलास के चिराग पासवान एनडीए के साथ हैं, ऐसे में इन सातों सीटों पर हर हाल में कब्जा करने की कोशिश हो रही है।लेकिन, आइएनडीआइए भी इसे छोड़ने को तैयार नहीं है। बता दें कि लोजपा ने 2020 के चुनाव में दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर जिले के 30 विधानसभा सीटों में 17 पर अपने प्रत्याशी उतारे थे।
जदयू को हुआ था नुकसान
इसमें 10 पर एनडीए ने कब्जा जमा लिया। लेकिन, शेष सात सीटों पर एनडीए को नुकसान हो गया। यह सभी सीटें जदयू के खाते में थी। परिणाम आने के बाद जदयू में आक्रोश भी था।
चिराग एनडीए के पाले में
लेकिन अब वह स्थिति नहीं है, चिराग पासवान एनडीए के हिस्सा हैं और उन तमाम सीटों की वापसी की कवायद चल रही है जो 2020 में झोली में आने से बच गई थी।
दरभंगा के 10 में नौ सीटों पर एनडीए का कब्जा है। लेकिन, दरभंगा ग्रामीण जदयू की हार हो गई। लोजपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार झा ने 17605 मत प्राप्त कर जदयू के हार का सबसे बड़ा कारण बन गए।
लोजपा को तीसरा स्थान
इसके अतिरिक्त जिन सीटों पर लोजपा के उम्मीदवार खड़े थे, उन्हें अच्छा खासा मत प्राप्त हुआ । इसमें कुशेश्वरस्थान से पूनम कुमारी को 13362, गौड़ाबौराम से राजीव कुमार को 9123, बेनीपुर से कमल राम विनोद को 1078, अलीनगर से राजकुमार झा को 8850 और बहादुरपुर से देवेंद्र कुमार झा को 16873 मत प्राप्त हुए थे। इसमें अलीनगर में चौथा, जबकि शेष सभी सीटों पर लोजपा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया था।

समस्तीपुर में अधिक नुकसान
लोजपा में सबसे अधिक समस्तीपुर में सात सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। इसमें चार सीटों पर सीधा एनडीए को नुकसान पहुंचा था। इसमें समस्तीपुर से महेंद्र प्रधान ने 12074 मत प्राप्त कर जदयू के अश्वमेघ देवी को दूसरे स्थान पर लाने में कामयाब हो गए थे।
हसनपुर भी नजर
वहीं विभूतिपुर से चंद्रबली ठाकुर ने 28811 मत प्राप्त किया था, इससे जदयू के उम्मीदवार रामबालक सिंह को नुकसान सामना करना पड़ा । हसनपुर से अर्जुन प्रसाद यादव 9882 मत प्राप्त किए थे यहां भी जदयू के राजकुमार राय को नुकसान हुआ और राजद से तेज प्रताप यादव की जीत हो गई।
मोरवा में अभय कुमार सिंह ने 23884 मत प्राप्त किया था, यहां से जदयू के विद्यासागर सिंह निषाद को हार का सामना करना पड़ा। यहां से रंजय कुमार साहू लालटेन जलाने में कामयाब हो गए।
इसके अतिरिक्त कल्याणपुर से मोना प्रसाद को 23163 वारिसनगर में उर्मिला को 23928 और रोसड़ा से किशन राज को 22995 मत प्राप्त हुए थे। चुनावी लड़ाई में सभी तीसरे स्थान पर रहे।
मधुबनी में लोजपा ने उतारे थे चार प्रत्याशी
मधुबनी में लोजपा ने चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इसमें दो सीटों पर एनडीए को नुकसान का सामना करना पड़ा इसमें मधुबनी से अरविंद कुमार पूर्वे ने 15818 मत प्राप्त किया था, यहां वीआईपी से सुमन कुमार महासेठ को नुकसान का सामना करना पड़ा और राजद के समीर कुमार महासेठ जीत गए।
लौकहा से प्रमोद कुमार प्रियदर्शी ने 30494 मत प्राप्त किया, इससे जदयू के लक्ष्मेश्वर राय को पराजय का सामना करना पड़ा । यहां से राजद के भरत भूषण मंडल को जीत मिल गई।
इसके अतिरिक्त बाबूबरही से अमरनाथ प्रसाद को 9818 और फुलपरास से विनोद कुमार सिंह को 10088 मत प्राप्त हुआ था। इन दोनों सीट पर जदयू की जीत हुई लेकिन कड़ी मेहनत का सामना करना पड़ा।
ऐसे में राज्य के दोनों प्रमुख गठबंधन के साथ-साथ मतदाताओं को भी इस बात का इंतजार है कि इस सीट का परिणाम क्या होता है? इसके साथ ही साथ यह भी देखने वाली बात होगी की क्या प्रशांत किशोर की पार्टी वर्ष 2020 वाली भूमिका में होगी?

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