सबसे बड़ा खतरा... निर्देशक Sooraj Barjatya ने बताए डायरेक्शन के मूल मंत्र, ये फिल्म बनाना थी बड़ी गलती
समय के साथ चलने के बजाय अपने आदर्शों के मार्ग पर चलना पसंद करते हैं फिल्मकार सूरज बड़जात्या। तभी तो आज के दौर में भी जो चलता है वह उस लीक पर काम करने के चक्कर में कभी नहीं पड़े और हमेशा एक बेहतरीन फिल्म के जरिए दर्शकों के पसंदीदा बने रहे। हाल ही में उन्होंने फैमिली फिल्मों को लेकर खुलकर बात की है।

प्रियंका सिंह, मुंबई ब्यूरो। फिल्मकार सूरज बड़जात्या आज भी पारिवारिक फिल्मों को प्राथमिकता देते हैं। सिनेमा का पहिया चाहे जैसे घूमे, वे अपने ही अंदाज में आगे बढ़ना पसंद करते हैं। सूरज कहते हैं, ‘फिल्ममेकिंग में सबसे अहम होता है, फिल्मकार का खुद पर भरोसा। मैंने अपने मन की न सुनने की गलती ‘मैं प्रेम की दीवानी हूं’ फिल्म के दौरान की थी। वह एक ही फिल्म थी, जिसमें मुझे लगा कि कलाकारों और संगीत के साथ अन्याय हुआ। मैंने चलन के अनुसार वह फिल्म बनाई थी, सेट पर
असिस्टेंट्स से पूछता था कि यह आप लोगों को अच्छा लग रहा है या नहीं। उससे यही सीख मिली कि निर्देशन उस कहानी का करो, जो दिल से निकलती है। सबसे बड़ा खतरा होता है, जब आप सोचते हैं कि क्या यह चलेगा? वहां क्रिएशन की नींव कट जाती है और वहीं औसत काम होता है।’
अच्छा है यह रास्ता
अभिनेता आमिर खान पिछले दिनों अपनी फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को यूट्यूब पर ले आए। इस प्रयोग को लेकर सूरज अपने विचार रखते हुए कहते हैं, ‘यह उनका शक्तिशाली कदम है। आज के दौर में ऐसा करना आसान नहीं। फिल्में बनाना बहुत महंगा है। यह भी भरोसा नहीं होता कि पैसे वापस आएंगे या नहीं। उस समय इंडस्ट्री के बारे में सोचना बड़ी बात है। खैर, आमिर ऐसे ही हैं। प्रायोगिक फिल्मों के लिए यह रास्ता अच्छा है।’
फिल्म ‘ऊंचाई’ में सूरज ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का प्रयोग किया था। पिछले दिनों ‘रांझणा’ फिल्म में एआइ से हुए परिवर्तन की बात फिल्म के कलाकार धनुष को पसंद नहीं आई। इसे लेकर सूरज कहते हैं, ‘अब एआइ के साथ जीना होगा। इसका सकारात्मक प्रभाव यह है कि फिल्मेमकिंग और एडिटिंग में सुविधा होगी। हालांकि एआइ सब कर तो लेगा, लेकिन हम सबको अपनी खासियत को बरकरार रखना होगा, क्योंकि आपका टच उसमें नहीं होगा।’
अब चाहिए कुछ नया
आगे की तैयारियों को लेकर सूरज कहते हैं, ‘अब मैं बतौर निर्देशक खुद के लिए सोच रहा हूं कि मैं क्या बनाना चाहता हूं। क्या विरासत छोड़कर जाना है। पहले के मुकाबले स्वतंत्र हो गया हूं। अब तक जिम्मेदारी थी कि हर फिल्म को चलना चाहिए। ऐसा विषय होना चाहिए, जो युवाओं को आकर्षित करे।
अब मैंने सोचना बंद कर दिया है। मैं वहीं बनाना चाहता हूं, जो मुझे बनाना है। उसमें मनोरंजन, परिवार सब होगा। बतौर निर्माता राजश्री प्रोडक्शन में और मेकर्स को लाना चाहता हूं, जो नया कंटेंट बनाएं। मेरे छोटे बेटे डिजिटल प्लेटफार्म के लिए कंटेंट बना रहे हैं, बड़े बेटे टीवी के लिए कंटेंट देख रहे हैं, ताकि मैं अपनी फिल्म बना सकूं।’
सलमान हैं असली प्रेम
सूरज अपनी अगली फिल्म अभिनेता आयुष्मान खुराना के साथ बना रहे हैं, जिसकी शूटिंग वह नवंबर से शुरू करेंगे। फिल्म में आयुष्मान को प्रेम के रोल में लाने को लेकर सूरज आगे कहते हैं, ‘मैंने शाहिद (कपूर) के साथ ‘विवाह’ फिल्म बनाई थी, ऋतिक (रोशन) और अभिषेक (बच्चन) के साथ ‘मैं प्रेम की दीवानी हूं’ बनाई।
प्रेम केवल एक किरदार है, मगर हां, सलमान खान ओरिजनल प्रेम हैं, लेकिन इससे प्रेम का सफर रुकता नहीं है। यह फिल्म भी पारिवारिक एंटरटेनमेंट है, जहां लड़की और लड़के के परिवारवालों को कैसे एक-दूसरे के साथ रहना चाहिए, उसकी कहानी है।’
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