'बॉबी' से 'रुदाली' तक; कैसे Dimple Kapadia ने ग्लैमरस हीरोइन की छवि तोड़ साबित की अभिनय की ताकत
Dimple Kapadia का फिल्मी करियर और पर्सनल लाइफ कई तरह के उताड़-चढ़ाव से भरा रहा है। अभिनेत्री महज 16 की उम्र में काम करना शुरू कर दिया था। आज हम जानेंगे कैसे उनकी फिल्म रुदाली ने ग्लैमरस एक्ट्रेस के छवि को तोड़ा और अदाकारा को एक कलाकार के रूप में स्थापित किया। पढ़िए पूरा आर्टिकल।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। डिंपल कपाड़िया फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री हैं। अपने करियर में उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर लोगों के बीच अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने साल1973 में 'बॉबी' से बॉलीवुड में धमाकेदार शुरुआत की थी। आज हम उनके करियर और कुछ फिल्मों पर बात करेंगें और जानेंगे कैसे कुछ किरदारों ने उनके करियर को पंख दिए।
उनकी फिल्म 'रुदाली' ने न सिर्फ उनकी किस्मत बदली, बल्कि उन्हें एक ग्लैमरस हीरोइन से गंभीर अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया था। आइए जानते हैं कैसे 'रुदाली' ने डिंपल के करियर को नई दिशा दी।
'बॉबी' से मिली रातोंरात शोहरत
डिंपल कपाड़िया केवल 14 साल की थीं, जब राज कपूर ने उन्हें 'बॉबी' के लिए चुना था। यह फिल्म आरके स्टूडियोज की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए बनाई गई थी। 16 साल की उम्र में 'बॉबी' रिलीज हुई, और डिंपल रातोंरात स्टार बन गईं। उनकी मासूमियत और खूबसूरती ने दर्शकों का दिल जीत लिया। लेकिन फिल्म की सफलता का जश्न मनाने से पहले ही उन्होंने सुपरस्टार राजेश खन्ना से शादी कर ली और एक्टिंग छोड़ दी थी।
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शादी और करियर का ठहराव
1973 में राजेश खन्ना से शादी के बाद डिंपल ने फिल्में छोड़ दीं। राजेश चाहते थे कि उनकी पत्नी उनके बच्चों की मां बने, न कि एक अभिनेत्री। डिंपल ने अपनी बेटियों ट्विंकल और रिंकी की परवरिश में समय बिताया। लेकिन उनकी शादी में मुश्किलें आईं और 1982 में वे अलग हो गईं। इसके बाद डिंपल ने 1984 में फिल्म 'सागर' से वापसी की।
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'रुदाली' ने बदली तस्वीर
1993 में आई 'रुदाली' डिंपल के करियर का टर्निंग पॉइंट थी। इस फिल्म में उन्होंने शनिचरी नाम की एक ऐसी महिला का किरदार निभाया, जो पेशेवर रुदाली (शोक करने वाली) है, लेकिन खुद कभी नहीं रोती। शनिचरी का नाम उसके आसपास के लोगों ने रखा, जो उसे बदकिस्मत मानते थे।
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डिंपल ने इस किरदार को इतनी गहराई से निभाया कि दर्शक उनकी पीड़ा को महसूस कर सके। उनके चेहरे पर दुख और मजबूती का अनोखा मिश्रण दिखा। इस रोल ने उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिलाया और ग्लैमरस हीरोइन की छवि को तोड़कर एक सशक्त अभिनेत्री के रूप में पहचान दी।
ग्लैमर से अभिनय की ओर
डिंपल ने 1990 के दशक में 'रुदाली', 'दृष्टि', और 'लेकिन' जैसी फिल्मों में काम करके दिखाया कि वे सिर्फ खूबसूरती नहीं, बल्कि अभिनय की ताकत भी रखती हैं। एक पुराने इंटरव्यू में डिंपल ने कहा, “मुझे हमेशा ग्लैमर से जोड़ा गया, लेकिन मैं एक अभिनेत्री के रूप में पहचानी जाना चाहती थी।” उनकी यह इच्छा 'रुदाली' में पूरी हुई।
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'रुदाली' के बाद डिंपल ने 'दिल चाहता है', 'लक बाय चांस', 'फाइंडिंग फैनी', और 'बीइंग साइरस' जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय किया। 2001 में 'दिल चाहता है' में उनकी भूमिका को खूब सराहा गया। उन्होंने हॉलीवुड फिल्म 'टेनेट' में भी काम किया, जिससे उनकी प्रतिभा को वैश्विक पहचान मिली।
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