'अगला बड़ा स्टार कौन...' , Mandala Murders एक्ट्रेस वाणी कपूर ने सुपरस्टार्स के स्टारडम पर कसा तंज?
वाणी कपूर की पहली वेब सीरीज ‘मंडला मर्डर्स’ नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है जिसमें उन्होंने काम करने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि अब दर्शक अच्छे कंटेंट की मांग करते हैं चाहे वह ओटीटी हो या सिनेमा। वाणी ने यह भी कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म ने उन्हें अभिनय के लिए और अधिक उत्सुक किया है क्योंकि यहां किरदारों को परतदार बनाने का अवसर मिलता है।

प्रियंका सिंह,मुंबई। कई कलाकारों की तरह अब अभिनेत्री वाणी कपूर ने भी डिजिटल प्लेटफार्म की राह पकड़ी है। हाल ही में उनकी अभिनीत पहली वेब सीरीज ‘मंडला मर्डर्स’नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है। वाणी ने हाल ही में दैनिक जागरण से खास बातचीत करते हुए अपना फिल्मों में काम करने और दर्शकों के नजरिये बदलने पर बात की।
वाणी ने कहा इंडस्ट्री में नहीं चलता पुराना फॉर्मूला
सिनेमा में अच्छे और बुरे कंटेंट को लेकर जो बहस जारी है, उसे वाणी कपूर भी महसूस कर रही हैं। वह कहती हैं, "आज कहानी अच्छी नहीं होती, तो बड़े-बड़े सितारों के काम को दर्शक नकार देते हैं। बड़ा स्टार वही होता है ना जिसके नाम पर लोग फिल्में देखने जाएं। अब कुछ पता नहीं है कि अगला बड़ा स्टार कौन बन जाए। अब पुराना फॉर्मूला नहीं चलता है। दर्शक स्मार्ट हैं। वह साफ शब्दों में कह रहे हैं कि अच्छा कंटेंट दो, हम देखेंगे, फिर चाहे ओटीटी हो या सिनेमा।
यह भी पढ़ें- Mandala Murders Review: आयस्ति समुदाय के साथ अन्याय की कहानी, 1 सेकंड भी झपकाई पलक तो शुरू से देखनी होगी सीरीज
वह दिन चले गए जब सिर्फ एक सितारे के नाम पर फिल्म चल जाती थी। एक-दो फिल्मों के साथ ऐसा हो सकता है कि दर्शक निस्वार्थ प्यार में उन्हें देखने जाएं, क्योंकि उन बड़े सितारों ने वह प्यार कई वर्षों में कमाया है। बाकी हम उस दौर के आखिरी चरण में हैं, जब सच्चे मेगास्टार्स हुआ करते थे"।
Photo Credit- Instagram
अपने काम पर हो नियंत्रण
वाणी ऐसी अभिनेत्री बनना चाहती थीं, जिस पर दांव लगाने से निर्माता कतराएं नहीं। क्या डिजिटल प्लेटफार्म के दौर में अभिनेत्रियों के लिए यह आसान हो गया है? इस पर वाणी कहती हैं, ‘हालांकि ऐसा भी नहीं है कि सारी फिल्में या वेब सीरीज जो ओटीटी प्लेटफार्म के लिए बनाई जाती हैं, वह दर्शकों को पसंद ही आ जाएं। यहां भी आपको धैर्य से अपने प्रोडक्ट के आने की प्रतीक्षा करनी होती है कि उसे प्लेटफॉर्म मिले। थिएटर में बजट काफी बड़ा होता है। वहां बॉक्स आफिस नंबर की भरपाई करनी होती है।
सितारों के नियंत्रण में केवल उनका काम होता है, जो मैं अपनी पूरी क्षमता के साथ करती हूं। बाकी मैं ओटीटी के साथ सिनेमा भी कर ही रही हूं। मैं हमेशा कंटेंट के अनुसार चलती हूं, प्लेटफॉर्म के हिसाब से नहीं। आपका काम अच्छा है, तो आपको काम मिलेगा। सही माध्यम ढूंढें और दर्शकों को अपनी मेहनत दिखाएं। बाकी अभिनय तो दोनों जगह करना है, बस यह माध्यम एक बड़े मैदान की तरह है, जहां प्रयोग कर सकते हैं। पात्रों को परतदार बना सकते हैं, क्योंकि आप फिल्मों की तरह समय में बंधे हुए नहीं हैं।
Photo Credit- Instagram
डिजिटल प्लेटफॉर्म ने मुझे अभिनय के लिए उत्सुक किया है। मैं यहां इसलिए काम नहीं कर रही हूं कि सब कर रहे हैं। मैं उन प्रोजेक्ट्स की ओर आकर्षित होती हूं, जो भावनात्मक तौर पर कठिन होते हैं। इस शो का पात्र भी वैसा ही है। यहां आप केवल दिखावटी सौंदर्य या मनोरंजन और किसी की प्रेमिका बनने तक ही सीमित नहीं हैं।’
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।