Max Film Marketing एजेंसी ने पूरे किए 10 साल, एनिमल और कबीर सिह जैसी फिल्मों का किया है प्रमोशन
भारत की सबसे बड़ी फिल्म मार्केटिंग एजेंसी मैक्स मार्केटिंग ने इस व्यवसाय में अपने 10 साल पूरे कर लिए हैं। एक ऐसा दशक जिसने जुनून और सिनेमा व दर्शकों की गहरी समझ से चिह्नित है। उनके इस सफर में आरआरआर एनिमल कबीर सिंह कल्कि 2898 एडी भूल भुलैया 2 दृश्यम 2 क्रू जैसी फिल्में शामिल हैं।

एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी फिल्म मार्केटिंग एजेंसी मैक्स मार्केटिंग ने 10 साल पूरे कर लिए हैं। साल 2015 में वरुण गुप्ता के नेतृत्व में शुरू हुई यह एजेंसी आज एक बड़ी ताकत बन चुकी है। पिछले दस वर्षों में इसने हिंदी, दक्षिण भारतीय और क्षेत्रीय भाषाओं की 150 से अधिक फिल्मों के लिए काम किया है।
मैक्स ने किया है इन फिल्मों का प्रचार
आरआरआर (RRR),एनिमल (Animal), कबीर सिंह (Kabir Singh), काल्कि 2898 एडी (Kalki 2898 AD),भूल भुलैया 2 (Bhool Bhulaiyaa), दृश्यम 2 (Drishyam 2) और क्रू (Crew) जैसी बड़ी फिल्मों से लेकर पैडमैन, आर्टिकल 370, शुभ मंगल ज़्यादा सावधान, मेजर और हनुमान जैसी समाज से जुड़ी फिल्मों तक मैक्स ने हमेशा प्रचार को नए स्तर तक पहुंचाया और उन्हें सांस्कृतिक क्षण बना दिया।
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कई सेलेब्स ने भी की तारीफ
फिल्म जगत के कई बड़े सितारों ने एजेंसी की तारीफ की। ऋतिक रोशन, प्रभास, रणबीर कपूर, राम चरण, करीना कपूर ख़ान, रणवीर सिंह, रश्मिका मंदाना और कई अन्य कलाकारों ने मैक्स की रचनात्मक सोच और दर्शकों तक पहुंचने की क्षमता को सराहा। वरुण धवन ने इस बारे में बोलते हुए कहा कि ये दर्शकों से जुड़ने की एक अनोखी कला है। अनिल कपूर ने उनकी ऊर्जा और नए विचारों की तारीफ करते हुए कहा कि “वरुण गुप्ता बहुत जुनूनी हैं और उनकी टीम सबसे बेहतरीन है।” तब्बू ने अपनी हाल की सफल फिल्मों का श्रेय मैक्स को दिया। वहीं यामी गौतम ने कहा कि यह एजेंसी दर्शकों की नब्ज़ पहचानने में माहिर है।
कैसे किया जाता है फिल्मों का प्रचार
बता दें कि मैक्स की सबसे बड़ी सफलता है हर फ़िल्म के लिए अलग और अनोखी रणनीति बनाना। कबीर सिंह को युवाओं के बीच उसके संगीत और भावनाओं के सहारे बड़ी पहचान मिली। आरआरआर को एक सच्ची अखिल भारतीय फ़िल्म की तरह प्रस्तुत किया गया, जिसमें पीवीआरआरआर जैसे अनोखे प्रयोग शामिल थे। काल्कि 2898 एडी का प्रचार भविष्यवादी और भव्य तरीके से किया गया जो फ़िल्म की भव्यता से मेल खाता था। दृश्यम 2 को रहस्यपूर्ण प्रचार के ज़रिए फिर से दर्शकों के दिलों तक पहुंचाया गया। वहीं पैडमैन, आर्टिकल 370 और शुभ मंगल ज़्यादा सावधान जैसी फिल्मों में प्रचार को इस तरह तैयार किया गया कि समाज में चर्चा भी हो और मनोरंजन का प्रभाव भी बना रहे।
150 से ज्यादा फिल्में हैं शामिल
साल 2015 में वरुण गुप्ता के नेतृत्व में एक बुटीक एजेंसी के रूप में शुरू हुआ मैक्स अब भारतीय फिल्म जगत की आधारशिला बन गया है। 150 से ज़्यादा फिल्म अभियानों के साथ, मैक्स ने न केवल फिल्म रिलीज को लेकर उत्साह पैदा किया है, बल्कि उनके इर्द-गिर्द पूरी बातचीत को आकार दिया है।
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