JFF 2024: मुकेश छाबड़ा ने रणबीर कपूर की 'रामायण' को लेकर दिया बड़ा अपडेट, 'दिल बेचारा 2' पर भी लगाई मुहर
कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा जागरण फिल्म फेस्टिवल 2024 के चौथे दिन शामिल हुए और अपनी बातों से फिल्मों में जाने वाले युवाओं को प्रेरित किया। साथ ही मुकेश छाबड़ा ने कई अपकमिंग फिल्मों को लेकर भी बड़े अपडेट्स शेयर किए हैं जिसमें से एक रणबीर कपूर की फिल्म रामायण (Ramayana) है। जानिए उन्होंने कास्टिंग डायरेक्टर ने और क्या-क्या कहा है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: मैं जो कुछ भी हूं, दिल्ली की वजह से हूं। दिल्ली नहीं होता, रंगमंच नहीं होता तो मैं मुंबई नहीं जा पाता। मुंबई सपनों का शहर है, जिंदगी तो दिल्ली में है। ये बातें जेएफएफ में पहुंचे कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने कहीं। उन्होंने कहा कि हर आदमी के अंदर एक एक्टर छिपा होता है, अपनी कला को पहचानने और उसे निखारने की जरूरत है।
भारतीय सिनेमा को नए-नए चेहरे देने वाले मुकेश छाबड़ा जब खचाखच भरे ऑडिटोरियम में पहुंचे तो दर्शक जोर-जोर से चिल्लाने लगे। उनकी एक झलक और उनसे सवाल पूछने के लिए उत्साहित भीड़ सीढ़ियों पर भी बैठ गई। छाबड़ा का स्वागत उनकी फिल्म 'दिल बेचारा' के गीत के साथ हुआ।
थिएटर आर्टिस्ट हैं पसंद
उन्होंने कहा, कोई भी व्यक्ति ऑडिशन में शत-प्रतिशत नहीं दे सकता है। हम सामने वाले व्यक्ति की नीयत देखते हैं कि वह कर पाएगा या नहीं। कोई बहुत अच्छा एक्टर है और रोल को नहीं कर पा रहा है तो उसका कोई मतलब नहीं है। कोई सामान्य एक्टर है और रोल को अच्छा कर रहा है तो उसे चुन लिया जाता है। मुझे थिएटर से आने वाले लोग बहुत पसंद हैं, क्योंकि वह कुछ सीखकर आते हैं। इसके साथ ही ईमानदार लोग अच्छे लगते हैं।
डायरेक्टर पर नहीं थोपते अपना विजन
छाबड़ा ने कहा, डायरेक्टर और कास्टिंग डायरेक्टर के बीच रिश्ता एक ऐसा रिश्ता होता है, जिसमें दोनों को एक-दूसरे को समझने की जरूरत होती है। एक कास्टिंग डायरेक्टर के लिए डायरेक्टर और एक्टर दोनों को समझना बहुत जरूरी होता है। मैं सबसे पहले यह सोचता हूं कि डायरेक्टर को क्या पसंद आएगा। इसके बाद अपने विजन को उनके विजन के साथ जोड़ता हूं। कभी भी अपने विजन को डायरेक्टर पर थोप नहीं सकते हैं। ये बात भी सच है कि नए लोगों को कास्ट करने के लिए लोग जल्दी नहीं मानते हैं। नए लोगों को कास्ट करने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, विश्वास दिलाना पड़ता है।
नए कलाकारों को दी सीख
उन्होंने कहा कि एक्टिंग एक ऐसा काम है जिसके लिए रोज अभ्यास करने की जरूरत है। महत्वपूर्ण यह है कि अभिनय अच्छा आता हो, शरीर कैसा है, यह जरूरी नहीं है। आज के युवा अभिनय की बजाय लुक पर ज्यादा ध्यान देते हैं, जबकि उन्हें अभिनय पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने बताया कि ऑडिशन हमेशा तैयारी के साथ देना चाहिए। एक्टिंग में एंट्री का कोई शॉर्ट कट नहीं है, आपको मेहनत करनी पड़ेगी। सकारात्मक होकर तैयारी के साथ ऑडिशन दें, किस्मत के दरवाजे कभी भी खुल सकते हैं।
जल्द आ रहीं ये फिल्में
उन्होंने बताया कि वर्तमान में बहुत सारे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। जल्द लोगों को नई फिल्में देखने को मिलेंगी। फेमिली मैन-3 और दिल्ली क्राइम-3 की शूटिंग इन दिनों चल रही है, जबकि जॉली एलएलबी की खत्म हो गई है। रामायण की अभी शुरू हुई है और हाउसफुल-5 व बेबी जॉन कुछ समय में रिलीज होंगी।
दिल बेचारा 2 पर लगी मुहर
मुकेश छाबड़ा के निर्देशन में बनी फिल्म दिल बेचारा में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और संजना संघी ने मुख्य किरदार निभाया था। छाबड़ा ने कहा, सुशांत मेरा भाई था, लगा था कि हम साथ में बहुत सारा काम करेंगे। मैं उसे हर रोज याद करता हूं। उन्होंने दिल बेचारा-2 के बारे में दर्शकों को बताया कि स्टोरी, आइडिया, एक्टर और निर्माता सब तैयार हैं। अगले साल फिल्म पर काम शुरू हो सकता है।
फिल्मों में आने वाले युवाओं का बढ़ाया हौंसला
छाबड़ा ने अपने सत्र में युवाओं को निर्देशन और अभिनय की बारीकियां बताईं। अभिनय, निर्देशन, लेखन और फिल्ममेकर बनने का सपना देखने वाले युवाओं का जोश देखकर छाबड़ा मंच से उतरकर दर्शकों के बीच पहुंच गए। उन्होंने युवाओं के सवालों को सुना और मार्गदर्शन करते हुए जवाब दिया। इसके अलावा, उन्होंने छह-छह लोगों को स्टेज पर बुलाकर आडिशन भी लिया। सेशन के अलावा भी उन्होंने युवाओं के सवालों को सुना और जवाब भी दिया।
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