1 रुपए में बनी सुपरस्टार...बहन के श्राप से जिंदगी तबाह...पति की मौत के बाद झेली आर्थिक तंगी, दर्दनाक है साधना की कहानी
Actress Sadhna Shivdasani: अच्छी फिल्में, अच्छा नाम और अच्छे काम के साथ एक्ट्रेस साधना ने खूब सफलता पाई। लेकिन अक्सर सबको सबकुछ मिल जाए, ऐसा भला होता ...और पढ़ें

'बरेली में झुमका' गिराने वाली हीरोइन की दर्दभरी कहानी
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एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा में 60 और 70 का दशक बड़ा खूबसूरत दशक कहा जाता है। ये वो दौर था जब हिंदी सिनेमा में नई कहानियां लिखी जा रही थीं। इसी दौर में एक ऐसी एक्ट्रेस आई, जिसने अपने स्टाइल से सबको दीवाना बनाया है। बरेली के बाजार में झुमका गिराकर ये जवां दिलों की धड़कन बन गईं।
अच्छी फिल्में, अच्छा नाम तो मिला ही साथ ही इस एक्ट्रेस ने सफलता भी खूब पाई। लेकिन अक्सर सबको सबकुछ मिल जाए, ऐसा भला होता कहां है। इस एक्ट्रेस की जिंदगी में भी एक ऐसा दौर आया, जिसने सबकुछ बदल दिया। चलिए जानते हैं साधना शिवदसानी की जिंदगी की अनकही दास्तां
ऐसे शुरू हुआ फिल्मी सफर
साधना (Sadhna Shivdasani) का जन्म 2 सितंबर 1941 को ब्रिटिश इंडिया के कराची (अब पाकिस्तान) के एक सिंधी परिवार में हुआ था। जब बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान से साधना का परिवार मुंबई आकर बस गया था। पिता शिवराम शिवदासिनी और मां लाली देवी थीं तो वहीं इनके पिता के बड़े भाई हरी शिवदासिनी थे, जिनकी एक्ट्रेस बबीता हैं, जो करिश्मा कपूर और करीना कपूर की मां हैं।
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साधना को बचपन से ही एक्टिंग से लगाव था। साधना को पहली फिल्म मिलने का किस्सा भी दिलचस्प है। साधना को पहली फिल्म महज 14 साल की उम्र में मिल गई थी। ये फिल्म राज कपूर की श्री 420 थी। इस फिल्म में साधना ने महज एक छोटा सा किरदार निभाया। साधना फिल्म के गाने मुड़ मुड़ के में बैकग्राउंड डांसर बनी नजर आईं।
पहली फिल्म के लिए साधना को मिली 1 रुपए की फीस
साधना को लंबे वक्त कोई काम नहीं मिला। घर की स्थिति भी इस बीच खराब होती चली गई। ऐसे में उन्हें नौकरी भी करनी पड़ी। आखिरकार साधना को फिर उनकी पहली फिल्म मिली। कहा जाता है कि कुछ प्रोड्यूसर्स ने साधना को एक प्ले में देखा था। उन्हें साधना की एक्टिंग अच्छी लगी और उन्होंने साधना को फिल्म में लेने की इच्छा जाहिर कर दी।
इसके बाद साधना को फिल्म पसंद आई तो मेकर्स ने उन्हें एक रुपए का सिक्का उनके हाथ में रख दिया और यही थी साधना की पहली फिल्म की फीस। ये भारत की पहली सिंधी फिल्म अबाना थी, जिसे 1958 में रिलीज किया गया।
लव इन शिमला से मिली पहचान
अब भले ही साधना पहली फिल्म कर चुकी थीं लेकिन उन्हें वो पहचान नहीं मिली थी। एक दिन साधना की एक तस्वीर को शशधर मुखर्जी ने देखा। उन्हें साधना काफी अच्छी लगीं तो उन्होंने साधना का पता लगवाया और फिर बेटे जॉय मुखर्जी से कहा कि, साधना के साथ वो काम करें।

आखिरकार साधना को फिल्म लव इन शिमला से बॉलीवुड में लॉन्च कर दिया गया। इस फिल्म को डायरेक्टर आर.के.नय्यर ने डायरेक्ट किया था, जिनसे साधना ने शादी भी की। इसके बाद साधना की किस्मत बॉलीवुड में चल पड़ी और वो बैक टू बैक फिल्मों में काम करती गईं।
साधना का हेयस्टाइल बना आईकोनिक
दरअसल फिल्म लव इन शिमला में साधना का हेयरस्टाइल पहले से ऐसा नहीं था। मेकर्स को लग रहा था कि साधना का माथा चौड़ा है और अगर उनके माथे पर बाल आ जाएं तो खूबसूरती बढ़ जाएगी। फिल्ममेकर आर.के नय्यर हॉलीवुड एक्ट्रेस आड्री हेपबर्न को काफी पसंद करते थे। उन्होंने ऑड्री हेपबर्न से लुक से ही इस्पांयर होकर साधना को लुक दिया। उन्हें क्या पता था कि साधना का फ्रिंज हेयर स्टाइल आगे जाकर इतना हिट हो जाएगा।
साधना की ये फिल्म तो ब्लॉकबस्टर हुई ही। साथ ही उनका हेयरस्टाल भी हर तरफ छा गया और इस हेयरस्टाइल का नाम साधना कट पड़ गया। आलम ये था कि हर कोई साधना कट हेयरस्टाइल कराने लगा। ये ट्रेंड बॉलीवुड से लेकर आम लोगों के बीच सालों तक रहा। यहां तक कि आज भी लोग इसकी बात करते हैं। वैसे सिर्फ हेयरस्टाइल ही नहीं बल्कि चूड़ीदार सलवार सूट के ट्रेंड का क्रेडिट भी साधना को ही जाता है।
पहली फिल्म के डायरेक्टर से ही की शादी
साधना जब अपनी पहली फिल्म की शूटिंग कर रही थीं तब वो महज 19 साल की ही थीं। इसी फिल्म के सेट पर उन्हें फिल्म के डायरेक्टर आर.के. नय्यर से प्यार हो गया और फिर उन्होंने आर.के.नय्यर से ही शादी कर ली। हालांकि इस शादी से दोनों के परिवार वाले खुश नहीं थे, पर फिर भी दोनों ने इस रिश्ते को आगे बढ़ाया और साल 1966 में एक दूसरे के साथ शादी कर ली।

शादी के बाद आमतौर पर हीरोइनें फिल्मों से दूरी बनाती हैं, लेकिन साधना ने इसके बाद भी काम किया। वो कई बड़ी और ब्लॉकबस्टर फिल्मों में दिखीं। उधर साधना और आर.के नय्यर अपनी जिंदगी में खुश थे लेकिन दोनों की कोई संतान नहीं थी। साल 1995 में साधना के पति आर.के नय्यर का निधन हो गया। इसके बाद साधना अकेली पड़ गईं।
बहन ने दिया था साधना को श्राप
बबीता साधना की बहन थीं। साधना पहले ही फिल्मों में आ गईं थीं, ऐसे में वो भी हीरोइन बनना चाहती थीं। जब बबीता फिल्मों में आईं तो उन्हें रणधीर कपूर से प्यार हो गया। कहा जाता है कि जब ये बात राज कपूर को पता चली तो उन्होंने साधना को बुलाया और कहा कि बबीता को दो सपने एक साथ नहीं देखने चाहिए। अगर वो रणधीर से शादी करना चाहती हैं तो शादी के बाद वो फिल्में नहीं कर पाएंगी, क्योंकि कपूर खानदान की बहुएं फिल्मों में काम नहीं करतीं।

ये बात साधना ने बबीता को खूब समझाई। बबीता को लगा कि बहन साधना ने उनके और रणधीर के खिलाफ राज कपूर को भड़काया है। वो नहीं चाहतीं कि बबीता शादी के बाद काम करें। एक रिपोर्ट में बताया गया कि साधना ने बबीता को बच्चों की तरह समझाया लेकिन बबीता ने उलटा साधना को डांट दिया और कहा कि बच्चे की तरह वो उन्हें समझाना बंद करें, कहीं ऐसा ना हो कि वो कभी खुद मां न पाएं।

भले ही बबीता ने तब ये ऐसे ही कहा था, लेकिन ये सच हो गया। साधना को कभी कोई संतान नहीं हुई और ताउम्र बिना संतान के ही रहीं। हालांकि कहा जाता है कि उन्होंने एक बच्ची को गोद जरूर लिया था, जिसके माता-पिता उनके साथ ही रहते थे।
पति की मौत के बाद शुरू हुआ संघर्ष
साधना के पति के जाने के बाद उनकी जिंदगी में मुश्किलों का तूफान आया। दरअसल वो अपने पति के साथ जिस घर में रहती थीं। उस पर कुछ लोगों ने मुकदमा कर दिया। जिसके चलते साधना को कोर्ट के चक्कर काटने पड़ते थे। ये सिलसिला सालों साल चलता रहा। इस बुरे दौर में साधना की किसी ने भी मदद नहीं की और ना ही कोई साधना के पास आया।
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कहा जाता है कि जब साधना कानूनी लड़ाई लड़ रही थीं तब वो आशा भोसले के सांताक्रूज स्थित घर पर किराए से रहा करती थीं। हालांकि उन्हें पता था कि वो अकेली हैं और ये लड़ाई खुद ही लड़ेंगी। इधर साधना बढ़ती उम्र के साथ बीमार भी रहने लगीं थीं।
दर्दनाक थे साधना के आखिरी दिन
साधना की आंख में समस्या हो गई, जिसके चलते वो घर से बाहर निकलना लगभग बंद कर चुकी थीं। 1978 तक साधना ने महफिल फिल्म के बाद फिल्मों में काम करना बंद ही कर दिया था। इसके बाद पति की मौत हुई तो साधना और अकेली पड़ गईं। बीमारियों ने घेर लिया और साधना के जीवन में मुश्किलें आईं।
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साधना को बीमारियों ने घेर लिया था। उनके मुंह से अक्सर खून निकलता था। उन्हें थायरॉयड की भी समस्या थी। साधना किराए के घर में रहती थीं तो आर्थिक तंगी भी वो झेल रही थीं। बीमारी में भी उनका पैसा जा रहा था। आखिरकार साल 2015 में साधना का निधन हो गया। पति की मौत के 20 साल बाद तक साधना अकेली ही रहीं। ना कोई परिवार वाला और ना ही कोई रिश्तेदार और फिर ऐसे ही साधना ने सभी को अलविदा कह दिया।
अपने करियर में साधना ने करीब 30 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। हालांकि उन्हें कोई बड़ा सम्मान नहीं मिला। इसके बाद साधना को साल 2002 में आईफा अवॉर्ड्स में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। हालांकि कहा ये जाता है कि साधना का राज कपूर से अफेयर भी रहा, पर ये बातें कभी सामने नहीं आईं। अपने करियर में हिट गाने और हिट फिल्में करने वाली साधना को आज भी उनके फैंस याद करते हैं।

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