जब कंगाल होकर सड़क पर आ गए थे Amitabh Bachchan, 1 रुपए की फीस लेकर इस फिल्म ने बदली किस्मत!
साल 2000 आते-आते हिंदी सिनेमा में फिल्मों का फ्लेवर बदलने लगा था। एक तरफ जहां एक्शन और ड्रामा फिल्मों में खूब दिख रहा था, तो वहीं इस दौर में कुछ ऐसी भी फिल्में आईं जिन्होंने रोमांस की नई परिभाषा को लिखा और इन्हीं में से एक फिल्म थी, जिसका नाम था 'मोहब्बतें' (Mohabbatein)। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, इसी फिल्म से अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के डूबते करियर को सहारा मिला था। आइए आपको बताते हैं...
-1761562330480.webp)
इस फिल्म के लिए अमिताभ ने ली थी 1 रुपए की फीस
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली. साल 2000 आते-आते हिंदी सिनेमा में फिल्मों का फ्लेवर बदलने लगा था। एक तरफ जहां एक्शन और ड्रामा फिल्मों में खूब दिख रहा था, तो वहीं इस दौर में कुछ ऐसी भी फिल्में आईं जिन्होंने रोमांस की नई परिभाषा को लिखा और इन्हीं में से एक फिल्म थी, जिसका नाम था 'मोहब्बतें' (Mohabbatein)। ये वो फिल्म है, जिसमें मोहब्बत की परिभाषा को सिनेमा के 70MM वाले पर्दे पर यशराज फिल्म्स ने। यशराज फिल्म्स की खासियत यही तो थी, कि वो अपनी फिल्मों से रोमांस का जादू ऐसा दर्शकों के बीच घोलते थे कि लोग सिनेमाघरों तक अपने आप खिंचे चले आते थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 'मोहब्बतें' के गाने और ये फिल्म जितनी हिट हुई, इसी फिल्म से महानाक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का करियर दोबारा से पटरी पर लौटा था। जी हां, यही वो फिल्म है जिसने अमिताभ के डूबते करियर की नौका को सहारा दिया था। साल 2000 में आई मोहब्बतें को रिलीज हुए पूरे 25 साल हो चुके हैं और इसी मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं फिल्म से जुड़ा ये बेहद दिलचस्प किस्सा।
अमिताभ को 'मोहब्बतें' से मिला फिर वो मुकाम
अमिताभ बच्चन ने 70 के दशक में अपना करियर शुरू किया। इसके बाद वो बैक टू बैक फिल्में करते गए। एक वक्त ऐसा आया कि महानायक को सुपरस्टार का खिताब मिल गया और मिलता भी कैसे ना, उन्होंने अपने करियर में कई हिट फिल्में दीं। ये अमिताभ ही थे कि उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुनामी ला रही थीं। हिट फिल्मों का दौर देखने के बाद अमिताभ धीरे-धीरे हीरो की इमेज से पिता के किरदारों में ढलने लगे और साल 2000 आते-आते अमिताभ का करियर भी डूबते की सूरज की तरह अस्त होने लगा। ऐसे में अमिताभ के जीवन में उम्मीद की किरण बनकर आए यश चोपड़ा। दरअसल अमिताभ ने यश चोपड़ा के साथ दीवार, कभी-कभी, सिलसिला, त्रिशूल और पत्थर समेत कई फिल्मों में काम किया। यश चोपड़ा अमिताभ को बहुत मानते थे तो वहीं अमिताभ भी यश चोपड़ा की बहुत इज्जत करते थे। खुद अमिताभ को जब अपने करियर को दोबारा से रिवाइव करना था तो उन्होंने सीधे जाकर यश चोपड़ा से फिल्म में काम मांगा। अमिताभ का प्रोडक्शन हाउस फ्लॉप हो चुका था। बिग बी दिवालिया घोषित हो चुके थे, ऐसे में बिग बी ने यश चोपड़ा से एक फिल्म के लिए रिक्वेस्ट की, जिससे कि वह अपने ऊपर चढ़े कर्ज को उतार सकें। इस विनती के बाद यश चोपड़ा ने फिल्म में गुरुकुल के प्रिंसिपल के लिए अमिताभ को चुना। हालांकि अमिताभ से पहले बोमन ईरानी को इस रोल के लिए चुना गया था। इस तरह से अमिताभ को ये फिल्म मिली।
यह भी पढ़ें- आर्थिक तंगी झेल रही बॉलीवुड की ये मशहूर एक्ट्रेस, कहा- 'प्लीज मेरी मदद करो'!
फिल्म के लिए अमिताभ ने ली 1 रुपए की फीस
बताया जाता है कि जब अमिताभ सिलसिला में काम कर रहे थे तब यश चोपड़ा ने उनसे कहा था कि, अमित फिल्म के लिए कितनी फीस लोगे? इस पर अमिताभ ने कहा था कि मुझे एक घर की जरूरत है, तो आप समझ जाइए कि मैं इस बार आपसे अच्छा-खासा पैसा लूंगा। इसके बाद यश चोपड़ा ने अमिताभ को उतनी फीस दी भी थी। इसके बाद जब अमिताभ ने यश चोपड़ा से काम मांगा और कहा कि मुझे फिल्म में मौका दीजिए, मुझे काम की जरूरत है। इसपर यश चोपड़ा ने कहा था कि अब आप कितनी फीस लेंगे? तो इस पर अमिताभ ने कहा कि, उस दौर में मैंने आपसे जितना मांगा, आपने उतना दिया था। इस बार मैं सिर्फ 1 रुपए में काम करूंगा। बड़ी बात ये है कि अमिताभ ने ऐसा किया भी था। अमिताभ ने महज एक रुपए लेकर फिल्म मोहब्बतें में काम किया। इसके अलावा वहीं एक बार जब अमिताभ मोहब्बतें के सेट पर शाहरुख का इंतजार कर रहे थे, तो उन्होंने आदित्य चोपड़ा से इसका कारण पूछा, तो जवाब मिला कि शाहरुख फिल्म के लीड एक्टर हैं और उन्हें यश चोपड़ा के कहने पर फिल्म में लिया गया है, इसलिए उन्हें हीरो का इंतजार करना पड़ेगा। अमिताभ ये बात सुनकर चौंके भी थे, क्योंकि शायद इस बार उन्हें काम की जरूरत थी और वक्त हर किसी का साथ नहीं देता है।
खैर मोहब्बतें के बाद अमिताभ का करियर फिर से पटरी पर लौट आया। उन्हें दोबारा से फिल्में मिलने लगीं। जो कर्जा उनके ऊपर था, वो भी धीरे-धीरे कम होने लगा। इस तरह से अमिताभ बच्चन ने दोबारा से कमबैक किया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।