गुजरात में विकास सप्ताह का आगाज, सीएम पटेल बोले- पीएम मोदी के नेतृत्व में 'सुशासन' के 25वें वर्ष में प्रवेश
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विकास सप्ताह के उद्घाटन में कहा कि नरेन्द्र मोदी ने 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बनकर विकास की राजनीति शुरू की। मोदी के नेतृत्व में गुजरात की विकास यात्रा सुशासन के 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। उन्होंने सबका साथ सबका विकास के मंत्र से जन-जन को विकास में जोड़ा। ‘आत्मनिर्भर भारत जन आभार’ के अंतर्गत प्रधानमंत्री को 1 करोड़ से अधिक पोस्टकार्ड लिखे गए।

डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 7 से 15 अक्टूबर तक राज्य में मनाए जा रहे विकास सप्ताह अंतर्गत मंगलवार को अहमदाबाद में आयोजित विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि नरेन्द्र मोदी ने 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल कर विकास की राजनीति का नया अध्याय शुरू किया था।
सीएम पटेल ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में अक्टूबर 2001 से शुरू हुई राज्य की अनावरत विकास यात्रा सुशासन के 25वें वर्ष में प्रविष्ट हुई है। हमें प्रधानमंत्री की विजनरी लीडरशिप में अब स्वतंत्रता की शताब्दी तथा विकसित भारत@2047 की ओर अविरत कूच जारी रखनी है।
प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी द्वारा जीएसटी में परिवर्तनकारी सुधारों ने देश के आम आदमी को बड़ा फायदा पहुंचाया है। इतना ही नहीं; उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र से जन-जन को विकास में जोड़ा है। इसके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल तथा राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों, समाज के विभिन्न वर्गों, गुजरात की सहकारी संस्थाओं, बैंकों, दूध मंडलियों सहित सहकारी संगठनों आदि द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत, जन आभार’ अंतर्गत प्रधानमंत्री को 1 करोड़ 11 लाख 75 हजार पोस्टकार्ड लिखे गए हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि नरेन्द्र मोदी के दिशादर्शन में गुजरात के वर्ल्ड क्लास डेवलपमेंट के लिए अथक प्रयास हमें नई दिशा देते रहें; इस उद्देश्य से हर वर्ष विकास सप्ताह मनाया जाता है। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि इस वर्ष विकास सप्ताह के साथ अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष का भी सुयोग हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए आत्मनिर्भर भारत तथा हर घर स्वदेशी मंत्र को साकार करने के लिए विकास सप्ताह अंतर्गत इस वर्ष भी हमें स्वदेशी तथा वोकल फॉर लोकल को अधिक से अधिक प्रोत्साहन देना है।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने जोड़ा कि गरीब, युवा, अन्नदाता एवं नारीशक्ति यानी ‘ग्यान’ के चार मुख्य स्तंभ सहित समाज की व्यापक सहभागीदारी से इस विकास सप्ताह को हमने विकास की नई दिशा देने की मंशा रखी है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए पूज्य बापू तथा सरदार साहब की अगुवाई में स्वदेशी अभियान को वेगवान बनाया गया था। अब प्रधानमंत्री के दिशादर्शन में समृद्ध भारत के लिए वोकल फॉर लोकल तथा लोकल फॉर ग्लोबल की ओर हमें जाना है। इसके लिए हमारे देश के युवाओं तथा कारीगरों के पसीने से बनी स्वदेशी वस्तुओं को प्रोत्साहन देकर व स्थानीय उत्पादन की गुणवत्ता पर विशेष बल देकर हम आत्मनिर्भर व विकसित भारत बनाएंगे।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए कम ढांचागत सुविधाओं के बीच महात्मा गांधी ने स्वदेशी अभियान शुरू किया था, वहीं आज विकसित राष्ट्र बनाने की ओर गतिशील हो रहे भारत को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वदेशी का मंत्र दिया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह मंत्र देश के व्यापार घाटे को कम कर देश को आर्थिक समृद्धि दिलाने का राजमार्ग बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि देश को गुलामी की मानसिकता से बाहर लाने के लिए प्रधानमंत्री ने अनेक नूतन पहलें सुझाई हैं। उन्होंने जोड़ा कि आज से 24 वर्ष पहले शुरू हुई विकास यात्रा के फलस्वरूप आज हम यह विकास सप्ताह मना रहे हैं; जिसमें राज्य के किसान, पशुपालक, युवा; सभी जुड़े हैं।
प्रधानमंत्री को संबोधित कर लिखा गया प्रत्येक पोस्टकार्ड केवल पत्र नहीं, बल्कि प्रत्येक गुजराती के हृदय की बात है। ऐसे में उन्होंने सभी से आज के इस अवसर को मंजिल नहीं, बल्कि केवल पड़ाव मानकर विकसित गुजरात से विकसित भारत के निर्माण के लिए स्वदेशी अपना कर योगदान देने की अपील की।
इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री तथा प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा ने सभी को वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से 24 वर्ष पहले 7 अक्टूबर 2001 को नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार शपथ लेकर सेवा, समर्पण एवं जन विश्वास के साथ सुशासन की यात्रा शुरू की थी।
विश्वकर्मा ने जोड़ा कि आज के डिजिटल युग में समग्र गुजरात ने और विशेषकर सहकारिता क्षेत्र के अनेक नागरिकों-परिवारों ने प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखकर जीएसटी रिफॉर्म्स, आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी अभियान मुद्दों पर आभार व्यक्त करने का यह अनूठा अभियान शुरू किया है, जिसमें राज्य के 12 हजार गांवों की 26 हजार मंडलियों के सभासदों, लगभग 5.50 लाख कॉलेज छात्रों तथा लगभग 1.25 लाख विद्यार्थियों ने भी पोस्टकार्ड लिखकर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने जोड़ा कि देश के 140 करोड़ भारतीय यदि स्वदेशी की ओर एक पग उठाएं, तो भी देश को विकसित राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकेगा। ऐसे में उन्होंने सभी नागरिकों से आगामी त्योहारों में स्वदेशी खरीदारी को प्राथमिकता देकर आत्मनिर्भर भारत में अपना योगदान देने का अनुरोध किया।
सहकारिता विभाग के सचिव संदीप कुमार ने स्वागत संबोधन में सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में सभी ने भारत विकास प्रतिज्ञा अंतर्गत हर घर स्वदेशी अभियान में योगदान देने तथा स्वदेशी अपनाने की शपथ ली।
यहां उल्लेखनीय है कि राज्यभर में दूध संघों तथा डीसीसीबी को मिले पोस्टकार्ड, अमूल फेड में मिले पोस्टकार्ड, जीएससी बैंक में मिले पोस्टकार्ड और प्रेस से डिस्पैच हुए पोस्टकार्ड सहित कुल 75 लाख से अधिक आभार पोस्टकार्ड राज्य के किसानों एवं नागरिकों ने प्रधानमंत्री को लिखे हैं। इस कार्यवाही को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड-लंदन में तथा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड तथा अन्य में विश्व रिकॉर्ड के रूप में समाविष्ट करने के लिए आवेदन किए गए हैं। इस अवसर पर इस अभियान पर आधारित ऑडियो-विजुअल फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
‘आत्मनिर्भर भारत, जन आभार’ कार्यक्रम में शहर की महापौर मती प्रतिभाबेन जैन, अहमदाबाद के सांसद, विधायक, जीएससी बैंक के अध्यक्ष जय पटेल, जीसीएमएमएफ के अध्यक्ष अशोक चौधरी, अहमदाबाद मनपा आयुक्त तथा पदाधिकारी, चीफ पोस्ट मास्टर जनरल गणेश सावडेकर, सहकारी संस्थाओं के पदाधिकारी, जिला मध्यस्थ सहकारी बैंकों के अध्यक्ष, निदेशक, जिला दूध उत्पादक संघों के अध्यक्ष व निदेशक, सामाजिक एवं राजनीतिक अग्रणी, स्कूली विद्यार्थी तथा शिक्षक उपस्थित रहे।
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