गुजरात से होगी कांग्रेस में आंतरिक बदलाव की शुरुआत, साफ छवि के नेता को मिलेगी तरजीह
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद राहुल गांधी गुजरात के मोडासा से पार्टी में बड़े बदलाव शुरू करेंगे। 183 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर जिलाध्यक्षों के चयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 50 साल की उम्र सीमा और स्वच्छ छवि वाले नेताओं को तरजीह दी जाएगी। 15 अप्रैल को मोडासा में कार्यशाला होगी। कांग्रेस सरदार पटेल की विरासत पर दावा कर रही है।

शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के समाप्त होने के बाद पार्टी में बड़े पैमाने पर बदलाव की शुरुआत राहुल गांधी गुजरात के मोडासा से करेंगे। कांग्रेस ने नए जिलाध्यक्षों के चयन के लिए पांच-पांच निरीक्षकों की नियुक्ति कर दी है। कांग्रेस ने पार्टी को मजबूत करने के लिए जिलाध्यक्षों को ज्यादा अधिकार देने के साथ ही इनके चयन का काम केंद्रीय व प्रादेशिक निरीक्षकों को सौंप दिया है।
कांग्रेस ने 183 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की
गुजरात के 33 जिले और 10 महानगरों के अध्यक्षों के चयन के लिए कांग्रेस ने 183 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। हर जिले में राज्य से चार और एक राष्ट्रीय पर्यवेक्षक की टीम होगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने बताया कि उत्तर गुजरात के मोडासा में 15 अप्रैल को राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी की एक कार्यशाला आयोजित होगी।
इसके अगले दिन मोडासा में निरीक्षकों व कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम होगा। जिलाध्यक्षों के लिए 50 वर्ष की उम्र की सीमा तय की गई है। स्वच्छ छवि व निष्पक्ष नेता को प्राथमिकता दी जाएगी। उधर, युवक कांग्रेस ने राज्य में डा. आंबेडकर की जयंती से जय भीम जय संविधान अभियान चलाने की घोषणा की है। राष्ट्रीय अधिवेशन से कांग्रेस सरदार पटेल को बतौर कांग्रेस नेता बताने के साथ ही उनकी विरासत पर पार्टी का हक जताने का प्रयास कर रही है।
भाजपा ने भी कसी कमर
कांग्रेस के रुख को देखते हुए भाजपा ने भी कमर कस ली है। भाजपा बीते कुछ दशकों से देश के नवनिर्माण में सरदार पटेल के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उनको अपना राजनीतिक आदर्श बताती रही है। वह कांग्रेस पर सरदार पटेल की उपेक्षा का आरोप भी लगाती रही है। गुजरात भाजपा की ओर से राज्य में 14 अप्रैल को सभी बूथ व आबेडकर प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित होगा।
पार्टी के महासचिव ने बताया कि इससे पहले 13 अप्रैल को गुजरात में लगी डॉ. आंबेडकर की सभी प्रतिमाओं को स्वच्छ किया जाएगा। इसके बाद 15 से 25 अप्रैल तक राज्यभर में जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित कर डॉ. आंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला जाएगा।
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