बहादुरगढ़ में दृश्यता में कम, आंकड़ों में ज्यादा प्रदूषण; हाईवे की धूल-धुआं AQI में बढ़ोतरी की बड़ी वजह
बहादुरगढ़ में प्रदूषण का स्तर आंकड़ों में अधिक है, जबकि दृश्यता में कम। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, नेशनल हाइवे-9 से उड़ने वाली धूल और धुआं प्रदूषण का मुख्य कारण है। प्रशासन प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई कदम उठा रहा है, जैसे सड़कों पर धूल नियंत्रण अभियान चलाना और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना। नागरिकों से भी प्रदूषण नियंत्रण में सहयोग करने की अपील की गई है।
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शहर में रविवार की दोपहर ऐसा रहा नजारा, लेकिन एक्यूआई 350 से ज्यादा रहा। जागरण
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। शहर में दृश्यता के हिसाब से प्रदूषण इतना नजर नहीं आ रहा, जितना आंकड़ों में बना हुआ है। दो दिनों से यह लगातार बढ़ रहा है। रविवार को सुबह के समय तो एक्यूआइ में पीएम 2.5 का स्तर 380 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के आसपास रहा। जबकि पीएम 10 का अधिकतर स्तर इस दिन 491 दर्ज किया गया।
यह औसतन 371 रहा। आंकड़ों में इतने ज्यादा प्रदूषण के लिए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से नेशनल हाइवे-9 के धूल व धुएं को माना जा रहा है, क्योंकि बहादुरगढ़ में एयर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन लघु सचिवालय में बना हुआ है और यहां से हाइवे की दूरी 150 से 200 मीटर तक है। मानिटरिंग सिस्टम अपने दो किमी स्केयर एरिया से हवा की गुणवत्ता का पता लगाता है।
बोर्ड के अधिकारियों का मानना है कि जब दृश्यता में प्रदूषण कम नजर आए और आंकड़ों में अधिक दिखे तब यही दिक्कत आती है कि नेशनल हाइवे की टूटी पड़ी सर्विस लेन से उड़ती धूल बड़ी वजह बनती है। ऐसे में एक जगह की स्थिति को पूरे एरिया का वातावरण नही माना जा सकता। पिछली बार भी नेशनल हाइवे प्राधिकरण को इस बारे में पत्र लिखा गया था। अब फिर से इस सर्विस लेन का सुधार करने और यहां पर पानी का छिड़काव करने के लिए कहा जाएगा।
मौसम में बदलाव का इंतजार
इस बीच मौसम विशेषज्ञों की ओर से अगले दो-तीन दिन में मौसम में बदलाव की संभावना जताई गई है। दिल्ली में कृत्रिम बारिश की भी तैयारी है। ऐसा होता है तो उसका असर बहादुरगढ़ पर भी पड़ सकता है। इस बीच रात के तापमान में भी चार दिन के अंदर चार डिग्री की गिरावट आ चुकी है। 22 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 21 डिग्री दर्ज किया गया था, लेकिन पिछले दो दिनों से यह 17 डिग्री दर्ज किया जा रहा है। ऊपर से हवा बिल्कुल मंद हो गई है। मौसम में यह बदलाव भी एक्यूआइ में प्रदृषण का स्तर बढ़ने की एक वजह मानी जा रही है।
बहादुरगढ़ में वायु और जल प्रदूषण नियंत्रण को लेकर प्रशासन सजग
एसडीएम एवं नोडल अधिकारी नसीब कुमार ने बताया कि जो भी औद्योगिक इकाई, संस्था, विभाग या व्यक्ति प्रदूषण नियंत्रण मानकों का उल्लंघन करेगा, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रशासन द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए व्यापक व प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। बहादुरगढ़ क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण के कार्यों की प्रभावी मानिटरिंग की जा रही है।
उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारी, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिए कि संबंधित विभागों के अधिकारियों को समूह में शामिल कर यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। नगर परिषद द्वारा शहर में एंटी स्मॉग गन और वाटर स्प्रिंकलिंग के माध्यम से सड़कों और पेड़ों पर धूल नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। नगर परिषद की टीमें प्रतिदिन सड़कों की मैकेनिकल सफाई, वाटर स्प्रिंकलिंग और कचरा उठाने का कार्य कर रही हैं ताकि धूल व प्रदूषण के स्तर को न्यूनतम रखा जा सके। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे प्रदूषण नियंत्रण उपायों की अनुपालना में प्रशासन का सहयोग करें।
नेशनल हाइवे की टूटी सर्विस लेन से जो धूल उड़ती है, उसके कारण भी एक्यूआइ ज्यादा दिख रहा है। इस बारे में हाइवे प्राधिकरण को पत्र लिखकर यहां पानी का छिड़काव कराया जाएगा।
-अमित दहिया, एसडीओ, एचएसपीसीबी, बहादुरगढ़

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