Updated: Tue, 16 Sep 2025 10:13 PM (IST)
भिवानी के जुई खुर्द में ज़मीनी विवाद में घायल करण सिंह की मौत के बाद परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नेशनल हाईवे जाम कर दिया। पुलिस ने पांच गिरफ्तारियां की हैं पर परिजन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी चाहते थे। एसपी के आश्वासन के बाद जाम खुला जिससे यात्रियों को राहत मिली।
संवाद सूत्र, जुई\भिवानी। भिवानी जिले के गांव जुई में जमीनी विवाद में डेढ माह पहले घायल हुए 29 वर्षीय करण सिंह ने उपचार के दौरान पीजीआइ में दम तोड़ दिया। गुस्साए स्वजन ने पोस्टमार्टम के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव बीच सड़क पर रखकर दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 ई को जुई में जाम कर दिया।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस मामले में पुलिस पांच आरोपितों की गिरफ्तार कर चुकी है, मगर स्वजन और ग्रामीण मामले में सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। करीब साढे़ पांच घंटे तक मार्ग को जाम रखा। बाद में पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ग्रामीणों के बीच पहुंचे और आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
जिसके बाद ग्रामीण जाम खोलने को तैयार हुए और देर सायं शव का अंतिम संस्कार किया गया। यह था मामला - जुई में 28 मई को दो पक्षों में जमीनी विवाद हुआ था, इसमें 29 वर्षीय युवक करण सिंह को लाठी-डंडों से बेरहमी से पिटाई की गई थी। गंभीर रूप से घायल युवक को उपचार के लिए पीजीआइ रोहतक में दाखिल करवाया गया था।
जहां से उसे दिल्ली के एक अस्पताल में रेफर किया गया। वहां उपचार के दौरान करण ने दम तोड़ दिया। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे शव को गांव लाया गया तो स्वजन और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। गुस्साए लोगों ने आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने तक अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया और दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया।
इस घटना से ग्रामीणों में गहरा रोष है और पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जुई कलां थाना पुलिस अब तक पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि दो आरोपित अभी भी फरार चल रहे हैं। यह बोले स्वजन- मृतक के भाई कृष्ण कुमार और रजनीश ने कहा कि पुलिस फरार आरोपितों को गिरफ्तार करे।
काफी समय बाद भी जाम नहीं खोला तो पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार, डीएसपी हेडक्वार्टर अनूप कुमार और डीएसपी लोहारू राजीव मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाया और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उनके आश्वासन के बाद दोपहर करीब ढाई बजे ग्रामीण जाम खोलने को तैयार हुए। मुख्य मार्ग जाम होने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम खुलने के बाद सभी ने राहत की सांस ली।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।