भिवानी में सागवन गांव में जलभराव से 70 प्रतिशत आबादी पलायन को मजबूर, किसानों की फसलें बर्बाद
तोशाम क्षेत्र के कई गांव जलमग्न हैं जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। सागवान गांव के 70% लोग पलायन करने को मजबूर हैं। प्रशासन राहत कार्य कर रहा है लेकिन ग्रामीण जल्द पानी निकासी और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। किसानों ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान दर्ज कराया है। भुरटाना माइनर टूटने से भी तोशाम में नुकसान हुआ है।

संवाद सहयोगी, तोशाम। क्षेत्र के गांव सागवान, दांग कला, दांग खुर्द, रिवासा और तोशाम में करीब साढ़े सात हजार एकड़ जमीन जलमग्न है।
खेतों में खड़ी फसलें सड़ चुकी हैं और अगली फसल बोने की उम्मीद भी लगभग खत्म हो चुकी है। हालात इतने खराब हैं कि सागवन गांव की 70 प्रतिशत आबादी अपना घर-बार छोड़कर तोशाम में किराए पर या रिश्तेदारों के यहां शरण लेने को मजबूर है।
करीब डेढ़ माह पहले दांग ड्रेन में ज्यादा पानी छोड़ने के कारण ड्रेन टूटने के बाद पानी लगातार गांव में भरता रहा। सागवन गांव नीचा होने के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां घरों में पानी घुसने से लोग रातों-रात अपना मकान छोड़कर सुरक्षित जगहों पर चले गए।
ग्रामीणों का कहना है कि वे पूरा सामान भी नहीं निकाल पाए, पशुओं का चारा भी सड़ गया। कई परिवारों के पास खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है।
प्रशासन ने मोटर, ट्रैक्टर लगाकर पानी रहे निकाल
प्रशासन ने सागवान में राहत कार्य शुरू किए हैं। गांव से पानी निकालने के लिए 40-40 क्यूसेक क्षमता के दो पंप, 20 क्यूसेक का एक पंप, 15 क्यूसेक का एक पंप, 10 क्यूसेक का एक पंप, तीन-तीन क्यूसेक की दो मोटर पंप और 20 ट्रैक्टर तैनात किए गए हैं। पानी धीरे-धीरे घट रहा है लेकिन बदबू और हरी काई से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है।
ग्रामीणों की मांग निकासी जल्द हो
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्दी से जल्दी पूरे गांव से पानी निकासी की व्यवस्था की जाए, मुआवजा देकर किसानों को राहत दी जाए और ड्रेन की पक्की मरम्मत करवाई जाए ताकि भविष्य में ऐसा संकट दोबारा न आए।
ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण पूर्ण
सरकार ने फसल खराबी के मुआवजे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 15 सितंबर तक खोला था। तोशाम क्षेत्र के लगभग 26 हजार किसानों ने डेढ़ लाख एकड़ फसल के नुकसान की रिपोर्ट पोर्टल पर दर्ज करवाई है। किसान अब सरकार से शीघ्र मुआवजा वितरण की मांग कर रहे हैं।
तोशाम में भी पिछले कई दिनों से भुरटाना माइनर की टेल टूटने से खेतों में पानी भर कर सिवानी-तोशाम मार्ग पर भी पानी भर गया है। कई मकान, दुकानें और आरा मिलें जलमग्न हो गईं, जिससे लाखों का नुकसान हुआ। पानी सड़क पार कर खेतों में भी भर गया है, जिससे किसानों की मुसीबत और बढ़ गई है।
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