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    छठ की खुशियां मातम में बदली: तीन बहनों के इकलौते भाई ने जहर खाकर दी जान, AI से फोटो एडिट कर किया जा रहा था ब्लैकमेल

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 02:49 PM (IST)

    छठ पर्व के बीच एक हृदयविदारक घटना घटी, जहां एक युवक ने AI से एडिट की गई तस्वीरों से ब्लैकमेल होने के कारण आत्महत्या कर ली। वह तीन बहनों का इकलौता भाई था। इस घटना ने पूरे परिवार को शोक में डुबो दिया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह घटना साइबर अपराध के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को उजागर करती है।

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    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। ओल्ड फरीदाबाद की बसेलवा कॉलोनी की गली नंबर पांच रहने वाले मनोज भारती के यहां पर शुक्रवार रात तक छठ महापर्व को लेकर तैयारी चल रही थी। कॉलोनी में ही बने घाट को लीपा गया था, लेकिन अगले दिन ही सुबह शनिवार को घर में मातम पसर गया।

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    मनोज भारती के सबसे छोटे बेटे ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। पिछले 12 दिनों से वह एक अज्ञात नंबर से हो रही ब्लैकमेलिंग से परेशान चल रहा था। कोई मृतक को उसके और परिवार के एआई से एडिट फोटो भेजकर ब्लैकमेल कर रहा था।

    पुलिस ने मामले में एक नामजद सहित दो लोगों पर मामला दर्ज किया है। मृतक ने जहरीला पदार्थ खाने से पहले अपने बचपन के दोस्त को भी उस जहरीले पदार्थ का फोटो भेजा था। मृतक छात्र तीन बहनों के बाद इकलौता भाई था। ओल्ड फरीदाबाद की बसेलवा कॉलोनी में रहने वाले मनोज भारती ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका सबसे छोटा बेटा राहुल डीएवी कॉलेज एनआइटी-तीन में बीकाम प्रथम वर्ष में पढ़ रहा था। शनिवार को राहुल अचानक से उल्टी करने लगा।

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    परिवार के लोगों ने समझा कि अधिक खाने पीने की वजह से फूड पॉइजनिंग हो गई है। उसको घर के पास स्थित डॉक्टर के पास ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने राहुल की गंभीर हालत देखकर उससे कुछ खाने पीने के बारे में पूछा तो उसने डॉक्टर को सल्फास खाने के बारे में बताया। इस पर डॉक्टर ने स्वजन को तुरंत ही निजी अस्पताल में दाखिल कराने के लिए कहा।

    स्वजन ने राहुल को सेक्टर-8 स्थित सर्वोदय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां करीब रात आठ बजे राहुल ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद घर में पूरी तरह से चीख पुकार मच गई। किसी को भी विश्वास नहीं हुआ कि जिस बेटे के व्रत के लिए मां इतनी तैयारी कर रही है। वह इस दुनिया से ही चला जाएगा।

    13 अक्टूबर से शुरू हुआ था ब्लैकमेलिंग का सिलसिला

    स्वजन के अनुसार राहुल का फोन चेक करने पर ब्लैकमेलिंग की पूरी कहानी समझ में आ गई। जिसकी वजह से उसकी जान गई। 13 अक्टूबर को राहुल के फोन पर अज्ञात नंबर से एक लिंक आया। लिंक को ओपन करते ही राहुल का फोन हैक हो गया। उसके कुछ देर बाद ही उसी नंबर से एडिट किया हुआ राहुल का न्यूड फोटो भेजा गया। फिर उसकी बहनों के भी एडिट किए गए फोटो भेजे गए।

    न्यूड फोटो भेजकर राहुल से रुपये की मांग की गई। इसके साथ यह भी कहा गया कि अगर रुपये नहीं भेजे तो सारे फोटो प्रसारित कर दिए जाएंगे। राहुल ने अपने फोन से 30 हजार रुपये संबंधित नंबर पर ट्रांसफर भी किए। लेकिन और पैसों की मांग की जाने लगी। जिसकी वजह से राहुल परेशान हो गया। उसने यह बात परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं बताई।

    मरने से पहले दोस्त को भेजी जहरीले पदार्थ की फोटो

    मरने से पहले राहुल ने अपने बचपन के दोस्त साहिल को जहरीले पदार्थ की फोटो भेजी। इसके साथ ही चैट के माध्यम से इसको खाने के बारे में भी पूछा। साहिल ने अपने दोस्त को मना करने या उसके परिवार वालों को बताने के बजाय मैसेज में ओके लिख दिया। स्वजन का कहना है कि ब्लैकमेलिंग की पूरी कहानी साहिल को पता थी। वह चाहता था राहुल की जान बचाई जा सकती थी।

    राहुल और साहिल पहले एक ही स्कूल में पढ़ते थे। साहिल राहुल से मिलने अक्सर उसके घर भी आता था। घटना के बाद पूरे घर में मातम पसर गया है। ओल्ड थाना प्रभारी विष्णुमित्र के अनुसार एक नामजद सहित दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। मृतक का फोन फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है।