क्या अल-फलाह अस्पताल में चिकित्सीय मानकों का पालन भी नहीं हो रहा? अब स्वास्थ्य विभाग की टीम का छापा
फरीदाबाद के अल फलाह अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। यह निरीक्षण मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लेने के लिए था। टीम ने ओपीडी, लैब, ऑपरेशन थिएटर और अन्य वार्डों की जांच की। मेडिकल कॉलेज में मानकों के पालन की भी जांच की गई। रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को अल-फलाह अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची। टीम ने मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। इस संबंध में सरकार की ओर से पत्र जारी किया था। इसके बाद ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की ओर से दो उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित कई चिकित्सकोंं की टीम गठित की गई थी।
दिल्ली धमाके के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी में करने को अलग-अलग जांच एजेंसियां जांच करने पहुंच रही हैं। विभाग भी अपने स्तर पर छापेमारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम स्वास्थ्य सुविधाओं को जायजा लेने पहुंची थीं। इस दौरान टीम ने ओपीडी, आपातकालीन विभाग, लैब तथा आपरेशन थियेटर, वहां लगे उपकरणों की जांच की। स्वास्थ्य जांच के लिए प्रयोग होने वाली सामग्री, तथा प्रसूति कक्ष सहित कई वार्डों का निरीक्षण किया।
मेडिकल छात्रों की संख्या जानने के साथ ही कई तरह की व्यवस्था का निरीक्षण किया। टीम रिपोर्ट तैयार करके मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपेंगे। बाद में रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. जयंत आहूजा से जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।
बता दें कि अल फलाह यूनिवर्सिटी में मेडिकल काॅलेज भी है। यहां 2019 में 100 छात्रों के साथ एमबीबीएस का पहला सत्र शुरू किया गया था। इसी के साथ ही अस्पताल चालू किया गया था। अभी दो वर्ष पहले ही काॅलेज में एमबीबीएस की 50 सीटें बढ़ाई गई हैं।
मानक के अनुसार इस लिहाज से अब यहां 600 बिस्तर का अस्पताल होना चाहिए और बिस्तर संख्या का 75 प्रतिशत हिस्सा फुल होना चाहिए। यानी 450 मरीजों को भर्ती कर इलाज मिलना चाहिए। प्रतिदिन ओपीडी में 750 मरीजाें को सेवाएं दी जानी चाहिए। सूत्रों के अनुसार काॅलेज व अस्पताल में मानकों की पालना नहीं हो रही है।

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