कर्ज के बोझ तले दबा व्यक्ति, फैक्ट्री में फंदे पर झूला; सुसाइड नोट में खुला चौंकाने वाला राज
कर्ज से परेशान एक व्यक्ति ने अपनी फैक्ट्री में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी आर्थिक तंगी का उल्लेख किया है। व्यक्ति कर्ज के बोझ से तंग आ चुका था और उसे कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह घटना आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के लिए एक चेतावनी है।
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रूपयों के लेन-देन से परेशान युवक ने की आत्महत्या।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। मुजैड़ी गांव में रुपये के लेन-देन में परेशान होकर एक व्यक्ति ने अपनी फैक्ट्री में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके से सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में उसने आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप में दो लोगों के नाम लिखे हैं।
तिरखा कालोनी के रहने वाले मुकेश कुमार ने थाना सदर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके बड़े भाई प्रेमचंद ने लिफ्ट बनाने की फैक्ट्री मुजैड़ी गांव में बनाई हुई है। प्रेमचंद ने मुजैड़ी के ही रहने वाले पवन से चार लाख रुपये उधार लिए थे। इनमें से उसने 2.80 लाख रुपये वापस लौटा दिए।
रूपयों को लेकर देता था जातिसूचक गालियां
पवन आए दिन प्रेमचंद को रुपयों को लेकर जातिसूचक गालियां देता था और उससे 12 ब्लैंक चेक लिए हुए हैं। इनमें एक चेक पवन ने लेखराज को दे दिया। लेखराज का चेक बाउंस हो गया। लेखराज ने भी पवन के खिलाफ चेक बाउंस का कोर्ट में मामला दायर किया हुआ है। पवन ने प्रेमचंद के मकनपुर गांव में प्लाट के फर्जी दस्तावेज बनवाकर अपने नाम कराने की कोशिश की। इन लोगों से परेशान होकर प्रेमचंद ने प्लास्टिक की बैलेट से फैक्ट्री में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मुकेश की शिकायत पर पवन और लेखराज के खिलाफ आत्महत्या करने के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया और मृतक को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया। जहां पर उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा।

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