रिश्वतखोरी में एसआई पकड़ा गया, धौज थाना प्रभारी लाइन हाजिर; धौज खास थाने में 15 लाख की वसूली का आरोप
फरीदाबाद में रिश्वतखोरी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक एसआई को गिरफ्तार किया गया है। धौज थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। यह कार्रवाई धौज खास ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। धौज थाने के एसआई के रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के बाद थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इससे पहले थाना प्रभारी अपने एसआई को रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के बाद मेडिकल लीव लेकर गायब हो गए थे। एसीबी अंबाला को दी गई शिकायत में पीड़ित ने पीड़ित ने एसएचओ पर भी 15 लाख रुपए रिश्वत लेने का आराेप लगाया था।
अल फलाह के मामले में भी की थी लापरवाही
इससे पहले धौज थाना प्रभारी की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े मामले में लापरवाही सामने आई थी। थाने से डेढ़ किलोमीटर दूरी पर ही हथियार और विस्फोटक जमा होता रहा लेकिन थाना प्रभारी को भनक तक नहीं लगी। पुलिस आयुक्त की ओर से थाना प्रभारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। रिश्वत लेते हुए पकड़े गए एसआई को विजिलेंस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से सुमित को जेल भेज दिया गया।
कंपनी के कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद...
कुरुक्षेत्र की प्रोफेसर काॅलोनी के रहने वाले मनोज कुमार ने ब्यूरो को दी शिकायत में बताया कि वह नेक्सा जीपीएस एंड प्रोडक्ट ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं। नवंबर 2023 से उनकी कंपनी गाड़ियों में जीपीएस लगाने का काम कर रही है। आठ सितंबर 2025 को धौज निवासी राहुल ने उनके खिलाफ धौज थाने में शिकायत देकर मामला दर्ज कराया था। इस मामले में उनकी कंपनी के एक कर्मचारी नफीस को धौज थाना पुलिस ने सितंबर में ही गिरफ्तार कर लिया था।
महिलाओं की गिरफ्तारी के नाम पर वसूली
धौज थाने के प्रभारी नरेश कुमार ने उस पर दबाव बनाते हुए कहा कि उसकी कंपनी में महिला कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार न करने की एवज में रिश्वत मांगी गई। पीड़ित ने 15 लाख रुपए नरेश कुमार और एक लाख रुपए सुमित को दिए। इसके बाद भी सुमित डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहा था, जिसमें एक लाख रुपए थाना प्रभारी और 50 हजार रुपए अपने लिए मांग रहा था।
जांच शुरू होते ही चले गए छुट्टी पर
इधर जब अपने थाना के एसआई के रिश्वत लेते पकड़े जाने की जानकारी सामने आई तो धौज थाना प्रभारी नरेश कुमार बीमार होने की बात कह कर मेडिकल लीव पर चले गए, क्योंकि उन्हें यह अहसास हो गया था कि उन पर भी अब कार्रवाई होगी और कहीं गिरफ्तारी ही न हो जाए।
थाना प्रभारी लाइन हाजिर
मामले में जांच अधिकारी विजेंद्र ने बताया कि सुमित को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया हैं। एसएचओ को भी जांच में शामिल करके पूछताछ की जाएगी। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि धौज थाना प्रभारी नरेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उनकी जगह दर्पण कुमार को थाने का नया एसएचओ बनाया गया है।
जमा होता रहा विस्फोटक, एसएचओ रहे अंजान
अल फलाह यूनिवर्सिटी धौज थाना क्षेत्र के अंतर्गत ही आती है। इसी यूनिवर्सिटी में सफेदपोश आतंकी डाॅ. मुजम्मिल, डाॅ. शाहीन व डाॅ. उमर आतंकी गतिविधियां चलाते रहे। देश के खिलाफ साजिशें रचते रहे।
धौज में एक सीमेंट के गोदाम के ऊपर डाॅ. मुजम्मिल ने कमरा किराए पर लेकर वहां 360 किलो विस्फोटक पदार्थ व आधुनिक राइफल, पिस्तौल, मैगजीन तक जमा कर लिए, फतेहपुर तगा गांव में 2500 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट जमा हो गया पर धौज थाना प्रभारी को भनक तक नहीं लगी कि उसके थाना क्षेत्र में क्या गतिविधियां चल रही हैं।
दोनों प्रकरणों से स्पष्ट हो रहा है कि थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में सुरक्षा तंत्र मजबूत करने पर ध्यान देने की बजाय अपने मातहतों के साथ माल इकट्ठा करने में ज्यादा रुचि दिखा रहे थे।
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