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    Delhi Blast: फरीदाबाद में डॉक्टर के पोशाक में दिखा आतंकी उमर, CCTV में कैद

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 12:31 AM (IST)

    लाल किले के पास हुए हमले का आरोपी उमर मोहम्मद फरीदाबाद में डॉक्टर की पोशाक में दिखा। सीसीटीवी फुटेज में वह मेडिकल स्टोर पर नजर आया। जांच में पता चला कि वह दो मोबाइल फोन के साथ हुंडई i20 चला रहा था, जिसका इस्तेमाल हमले में हुआ था। एनआईए और पुलिस कॉलेज के स्टाफ और रिकॉर्ड की जांच कर रही है, जिससे जेईएम के हैंडलरों तक पहुंचने की उम्मीद है।

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    लाल किले के पास हुए हमले का आरोपी उमर मोहम्मद फरीदाबाद में डॉक्टर की पोशाक में दिखा। 

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। लाल किले के पास हुए आत्मघाती कार बम हमले के मुख्य आरोपी आतंकवादी उमर मोहम्मद को हरियाणा के फरीदाबाद में डॉक्टर की पोशाक में सीसीटीवी कैमरे में कैद किया गया है। यह फुटेज फरीदाबाद की एक मेडिकल दुकान का हैउसी शहर का, जहाँ जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े सफेदपोश आतंकवादियों के एक नेटवर्क का हाल ही में पर्दाफाश हुआ था।

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    नए खुलासे में सामने आया है कि उमर मोहम्मद दो मोबाइल फोन साथ लिए हुए था। यही वह सफेद हुंडई i20 कार चला रहा था, जिसने पुरानी दिल्ली के एक ट्रैफिक स्टॉप के पास विस्फोट किया। इस हमले में 13 लोग मारे गए थे।1989 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जन्मा उमर फरीदाबाद के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था। कॉलेज की गहन जाँच चल रही है, क्योंकि वहाँ के कई अन्य डॉक्टर भी आतंकवाद से जुड़े गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।

    उमर ने हमले से पहले फरीदाबाद में ही विस्फोटक सामग्री जुटाई थी। सीसीटीवी फुटेज में वह पूरी तरह सामान्य दिख रहा थासफेद कोट, स्टेथोस्कोप लटकाए, लेकिन हाथ में दो फोन और बैग में संदिग्ध सामान।

    राष्ट्रीय जाच एजेंसी (NIA) ने फरीदाबाद में छापेमारी तेज कर दी है। JeM के सफेदपोश नेटवर्क में शामिल कई लोग मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े बताए जा रहे हैं। उमर का पुलवामा कनेक्शन और फरीदाबाद में उसकी गतिविधियाँ आतंकवाद के नए मॉड्यूल की ओर इशारा कर रही हैं।

    दिल्ली पुलिस और NIA की संयुक्त टीम अब अल-फलाह मेडिकल कॉलेज के स्टाफ, छात्रों और पुराने रिकॉर्ड की गहन छानबीन कर रही है। उमर के दो मोबाइल फोनों से मिले डेटा ने JeM के हैंडलरों तक पहुचने का रास्ता खोल दिया है।

    लाल किला हमला अब सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि डॉक्टरों के बीच छिपे आतंकवादी नेटवर्क की खतरनाक साजिश का सबूत बन चुका है।