Faridabad AC Blast: छत का दरवाजा खुला होता तो बच जाती 3 लोगों की जान, परिवार खत्म हो गया तब पता चला हादसा
Faridabad AC Blast फरीदाबाद में एसी ब्लास्ट से एक परिवार की दुखद मौत हो गई। सचिन के भाई को हादसे की जानकारी देर से मिली। मृतक के मौसा ने बताया कि सचिन मुश्किलों में भी मुस्कुराते थे। चोरी से बचाव के लिए छत का दरवाजा बंद था जिसके कारण परिवार बाहर नहीं निकल पाया। विमलेश के बेटे ने सचिन के बेटे आर्यन को बचाया।

दीपक पांडेय, फरीदाबाद। Faridabad AC Blast : ग्रीन फील्ड कॉलोनी के बी ब्लाक में पड़ोसी के एसी में आग लगने से जान गंवाने वाले सचिन के भाई नितेश को पूरी उम्र यह दुख सातता रहेगा कि वह पड़ोस में रहते हुए भी अपने बड़े भाई, भाभी और भतीजी को बचा नहीं पाए। सचिन के भाई नितेश कपूर 200 मीटर की दूरी पर ही रहते हैं।
पांच साल पहले ही उनके भाई का परिवार ग्रीन फील्ड में शिफ्ट हुआ था। पहले दोनों परिवार सेक्टर-37 में रहते थे, लेकिन परिवार बढ़ने के बाद ग्रीन फील्ड कॉलोनी में ही आसपास ही दोनों भाईयों ने फ्लैट ले लिया। घटनास्थल पर शोकाकुल नितेश ने दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा कि उनको हादसे के बारे में करीब एक घंटे बाद जानकारी मिली। तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था।
नितेश ने बताया कि काफी सालों तक उनका परिवार एक ही साथ रहा था। नितेश ने कहा कि उनकी भतीजी की तस्वीर अभी भी उनकी आंखों से नहीं जा रही है। वह परिवार में सभी की लाडली थी। राजौरी गार्डन में रहने वाले मृतक के मौसा केएल साहनी ने बताया कि सचिन परेशानियों में मुस्कुराता रहता था और संकट की घड़ी से अपने आत्मविश्वास की बदौलत बाहर निकल आता था।
परिवार के लोग अपनी परेशानियों में उससे ही सलाह लेते थे। अब उसकी जिंदगी की गाड़ी खुशियों के पहियों पर सवार होकर चलने लगी थी, बेटे की शादी के लिए लड़की देख रहे थे, पर इस हादसे ने सब खत्म कर दिया। हमें अब आर्यन की चिंता है। ईश्वर उसे जल्दी स्वस्थ करे।
चोरी की घटनाओं को देखते हुए छत का दरवाजा किया था बंद
पड़ोस में रहने वाले विमलेश के अनुसार आग लगने के दौरान ही यदि सचिन का परिवार बालकनी की तरफ आ जाता और वहां से कूद जाते तो उनकी जान बच सकती थी। चोरी से बचाव के चलते छत के दरवाजे पर ताला लगा था। इसलिए दरवाजा नहीं खुल पाया।
आसपास के लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से ग्रीन फील्ड में चोरी के मामले काफी हो रहे थे। इसलिए सभी सुरक्षा को देखते हुए सीढ़ी का दरवाजा बंद रखते हैं। विमलेश के बेटे मयंक ने ही सचिन के बेटे आर्यन को छत के रास्ते बाहर निकाला था।
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